Blackmail/ध्यान दे /व्हाट्सएप वीडियो कॉल रिकॉर्डिंग कर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह से सावधान ,पुलिस ने जारी की गाईड लाइन
रतलाम,24 मई (इ खबरटुडे)। रतलाम जिले समेत पूरे प्रदेश में फेसबुक के अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से मित्रता कर पुरुषों को व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल करके उसका स्क्रीन रिकॉर्ड कर अपने जाल में फंसा का ब्लैकमेल करने और उसके पैसे एठने की वारदाते लगातार जारी है। कई लोग इनके जाल में फंस चुके है। इन वारदातों को लेकर राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय मध्य प्रदेश द्वारा सोमवार को गाईड लाइन जारी की गई है।
लोगो को ऐसे फंसाते हैं अपने जाल में
साइबर अपराधी फेसबुक ,इंस्टाग्राम अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्वयं को महिला दर्शाते हुए अपनी प्रोफाइल पर महिला की फोटो लगाकर पुरुषों को मित्रता सूची में जोड़ लेते हैं। फिर कुछ समय सामान्य बात कर ऐसा विश्वास दिलाते जैसे वह महिला है और आगे बात करने के लिए व्हाट्सएप नंबर दे देते हैं।
यहां से कोई महिला आपसे बात करती है जो कि वॉइस चेंजर ऐप के माध्यम से किया जाता है। धीरे-धीरे बातें अश्लीलता का रूप ले लेती है। फिर वीडियो कॉलिंग कर कपड़े उतारने को कहते हैं। वीडियो कॉलिंग पर कपड़े को उतारने और तमाम शारीरिक प्रतिक्रिया को यह अपराधी स्क्रीन रिकॉर्डिंग ऐप के माध्यम से रिकॉर्ड कर लेते हैं। फिर आपकी सोशल मीडिया में आपके मित्रों को परिवार वालों को आपका वीडियो भेजने का डर दिखाते हैं। और आपसे पैसों की मांग करते हैं समाज में इज्जत के डर से कई लोग पैसे दे देते हैं किंतु वह निरंतर पैसे की मांग बढ़ाते जाते हैं।
इस प्रकार रखें सावधानी
- कभी भी अनजान व्यक्ति हो उसे सोशल मीडिया से मित्रता ना करें ,सदैव अपने परिचितों या पहचान वालों की ही मित्रता की रिक्वेस्ट स्वीकार करें ,मित्रता सूची में जुड़ने के बाद भी अगर किसी व्यक्ति की प्रतिक्रिया संदिग्ध लगती है। तो उसे तुरंत अप ने प्रोफाइल से अनफ्रेंड कर दें।
02 . अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल की सभी प्रकार की सेटिंग को मजबूत करें ताकि हर कोई आपकी प्रोफाइल पर जाकर आप की जानकारी मित्र सूची ओर पोस्ट ना देख सके।
03 . किसी को अपना मोबाइल नंबर ना दें जब तक कि आपको उसकी पहचान की पुष्टि ना हो और व्हाट्सएप आदि पर किसी भी अनजान व्यक्ति से बात या वीडियो कॉलिंग ना करें।
- यदि किसी भी प्रकार से आप इस प्रकार के फ्रॉड में फंस जाते हैं तो घबराएं नहीं तुरंत पुलिस थाने जाकर ऑनलाइन या टोल फ्री नंबर 155260 पर शिकायत करें। सबसे पहले अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल से उस संदिग्ध व्यक्ति को हटा दें, कुछ दिनों के लिए अपनी प्रोफाइल को डीएक्टिवेट कर दे ताकि बनाई गई वीडियो आपके किसी परिचित मित्र या रिश्तेदार को ना भेज सके।