पत्नी की मौत के एक घंटे बाद पति ने भी छोड़ दी दुनिया , इतना अधिक प्रेम था कि खाना भी दोनों साथ ही खाते थे,एक चिता पर हुई अंत्येष्टि
विदिशा,17 मई (इ खबरटुडे)। पति-पत्नी के बीच अटूट प्रेम का एक उदाहरण रविवार को ग्यारसपुर तहसील के ग्राम चक्क मानोरा में देखने को मिला जहां पत्नी की मौत के ठीक एक घंटे बाद पति ने भी दम तोड़ दिया। घर से दोनों की अर्थियां एक साथ उठीं, एक साथ घर से जब बुजुर्ग दंपती की दो अर्थियां उठीं तो हर ग्रामीण की आंख नम हो गई। दंपती में अटूट प्रेम देखकर परिजनों ने एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार किया।
ग्राम चक्क निवासी मृतक 100 वर्षीय प्रतापसिंह अहिरवार के पुत्र लल्लू उर्फ अमरसिंह ने बताया कि उनकी मां 95 वर्षीय प्रसादीबाई अहिरवार और पिता प्रतापसिंह हमेशा साथ में रहते थे। उनके पिता ने दो विवाह किए थे। यह उनकी पहली पत्नी थी,जबकि दूसरी पत्नी अभी जीवित हैं।
उन्होंने बताया कि मां और पिता का कुछ दिन से स्वास्थ्य खराब चल रहा था। रविवार की दोपहर में करीब 2 बजे मां की मौत हो गई। सभी लोग उनके अंतिम संस्कार की तैयारी कर हर रहे थे कि इसी दौरान करीब 3 बजे अचानक पिता ने दम तोड़ दिया। इसके बाद एक और अर्थी बनाई गई। घर से ही दोनों की शव यात्राएं एक साथ निकाली गईं, लेकिन श्मशान घाट पर दोनों के लिए अलग अलग चिता नहीं बनाई दोनों का एक ही चिता पर दाह संस्कार किया। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए गिने-चुने ही लोग शामिल हुए।
कहीं भी एक साथ ही जाते थे
मृतक दंपती के रिश्तेदार महाराजसिंह सूर्यवंशी ने बताया कि उनके मौसाजी और मौसी कभी एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते थे। वह रिश्तेदारी में कहीं जाते थे तो साथ ही जाते थे।
उन्होंने बताया कि दोनों में इतना अधिक प्रेम था कि खाना भी वह साथ ही खाते थे। उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले दोनों उनके घर आए। मौसा जी बाहर लोगों से बातचीत कर रहे थे,तब हमारी मां ने मौसी से कहा कि आप खाना खालें, मौसाजी बाद में खा लेंगे तो वह बोली उनके साथ या बाद में ही खाना खाती हूं। इस अटूट प्रेम को देखते हुए ही दोनों का दाह संस्कार साथ किया।