November 23, 2024

BMC: अकेले चलने का प्रण ले चुके उद्धव ठाकरे के गठबंधन पर सुर बदले, कहा- अभी तक कोई प्रस्ताव नहीं

मुंबई,24 फरवरी(इ खबरटुडे)। BMC चुनावों के पहले से ही हालांकि किसी के साथ गठबंधन न करने की बात कहने वाले उद्धव ठाकरे के सुर थोड़े नरम पड़े हैं. गठबंधन की बात पूछने पर उद्धव ने कहा कि अभी कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. फिलहाल में जीत का जश्न मनाने में मशगूल हूं. दरअसल, शिवसेना BMC में बहुमत का आंकड़ा पूरा करने के लिए कांग्रेस से हाथ मिला सकती है. कांग्रेस की ओर से शिवसेना को समर्थन देने की पेशकश भी की गई है. वहीं बीजेपी की ओर से भी साफ-साफ संकेत दिया जा चुका है.

वहीं खंडित जनादेश पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि शिवसेना-बीजेपी के पास हाथ मिलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. इस बारे में अंतिम निर्णय देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे लेंगे.

उधर, शिवसेना ने आज अपने मुखपत्र सामना में बीजेपी पर हमला बोला है. शिवसेना ने नाम लिए बग़ैर बीजेपी पर षड्यंत्र का आरोप लगाया है. इससे पहले नतीजे वाले दिन भी उद्धव ने बीजेपी को खरी-खोटी सुनाई थी. उन्होंने कहा था कि…

बीएमसी नतीजों में सत्ता, संपत्ति के बल पर BJP की छलांग
महाराष्ट्र की सत्ता, दिल्ली की पूरी रसद लगा दी
हर संभव कोशिश के बावजूद हमें नहीं हरा पाए’
महाराष्ट्र को अस्थिर करने की षड्यंत्रकारी कोशिश
इतने षड्यंत्र तो कांग्रेस के शासन में भी नहीं हुए
मन की बात नहीं, सिर्फ़ काम की बात चलती है’
कुछ भी हो मुंबई में मेयर शिवसेना का ही होगा

उधर शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’  में आज लिखा है कि सत्ता, संपत्ति और संसाधनों को मात देकर मुंबईकरों ने शिवसेना के प्रति जो लगातार पांचवीं बार विश्वास जताया है उसके लिए मुंबई के लोगों को धन्यवाद दिया है. उद्धव ने ऐलान किया है कि मुंबई का मेयर शिवसेना का ही होगा. इतना ही नहीं, महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री भी शिवसेना का ही होगा.

उद्धव ने कहा कि इस बार बड़े पैमाने पर वोटिंग लिस्ट से मतदाताओं के नाम गायब हुए. किसी भी मतदाता से मतदान का हक छीनना गलत है. इस बार यही गड़बड़ी हुई है. यह एक प्रकार का षड्यंत्र है. जो षड्यंत्र का दोषी है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. हालांकि शिवसेना उसी सत्ता और संपत्ति की खुद भी भागीदार है. वह राज्य और केंद्र में उसी पार्टी के साथ सत्ता में है, जिस पर दोष लगा रही है.
गुरुवार को बृहनमुंबई नगर निगम यानि बीएमसी की 227 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे सामने आए. शिवसेना और बीजेपी के बीच टक्कर बेहद दिलचस्प रही और जहां शिवसेना को 84 सीटें मिली, वहीं भाजपा को 82 सीटें मिली. महाराष्ट्र में कुल निकाय के लिए चुनाव हुए थे जिसमें से 8 पर बीजेपी ने कब्जा जमाया.

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