Sewerage Project Complaint : सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए खोदी गई सडक़ों की मरम्मत नहीं किए जाने पर सीवरेज कंपनी और निगमायुक्त के खिलाफ शिकायत,कार्यवाही की मांग
रतलाम,26 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए पूरे शहर की सडक़ें खोद दी गई,लेकिन अनुबन्ध की शर्तों के मुताबिक सीवरेज कंपनी द्वारा सडकों का रेस्टोरेशन नहीं किया जा रहा है। सडक़ों की मरम्मत का काम सीवरेज कंपनी को करना है,लेकिन निगमायुक्त द्वारा सडक़ों की मरम्मत के लिए एक करोड से अधिक के टेण्डर निकाल दिए गए है। सडक़ों की मरम्मत नहीं होने को लेकर सीवरेज कंपनी और निगमायुक्त की शिकायत की गई है।
कलेक्टर की जनसुनवाई में प्रस्तुत शिकायत में शिकायतकर्ता एडवोकेट देवेन्द्र सिराधना ने कहा है कि सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए कंपनी से किए गए अनुबन्ध की शर्त क्र.7.1 और 7.2 में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि सीवरेज कार्य के लिए खोदी गई सडक़ का रेस्टोरेशन कंपनी को ही करना है। इतना ही नहींं कंपनी को सडक़ को उसी स्थिति में वापस लाना है,जैसी कि वह खुदाई से पहले थी। शर्त क्र.7.2 में स्पष्ट उल्लेख है कि सडक़ की खुदाई एक बार में 250 मीटर की लम्बाई में की जाएगी और खोदी गई ढाई सौ मीटर का कार्य पूरा होने के बाद ही आगे खुदाई की जाएगी। लेकिन सीवरेज कार्य करने वाली कंपनी इन दोनों शर्तों का स्पष्ट उल्लंघन कर रही है।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि कंपनी द्वारा शर्तों का पान नहीं किए जाने की दशा में निगमायुक्त को कंपनी के खिलाफ कार्यवाही करना चाहिए,लेकिन निगमायुक्त ने कंपनी के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की। उलटे सडक़ों की मरम्मत के लिए एक करोड रु. से अधिक के टेण्डर निकाल दिए है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि सीवरेज कंपनी और निगमायुक्त के बीच दुरभिसन्धि है,जिसकी वजह से निगमायुक्त कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है और पूरा शहर गड्ढो और धूल से परेशान है।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया है कि सीवरेज कंपनी ने कस्तूरबा नगर मेनरोड,लोहार रोड,चांदनीचोक होते हुए त्रिपोलिया गेट,चमारिया नाके से हरमाला रोड,बाजना बस स्टैण्ड जैसी कई सडक़ों को शर्तो के विपरित ढाई सौ मीटर से अधिक खोदा और इसके बाद रेस्टोरेशन भी ठीक से नहीं किया। डामर की सडक़ों पर घटिया क्वालिटी के सीमेन्ट कांक्रीट से रेस्टोरेशन किया गया,जो बारिश में बह गया। जबकि डामर रोड पर डामर से ही्रे रेस्टोरेशन किया जाना था।
शिकायतकर्ता एडवोकेट देवेन्द्र सिराधना ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से मांग की है कि शहर की तमाम क्षतिग्र्रस्त सडक़ों का पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों से आडिट करवाया जाए और निगमायुक्त व सीवरेज कंपनी के विरुद्ध जांच कर कडी कार्यवाही की जाए। साथ ही सीवरेज कंपनी से शहर की तमाम क्षतिग्र्रस्त सक़ों का रेस्टोरेशन करवाया जाए जिससे कि नागरिकों को गड्ढों और धूल की समस्या से निजात मिल सके।
नहीं मिली निगमायुक्त की प्रतिक्रिया
निगमायुक्त सोमनाथ झारिया के विरुद्ध की गई शिकायत पर उनका पक्ष जानने के लिए इ खबरटुडे ने निगमायुक्त के अधिकारिक मोबाइल नम्बर पर कई बार काल किया,लेकिन निगमायुक्त ने काल रिसीव नहीं की। निगमायुक्त से सम्पर्क नहीं हो पाने के चलते शिकायत पर उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी।