CM बनने के बाद पहली बार आगरा पहुंचे योगी, गंदगी दिखने पर डीएम को लगाई फटकार
आगरा,07 मई (इ खबर टुडे )। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार आगरा पहुंचे। उन्होंने अपने तूफानी दौरे में चार स्थलों की विजिट की। सबसे पहले एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी गए। वहां मरीजों का हाल जाना। उसके बाद ताज कारीडोर गए। यहां यमुना में पानी की कमी देखी तो नाराज हो गए। उसके बाद उखर्रा की एक मलिन बस्ती में गए।
यहां भाजपा कार्यकर्ता के घर गए। यहीं पर एक महिला से भी बात की। सीएम नगरिया गांव भी गए। उन्होंने वहां दो दिन पहले खड्ड में कैंटर गिरने से हुई 15 लोगों की मौत पर पीडित परिवारों के बीच जाकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। सीएम ने यहां पीड़ित परिवारों को चेक देकर सहायता राशि भी प्रदान की। इसके बाद कमिश्नरी में समीक्षा बैठक लेंगे। सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों और भाजपा नेताओं से बातचीत करने के बाद दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।
बोले सीएम, जल्दी करो, कहीं देर न हो जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने निर्धारित कार्यक्रम से 10 मिनट देरी से खेरिया एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद सीधे लाउंज में गए। पानी पिया और उसके बाद अधिकारियों से बोले-जल्दी करो, कहीं देर न हो जाए।
मुख्यमंत्री सुबह 10.55 बजे खेरिया एयरपोर्ट पहुंचे। वह सीधे वीआईपी लाउंज पहुंचे। यहां उनके लिए नाश्ता और चाय रखी गई थी। उन्होंने यहां केवल पानी पिया। अधिकारियों और भाजपा नेताओं से कार्यक्रम के बारे में पूछा। किसी ने सलाह दी कि पहले सर्किट हाउस चलें। वहीं किसी ने सलाह दी कि पहले एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी का निरीक्षण कर लिया जाए। इस पर सीएम योगी ने कहा कि पूछताछ में समय खराब न करो। यहां से जल्दी निकलो। पहले इमरजेंसी चलो। बस फिर वहां के लिए काफिला रवाना हो गया। यहां मात्र 10 मिनट ही रुके।
एयरपोर्ट पर प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नरायन चौधरी ने उनकी आगवानी की। इस दौरान पशुधन विकास मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, स्वास्थ्य राज्यमंत्री महेंद्र सिंह, सांसद प्रो. रामशंकर कठेरिया, चौधरी बाबूलाल, जिले के सभी नौ विधायक, आईजी, मंडलायुक्त, डीआईजी, डीएम, एसएसपी, एयरपोर्ट डायरेक्टर प्रभाकर मिश्रा भी मौजूद थे।
यमुना में पानी क्यो नहीं, गंदगी तो दूर करो
यमुना में पानी नहीं दिखा तो नाराज हो गए प्रदेश के मुख्यमंत्री। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि यमुना में पानी होना जरूरी है। इसके लिए सारे प्रयास किए जाएं। उन्होंने यमुना की गंदगी को भी साफ कराने के लिए कहा।
सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को यमुना किनारा स्थित ताज कारीडोर पहुंचे। उन्होंने यमुना में पानी की स्थिति देखी। नाले टेप हो रहे हैं या नहीं। इसकी भी अधिकारियों से जानकारी ली। डीएम गौरव दयाल द्वारा बताया गया कि नया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। उसके बाद एक भी नाला यमुना में नहीं गिरेगा। सीएम को बताया गया कि ताज कारीडोर 40 एकड़ में फैला है।
यहां पुरातत्व विभाग ने 20 एकड़ में हरियाली विकसित करने का प्रस्ताव बनाया है। सांसद रामशंकर कठेरिया ने सीएम को सुझाव दिया कि यदि 40 एकड़ में ही पूरा पार्क विकसित हो तो अच्छा रहेगा। उसमें भी यदि ईको पार्क विकसित हो तो ज्यादा अच्छा होगा। सीएम यहां 10 मिनट तक रहे। इस दौरान पशुधन विकास मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, सांसद प्रो. रामशंकर कठेरिया, विधायक डॉ. जीएस धर्मेश, मुरारी लाल फतेहपुरिया, केसी जैन, प्रह्लाद अग्रवाल, पूरन डाबर, अनूप गोयल, राकेश गर्ग के अलावा आईजी, मंडलायुक्त, डीआईजी, डीएम, एसएसपी, उपनिदेशक पर्यटन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के तूफानी दौरे में राजपुर स्थित उखर्रा की एक मलिन बस्ती भी शामिल थी। उन्होंने भ्रमण के दौरान अपने घर के दरवाजे पर खड़ी एक महिला से पूछा कि पानी आता है? इस पर महिला ने कहा कि नल का पानी नहीं आता है। सबमर्सिबल का पानी पीती हूं। सीएम ने यहां की नालियां भी देखीं। साथ ही एक भाजपा कार्यकर्ता के घर भी गए।
मुख्यमंत्री ने मलिन बस्ती में गली के किनारे अपने घर के दरवाजे पर खड़ी महिला नीपा विश्वास को अपने पास बुलाया। उससे पूछा कि पीने का पानी तो मिलता होगा। इस पर महिला ने कहा कि नल का पानी नहीं आता है। यहां लगी सबमर्सिबल से ही पानी लाना पड़ता है।
सीएम ने परिवार के बारे में पूछा तो उसना बताया तो बेटे हैं। एक स्कूल जाता है। दूसरा अभी छोटा है। वे लोग पांच साल पहले बंगाल से यहां आकर रहने लगे थे। सीएम ने कहा कि और कोई परेशानी तो नहीं है। इस पर महिला घबरा गई। वह आगे कुछ बोल ही नहीं पाई। इसके बाद सीएम भाजपा के कार्यकर्ता मनीष कोमल के घर भी गए।