सत्रह सूत्रीय मांगों को लेकर लिपिक वर्गीय कर्मचारियों का धरना,मांगें पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
रतलाम,28 जुलाई (इ खबरटुडे)। विभागाध्यक्ष और उसके अधीनस्थ लिपिकों को मंत्रालय के समान द्वितीय समयमान वेतनमान का लाभ देने,भृत्य का पदनाम परिवर्तित कर कार्यालय सहायक किए जाने जैसी सत्रह सूत्रीय मांगों को लेकर जिलेभर के लिपिक वर्गीय कर्मचारियों ने शुक्रवार को काम बन्द कर एक दिवसीय धरने का आयोजन किया। धरने का समापन मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासन को भेंट करने के साथ हुआ। कर्मचारियों की मांग है कि उनकी लम्बित मांगों का शीघ्र निराकरण किया जाए अन्यथा उन्हे आन्दोलन करने को बाध्य होना पडेगा।
मप्र. लिपिक वर्गीय शास.कर्म.संघ,म.प्र.लघुवेतन कर्म संघ,तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ,म.प्र.शास.वाहन चालन यांत्रिक कर्मचारी संघ और म.प्र.शास.राजस्व कर्मचारी संघ जैसे विभिन्न मान्यता प्राप्त और गैर मान्यताप्राप्त कर्मचारी संगठनों के संयुक्त आव्हान पर कर्मचारियों ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट कार्यालय के मुख्यद्वार पर एक दिवसीय धरने का आयोजन किया। धरना स्थल पर पूरे दिन बडी संख्या में कर्मचारी गण और कर्मचारी नेता मौजूद थे।
धरने का समापन सत्रह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रशासन को दिए जाने के साथ हुआ। मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में कर्मचारियों की लम्बित मांगों के तुरन्त निराकरण की मांग की गई है। ज्ञापन देते समय कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। इस अवसर पर कर्मचारी नेता समेत कई कर्मचारी इत्यादि उपस्थित थे। कामकाज हुआ प्रभावित कर्मचारियों के एक दिवसीय धरने के चलते अधिकांश कर्मचारी धरना स्थल पर मौजूद थे। इस वजह से कलेक्टोरेट के तमाम कार्यालयों का कामकाज बुरी तरह प्रभालित हुआ। अपने शासकीय कामों के लिए कलेक्टोरेट कार्यालय पंहुचे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पडा।