एडल्ट बीसीजी वैक्सीनेशन कार्यक्रम का शुभारंभ, पहले दिन 286 लोगो ने बीसीजी का टीका लगवाया
टीबी हारेगा देश जीतेगा का संकल्प साकार करेंगे : श्री गोविंद काकानी
म.प्र. निरामयम की अवधारणा को मूर्त रूप देंगे : हेमंत राहोरी
रतलाम, 07 मार्च(इ खबर टुडे)। जिला चिकित्सालय रतलाम में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगो को बीसीजी का वैक्सीन ललगाना प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ रोगी कल्याण समिति सदस्य श्री गोविंद काकानी, श्री हेमंत राहोरी, प्रभारी सीएमएचओे डॉ. वर्षा कुरील, आईएमए की जिला ईकाई के अध्यक्ष डॉ. यागेन्द्र चाहर, सिविल सर्जन डॉ. एमएस सागर, जिला क्षय अधिकारी डॉ. अभिषेक अरोरा, पीएसएम विभाग के डॉ. ध्रुवेन्द्र पांडे, डॉ. सिन्हा, डॉ. प्रमोद प्रजापति, डॉ. निर्मल जैन, डीपीएम डॉ. अजहर अली, जयसिंह सिसोदिया आदि की उपस्थिति में किया गया।
गोविंद काकानी ने सभी से प्रधाननमंत्री नरेन्द्र मोदी के आहवान पर भारत को टीबी मुक्त कराने का संकल्प कराया। श्री हेमंत राहोरी ने आयुष्मान भारत अंतर्गत निरामयम म.प्र. बनाने के लिलए टीबी से बचने हेतु हर संभव कार्य करने की बात कही। डॉ. यागेन्द्र चाहर ने टीबी की जांच एवं उपचार के तकनीकि पहलुओं पर प्रकाश डाला। डॉ. ध्रुवेन्द्र पांडे ने टीबी उन्मूलन के लिए अधिक से अधिक लोगो वैक्सीनेशन कराने की बात कही। सिविल सर्जन डॉ. सागर ने टीबी के कारण इससे बचाव के उपाय एवं एडल्ट बीसीजी वैक्सीनशन की रणनीति पर प्रकाश डाला।
डॉ. अभिषेक अरोरा ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के बारे मे जानकारी दी। उन्होने कहा कि प्रत्येक सोमवार एवं गुरूवार को शासकीय स्वास्थ्य कंद्रों पर टीबी से बचाव हेतु परिचय पत्र, आधार कार्ड दिखाकर बीसीजी का टीका लगवा सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन श्री आशीष चौरसिया ने किया। आभार प्रभारी सीएमएचओ डॉ. वर्षा कुरील ने माना।
टीकाकरण के लिए ये रहेंगे पात्र
टीकाकरण के दौरान पिछले 5 वर्ष से टीबी का उपचार करा रहे ऐसे लोग जिनका उपचार पूर्ण हो चुका है, टीबी मरीज के संपर्क में रहने वाले लोग, जिनका बीएमआई 18 से कम हो (अपने मोबाइल में बीएमआई इंडिया लिखकर अपना वजन, ऊंचाई और उम्र के आधार पर बीएमआई आसानी से जाना जा सकता है) , स्वयं रिपोर्ट किए गए धुम्रपान करने वाले लोग, स्वयं रिपोर्ट किए गए डायबिटीज के मरीज तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग सहमति पत्र भरकर टीका लगवा सकेंगे।
टीकाकरण के लिए ये रहेंगे अपात्र
18 वर्ष से कम आयु के लोग, टीका लगवाने के प्रति असहमति रखने वाले व्यक्ति, गंभीर रूप से बीमार बिस्तर पर रहने वाले व्यक्ति, गर्भवती माताऐं, स्तनपान कराने वाली माताऐं, जिनका वर्तमान में टीबी का उपचार चल रहा है, एचआईवी, कैंसर इम्युनोसप्रेशन लोग, दवाओं के प्रति एलर्जी रखने वाले लोग, प्रत्यारोपण रिसीवर आदि को किसी भी स्थिति में बीसीजी का वैक्सीनेशन नहीं किया जाएगा।