मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में ठीक से कार्य नहीं करने पर कलेक्टर ने कई अधिकारियों के वेतन रोके
रतलाम,20 फरवरी(इ खबर टुडे)। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा सोमवार को समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में शिकायतों के निपटारे की समीक्षा की गई। इस दौरान ठीक से कार्य नहीं पाए जाने पर कलेक्टर द्वारा कई अधिकारियों के वेतन को रोक दिया गया। साथ ही कई अधिकारियों को नोटिस भी जारी किया जा रहा है। कलेक्टर ने खराब काम करने वाले अधिकारियों से नाराजगी व्यक्त की, सुधार के लिए निर्देशित किया है। वेतन काटने के निर्देशों के साथ ही कलेक्टर द्वारा जिला कोषालय अधिकारी को भी आदेश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने श्रम विभाग द्वारा शिकायतों के निराकरण में ठीक से कार्रवाई नहीं किए जाने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग के प्रति भी नाराजगी व्यक्त की गई । वन विभाग के अधिकारी उपस्थित नहीं होने पर उनका तीन दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए ।
सीएम हेल्पलाइन में कार्य नहीं करने पर जिला शिक्षा अधिकारी को डीपीसी का वेतन रोकने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि अधिकारी दिन-रात कार्य करें, दिन में पोर्टल पर परेशानी होने पर रात्रि में बैठकर पोर्टल पर कार्य करें। समीक्षा के दौरान कलेक्टर द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के आलोट के सब इंजीनियर विंडो रिया तथा पिपलोदा के इंजीनियर विजय शर्मा का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार और बैठक में कलेक्टर के निर्देशों को गंभीरता से नहीं सुनने पर उपसंचालक कृषि का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। सीएम हेल्पलाइन में निराकरण नहीं पाए जाने पर जिला आपूर्ति अधिकारी का एक दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए गए। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को भी शोकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी अधिकारी सीएम हेल्पलाइन में गंभीरता से ध्यान देवें। माह की 5 तारीख पर 75 प्रतिशत वेटेज, 10 तारीख तक 80 प्रतिशत, 15 तारीख तक 85 प्रतिशत तथा 20 तारीख तक 90 प्रतिशत वेटेज लाने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए गए।