October 12, 2024

TB Free India : 2025 तक जिले को किया जाएगा टीबी मुक्त-मीडीया कार्यशाला में डा. नीखरा ने कहा (देखे लाइव विडियो )

रतलाम,24 मार्च (इ खबरटुडे)। देश को 2025 तक क्षयरोग (टीबी)से पूरी तरह मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। केन्द्र सरकार ने इसे सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा है। इसी लक्ष्य को सामने रख कर जिले को भी 2025 तक टीबी मुक्त किया जाएगा। इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे है। यहां तक कि क्षयरोग के गंभीर रोगियों को अठारह लाख रु. मूल्य की महंगी दवाईयां तक उपलब्ध कराई जा रही है।

उक्त जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डा.योगेश नीखरा ने टीबी विजय अभियान अन्तर्गत मीडीयाकर्मियों के लिए आयोजित वर्कशाप में दी। डा.नीखरा ने बताया कि जिले में इस वक्त लगभग एक हजार आठ सौ के करीब क्षय रोगी है जिनका उपचार किया जा रहा है। डा.नीखरा के मुताबिक क्षय रोगियों के लिए वल्र्डक्लास दवाएं उपलब्ध कराई जाती है। इसमें अत्यन्त गंभीर रोगियों के लिए पन्द्रह से अठारह लाख रु. तक की दवाएं भी दी जाती है।
यह भी देखा गया है कि अधिकांश मामलों मेें क्षयरोगी कुपोषित पाए जाते है। इसी को देखते हुए सरकार ने क्षयरोगियों को कुपोषण को दूर करने के लिए उन्हे प्रतिमाह पांच सौ रु. देने की भी योजना बनाई है,जिसके तहत प्रत्येक क्षय रोगी के खाते में सीधे पांच सौ रु.डाले जाते है।

डा. नीखरा ने बताया कि राष्ट्रीय क्षयरोग दिवस के उपलक्ष्य में क्षयरोग के प्रति जागरुकता उत्पन्न करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। सुबह के समय जागरुकता रैली निकाली गई। क्षयरोग उन्मूलन का प्रचार प्रसार करने के लिए मीडीयाकर्मियों की कार्यशाला आयोजित की गई है।

डा.नीखरा ने बताया कि क्षयरोगियों की खोज के लिए भी विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जाता है। यह देखा गया है कि एक क्षयरोगी साल भर में कम से कम दस अन्य लोगों में क्षयरोग का प्रसार करता है। इसे देखते हुए क्षय रोगी के परिजनों को भी बचाव के लिए दवा दिए जाने की शुरुआत की गई है। विभाग की टीमें,कुछ स्वयंसेवी संस्थाएं तथा चिकित्सालय इत्यादि क्षयरोगियों की खोज करते है और क्षयरोगी के मिलने पर उसके उपचार की पूरी व्यवस्था की जाती है।

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