National Ayurved Day : आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति ही नहीं,जीवन पद्धति भी है- धन्वन्तरि जयंती पर एसपी गौरव तिवारी ने कहा
रतलाम,2 नवम्बर (इ खबरटुडे)। आयुर्वेद प्रवर्तक , आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि का प्रकटोत्सव एवम राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस जिला आयुर्वेद सम्मेलन रतलाम द्वारा उल्लासपूर्ण रूप से मनाया गया । स्थानीय रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम में आयोजित धन्वंतरि जयंती महोत्सव के मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने अपने अनुभवजन्य उदबोधन में आयुर्वेद को चिकित्सा पद्धति की अपेक्षा जीवन पद्धति निरूपित करते हुए कहा कि अपने आहार को आयुर्वेद सम्मत बनाकर निरोगी शरीर प्राप्त कर सकते हैं। पश्चिम की अतार्किक परिभाषा के अंधानुकरण के कारण हम अपने प्राकृतिक ज्ञान एवम अपने शरीर के अनुकूल जीवनचर्या को भूल गए हैं। इसलिए महामारियों से निपटने में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हुई है। अतः भारतीय जीवन पद्धति को अपनाकर हम सम्पूर्ण आरोग्य की कामना कर सकते हैं ।
सर्वप्रथम मंचासीन अतिथियों ने भगवान धन्वंतरि का पूजन कर समारोह का शुभारंभ किया । धन्वंतरि जयंती महोत्सव की अध्यक्षता जिला आयुष अधिकारी डॉ. बलराजसिंह चौहान ने की । स्वागत उदबोधन अखिल भारतीय आयुर्वेद सम्मेलन के प्रांतीय उपाध्यक्ष वैद्य दिनेश जोशी ने प्रदान किया । अतिथियों का स्वागत जिला आयुर्वेद सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. आई.पी. त्रिवेदी , वैद्य राधेश्याम सोनी , वैद्य मोहनलाल ठन्ना , वैद्य नरसिंह वोरा , डॉ. सुरेश शर्मा , वैद्य सुशील शर्मा , वैद्य भंवर सिंह पंडया , डॉ. आर. पी. द्विवेदी , शांतिलाल शर्मा, रामेश्वर सोनी , विनायक पँवार , पियूष श्रीवास्तव ने पुष्पहारों से किया । इस अवसर पर अनुभवी आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. पुष्पा जोशी का आयुर्वेद चिकित्सा के लिये शाल श्रीफल से अभिनंदन किया गया ।
कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि आयकर सलाहकार नवीन पोखरना मंचासीन रहे । कार्यक्रम के अंत में भगवान धन्वंतरि की सामूहिक आरती सस्वर गाई गयी । इस अवसर पर बड़ी संख्या में आयुर्वेद चिकित्सक गण , आयुर्वेद प्रेमी उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन वैद्य रत्नदीप निगम ने किया एवं आभार वैद्य सुशील शर्मा ने व्यक्त किया ।इस वर्ष धन्वंतरि जयंती महोत्सव को डाबर फार्मास्युटिकल द्वारा प्रायोजित किया गया ।