शतप्रतिशत डीजीटलाईजेशन की ओर बढ रही है बैैंक आफ बरौडा,लगातार बढ रहा है मुनाफा-बैैंक आफ बरौडा के कार्यकारी निदेशक अजय कुमार ने कहा
रतलाम,13 फरवरी (इ खबरटुडे)। डीजीटलाईजेशन के इस युग से कदमताल करते हुए बैैंक आफ बरौडा बैकिंग सेवाओं के शत प्रतिशत लक्ष्य को लेकर आगे बढ रही है। बैैंक आफ बडौदा का एनपीए जहां लगातार घट रहा है,वहीं मुनाफे में लगातार वृद्धि हो रही है। निजी बैैंकों से कोई चुनौती नहीं मिल रही है,लेकिन इन्टरनेट पर सक्रिय फाइनेन्स कंपनियां जरुर चुनौती के रुप में उभर रही है। बैैंक आफ बडौदा आज देश का दूसरे नम्बर का सबसे बडा बैैंक है।
यह बात बैक आफ बडौदा के कार्यकारी निदेशक अजय कुमार खुराना ने मीडीयाकर्मियों से चर्चा के दौरान कही। इस दौरान बैैंक आफ बडौदा के निदेशक अजय सिंघल,भोपाल झोन के झोलन मैनेजर गिरीश डालाकोटी और रिजनल मैनेजर सुबोध इनामदार भी मौजूद थे। श्री खुराना और श्री सिंघल रतलाम में प्रारंभ किए जा रहे बैैंक आफ बडौदा के रिजनल कार्यालय का उद्घाटन करने रतलाम आए थे।
प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए श्री खुराना ने कहा कि बैकिंग की अधिकांश सेवाएं डिजीटलाईज कर दी गई है। नया खाता खोलना और पर्सनल लोन इत्यादि के लिए ग्र्राहकों को बैैंक शाखा में आने की आवश्यकता नहीं है,लेकिन कुछ काम ऐसे है जिन्हे डिजीटलाईज नहीं किया जा सकता। श्री खुराना ने कहा कि ऋण के बदले माडगेज की जाने वाली सम्पत्ति का निरीक्षण और सत्यापन इत्यादि के लिए मौके पर जाना ही पडता है।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री खुराना ने कहा कि विभिन्न बैैंकों के विलीनीकरण से बैैंकींग क्षेत्र मजबूत हुआ है। उन्होने उदाहरण देते हुए बताया कि विलीनीकरण से पहले बैैंक आफ बडौदा का एनपीए करीब साढे चार प्रतिशत था,लेकिन विलीनीकरण के बाद अब यह घटकर मात्र 0.99 प्रतिशत रह गया है। एनपीए अभी और भी कम होने की संभावना है। जबकि दूसरी तरफ बैैंक का शुद्ध लाभ लगातार बढ रहा है।
श्री खुराना ने बैैंक आफ बडौदा की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2022 के एक वर्ष में बैैंक ने कुल 20 लाख 73 हजार 385 करोड का व्यवसाय किया जबकि तीसरी तिमाही में बैैंक ने 3853 करोड का शुद्ध लाभ अर्जित किया। बैैंक आफ बडौदा आज देश में दूसरे नम्बर का सबसे बडा बैैंक बन चुका है।
रतलाम में खोले जा रहे रिजनल कार्यालय के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि यह देश में 48 वां रिजनल कार्यालय है। इस रिजनल कार्यालय के अन्तर्गत कुल 9 जिले आते है और कुल 58 शाखाएं इसके अधीन है। रतलाम में रिजनल कार्यालय खुलने से बैैंक के ग्र्राहकों को काफी सुविधा हो जाएगी और बडी राशि के ऋण प्रकरणों की स्वीकृती अब यहीं से संभव हो सकेगी।
निजी बैैंकों से मिलने वाली चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर श्री खुराना ने बताया कि बैैंक आफ बडौदा को निजी बैैंकों से कोई चुनौती नहीं है। बल्कि इन्टरनेट पर सक्रिय फाइनेन्स कंपनिया चुनौती बनकर उभर रही है। ये कंपनिया छोटे छोटे लोन मुहैया कराती है। इसी चुनौती से निपटने के लिए बैैंक को तेजी से डिजीटलाईज किया जा रहा है। बैैंक आफ बडौदा का मोबाइल एप आज सबसे तेज तकनीक वाला एप्लीकेशन है,जिस पर सारी बैैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध है।