CBSE पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा, कैसे लीक हुआ था 12वीं के इकोनॉमिक्स का पेपर
नई दिल्ली,01अप्रैल(इ खबरटुडे)। सीबीएसई पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो अध्यापकों और एक ट्यूटर को गिरफ्तार किया है. अध्यापकों के नाम ऋषभ और रोहित हैं. दोनों प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं जबकि एक ट्यूटर है जिसका नाम तौकीर है. हालांकि दोनों अध्यापक किस स्कूल में पढ़ाते हैं इसका नाम पुलिस नहीं बता रही है. पुलिस ने बताया कि दो तरीके से पेपर लीक किया गया.एक प्रिंट और दूसरा हाथों से लिखा गया था. 12वीं के इकोनॉमिक्स का प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने से पहले डेढ़ घंटे पहले लीक किया गया था. पेपर 9.45 बजे शुरू होना था और इन लोगों ने 8.15 मिनट पर पेपर लीक कर दिया. दोनों अध्यापकों ने पेपर की फोटो खींच तौकीर को भेजे थे. तौकीर दिल्ली के बवाना में कोचिंग सेंटर चलाता है.
ये गिरफ्तारी सिर्फ इकनॉमिक्स पेपर को लेकर हुई है. ये परीक्षा 26 मार्च को होनी थी. ऋषभ और रोहित आउटर दिल्ली के स्कूल में अध्यापक हैं. इन्होंने पेपर समय से पहले खोलकर तौकीर को भेजा था. तौकीर ने पेपर को उन छात्रों को बेचा जिनको वह ट्यूशन पढ़ाता है. हालांकि अभी तक ये पता नहीं पता चल पाया है कि गणित का पेपर किसने लीक किया था. मैथ्स के पेपर का अभी कोई रोल नहीं आया है उसके लिए पूछताछ जारी है.
इससे पहले 12वीं के अर्थशास्त्र और दसवीं के गणित का पेपर लीक होने की जांच कर रही क्राइम ब्रांच कल रात सीबीएसई के दफ़्तर पहुंची थी. बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच की एसआईटी को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनके ज़रिए उसने केस को जल्द सुलझाने का दावा किया है. पुलिस ने अब तक 60 लोगों से पूछताछ की है. जिनमें 10 व्हॉट्स ऐप ग्रुप के एडमिन भी शामिल हैं.