November 17, 2024

RSS Rout March : संघ के बाल और किशोर स्वयंसेवकों ने शहर की सड़कों पर की कदमताल,हजारों नन्हे गणवेशधारी स्वयंसेवकों का पथसंचलन,लोकेन्द्र टाकीज हुए संगम को देखकर चमत्कृत हुए देखने वाले (देखिए लाइव विडीयो)

रतलाम,17 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। विजयादशमी के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा निकाले जाने वाले पथसंचलनों की कडी में गुरुवार को संघ के बाल एवं किशोर स्वयंसेवकों का विशाल पंथसंचलन निकाला गया। पथसंचलन दो अलग अलग स्थानों से प्रारंभ हुआ और इसका संगम लोकेन्द्र टाकीज चौराहे पर हुआ। शहर की सड़कों पर संघ के नन्हे गणवेशधारी स्वयंसेवकों का अनुशासित पथ संचलन देखकर देखने वाले रोमांचित थे। मार्ग में अनेक स्थानों पर फूल बरसा कर नन्हे स्वयंसेवकों का स्वागत किया गया। संचलन का समापन पोलो ग्राउंड पर हुआ।

संघ के बाल और किशोर स्वयंसेवकों का संचलन काटजू नगर स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर और महलवाडा इन दो स्थानों से निकाला गया था। नन्हे स्वयंसेवकों की पथ संचलन की तैयारी इतनी सटीक थी कि बिलकुल एक ही समय पर दोनो स्थानों से निकले संचलन लोकेन्द्र टाकीज चौराहे पर पंहुचे और इस चौराहे से दोनो संचलन एक होकर न्यूरोड पर बढ चले। न्यूरोड पर बाल स्वयंसेवकों का यह संचलन छ: स्वयंसेवकों की पंक्ति का हो गया।

मार्ग में अनेक स्थानों पर विभिन्न संस्थाओं और नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर नन्हे गणवेशधारी स्वयंसेवकों का अभिनन्दन किया गया। न्यू रोड पर घोष की धुन पर कदम से कदम मिलाकर चलते स्वयंसेवकों का यह पथसंचलन दो बत्ती घोडा चौराहे पर पंहुचा। घोडा चौराहे पर भी पुष्पवर्षा कर संचलन का स्वागत किया गया। यहां से पथसंचलन पोलो ग्राउंड पंहुचा जहां संचलन का समापन किया गया।

पथ संचलन में हजारों की संख्या में 17 वर्ष से कम आयु के किशोर स्वयंसेवक शामिमल थे,वहीं 9 वर्ष की आयु वाले सैकडों नन्हे बाल स्वयंसेवक भी कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। पथ संचलन की एक खासियत यह भी थी कि इसमें दो घोष की टुकडियां थी,जिनकी धुन पर स्वयंसेवक कदमताल कर रहे है और घोष में शामिल स्वयंसेवक भी बाल और किशोर स्वयंसेवक ही थे।

उल्लेखनीय है कि विजयादशमी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस है और वर्ष 1925 में महाराष्ट्र के नागपुर में अपनी स्थापना के समय से ही विजयादशमी पर संघ के गणवेशधारी स्वयंसेवकों का पथ संचलन निकाले जाने की परम्परा है। बदलते हुए समय में संघ ने संचलन के समय में कुछ परिवर्तन किया है। पूर्व के वर्षों में पूरे नगर के सभी स्वयंसेवकों का एक पथ संचलन विजयादशमी के दिन निकाला जाता था परन्तु इस वर्ष संघ ने इस व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए बस्तीवार पथसंचलन आयोजित किए।

संघ की दृष्टि से रतलाम नगर को 41 बस्तियों में बांटा गया है और संघ के द्वारा इस बार नगर में कुल 35 पथ संचलन निकाले गए। इन बस्तीवार पथसंचलनों में सैकडों गणवेशधारी स्वयंसेवक शामिल हुए और इस तरह पूरे नगर में पथ संचलन में शामिल होने वाले स्वयंसेवकों की संख्या पांच हजार से अधिक रही। इन पथ संचलनों में संघ के बाल और किशोर स्वयंसेवक शामिल नहीं थे। बाल और किशोर स्वयंसेवकों का पथसंचलन गुरुवार को निकाला गया जिसमें लगभग दो बजार स्वयंसेवक शामिल हुए।

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