December 25, 2024

Underworld don Chhota Rajan:जीवित है अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन, एम्स ने मौत की खबरों का किया खंडन

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नई दिल्ली,07 मई (इ खबरटुडे)। कोरोना संक्रमित अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का एम्स दिल्ली में इलाज चल रहा है। इससे पहले कई रिपोर्ट्स में राजन के कोरोना से निधन की खबरें सामने आई थी। अब न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक एम्स ने कहा कि छोटा राजन जिंदा है। छोटा राजन कोरोना से संक्रमित था। जिसके कारण तिहाड़ जेल प्रशासन ने 27 अप्रैल को इलाज के हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। छोटा राजन के खिलाफ हत्या और अपहरण समेत 70 से अधिक केस दर्ज थे। उसे मुंबई के पत्रकार ज्योतिर्मय डे के मर्डर में दोषी करार देते हुए आजीवन कैद की सजा सुनाई गई थी।

छोटा राजन मुंबई में 1993 में हुए सीरियल बम ब्लाास्ट में आरोपी था। छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र निखल्जे है। साल 2015 में उसे इंडोनेशिया से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था। तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने 26 अप्रैल को एक केस की सुनवाई के दौरान बताया था कि राजन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी के लिए नहीं लाया जा सकता है। इसका कारण कि वो कोविड संक्रमित हो गया है और अस्पताल में भर्ती है।

जानें छोटा राजन कैसे बना अंडरवर्ल्ड का डॉन

छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निखल्जे है। उसका जन्म महाराष्ट्र के तिलकनगर चेंबूर में हुआ। राजन को बचपन से मारधाड़ वाली फिल्में पसंद थी। एक दिन उसने एक पुलिस वाले को पीट दिया था। इस जुर्म में वह गिरफ्तार हुआ और जमानत डॉन राजन नायर उर्फ अन्ना ने कराई थी। जमानत मिलते ही राजेंद्र अन्ना के गैंग में शामिल हो गया। शुरूआत में उसे सिनेमाघर पर टिकट ब्लैक करने का काम मिला। राजन को डॉन बनाने में अन्ना का बहुत बड़ा योगदान रहा। जल्द ही राजेंद्र अन्ना राजन गैग में नंबर दो पर आ गया। अन्ना के मरने के बाद राजन गैंग का प्रमुख हो गया। इस दौरान उसकी मुलाकात दाउद इब्राहिम से हुई। 1986 में दाउद के दुबई जाने के बाद डी कंपनी को संभालने की जिम्मेदारी छोटा राजन पर आ गई थी

राजन और दाऊद के रिश्तों के बीच 1992 में दरार आ गई थी। छोटा राजन ने शिवसेना के कॉर्पोरेट खीमबहादुर थापा का मर्डर दाऊद से पूछे बिना करवा दी थी। इससे पहले दाऊद के शूटर ने उसके साथी की हत्या कर दी। इस दौरान सावत्या और साटम के बीच मतभेद होने लगे थे। शकील ने सावत्या का साथ दिया और राजन ने साटम का पक्ष लिया। तब अरुण गवली गैंग ने यह काम किया था। जिससे दाऊद और छोटा राजन की दोस्ती टूट गई।

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