रतलाम / किराये पर ली हुई महंगी गाड़ियों को फर्जी कागजात से बेचने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार, दो करोड़ रु मूल्य की बारह गाड़िया बरामद
रतलाम,29 जुलाई (इ खबरटुडे)। महंगे वाहनों को उनके मालिकों से किराये पर लेकर किराये के इन वाहनों को फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से अन्य लोगो को बेचने वाले एक गिरोह का पुलिस ने सोमवार को पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से लगभग दो करोड़ रु. मूल्य के कुल बारह चार पहिया वाहन भी बरामद किये है। बरामद किया गए वाहनों में फॉर्च्यूनर जैसी महंगी गाड़िया शामिल है।
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक शास्त्री नगर निवासी देवेंद्र सिंह पिता मोहन सिंह राजपूत ने करीब चार महीने पहले टाटानगर निवासी दीपक प्रह्लाद सोनी की बातो में आकर मारुती इग्निस कार को दस हज़ार रु महीने के किराये पर देने का एग्रीमेंट करके कार दीपक को दी थी। लेकिन बाद में दीपक ने किराये की राशि देना बंद कर दिया और जब देवेंद्र ने एग्रीमेंट ख़त्म कर अपना वाहन वापस माँगा तो दीपक ने उसका वाहन भी नहीं लौटाया। दीपक द्वारा वाहन पर जबरन कब्ज़ा किये जाने से परेशान देवेंद्र ने इस मामले में रतलाम पुलिस से संपर्क किया। जब रतलाम पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की तो पता चला कि देवेंद्र का चार पहिया वाहन किसी दूसरे शहर में फर्जी कागजात बनाकर बेच दिया गया है।
कई जिलों में हुई है धोखाधड़ी
पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने धोखाधड़ी के इस नए तरीके की गंभीरता को देखते हुए मामले की और गहराई से जाँच करने के निर्देश दिए। जैसे जैसे पुलिस की जाँच आगे बढ़ी,पुलिस को पता चला कि इस धोखाधड़ी के पीछे पूरा गिरोह सक्रीय है। गिरोह के सदस्य व्हाट्सएप और अन्य माध्यम से चार पहिया वाहनों के मालिकों से सम्पर्क करते थे और महंगे किराये पर उनके वाहन अटैच करने के एग्रीमेंट करके वाहन ले लेते थे। किराये पर लिए हुए वाहन को फर्जी कागजात बनाकर दूसरे जिलों में बेच दिया जाता था। पुलिस जाँच के दौरान रतलाम के साथ साथ मंदसौर,झाबुआ,भोपाल आदि जिलों में भी इसी तरह की धाधड़ी किये जाने ,के मामले सामने आये है।
गिरोह के चार सदस्य पुलिस की गिरफ्त में
पुलिस की जांच जब आगे बढ़ी तो पता चला की धोखाधड़ी के इस खेल में दीपक सोनी के साथ के साथ कुलदीप सिंह पिता भंवर सिंह सिसोदिया निवासी रत्तागढ़ खेड़ा थाना बिलपांक, राकेश पिता नारायण परमार निवासी सेमलिया थाना जिला झाबुआ और सैयद नाजिश अली उर्फ नज्जू उर्फ शमी पिता फारूक अली निवासी रंभा नगर डीआईजी बंगला बैरसिया रोड भोपाल भी शामिल है। दीपक सोनी ने देवेंद्र की कार आगे भोपाल निवासी नाजिश अली को दी थी जिसने फर्जी दस्तावेज बनाकर गाड़ी को बेच दिया था। पुलिस ने गिरोह के सभी चार सदस्यों को पकड़ कर गहन पूछताछ की तो एक के बाद एक कई गाड़ियों की कहानी सामने आने लगी और पुलिस ने एक के बाद एक कुल बारह गाड़िया बरामद कर ली जिनकी कीमत दो करोड़ रु से भी ज्यादा है। चारो आरोपियों को धारा 420 406 467 468 471 34 120 बी आईपीसी के तहत गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी
- दीपक पिता प्रहलाद सोनी निवासी टाटानगर रतलाम
- राकेश पिता नारायण परमार निवासी सेमलिया थाना थांदला जिला झाबुआ हाल मुकाम बजरंग नगर रतलाम
- कुलदीप सिंह पिता भवर सिंह सिसोदिया निवासी रतागढ़ खेड़ा थाना बिलपांक जिला रतलाम
- सैयद नाजिश अली उर्फ नज्जू उर्फ शमी पिता फारूक अली निवासी रंभा नगर डीआईजी बंगला बैरसिया रोड भोपाल।
जप्त गाड़ियां
01-फॉर्च्यूनर गाड़ी एमपी 33 सी 4803 02-एक्सयूवी 500 एमपी 04 सीएम 3969 । 03 स्विफ्ट वीडीआई एमपी 09 wj 5916 । 04-i20 एमपी 13 सीसी 2552। 05-i20 जीजे 01 RN 5225। 06-मारुति सफेद रंग ब्रेजा बिना नंबर 07-अर्टिगा एमपी 09जेडी5204 । 08-होंडा अमेज एमपी 43 zc2548 । 09-मारुति सियाज एमपी 04EC 3341 । 10-महिंद्रा टीयूवी एमपी 43 cA 0108। 11-मारुति इग्निस एमपी 43सीबीआई415। 12-रेनॉल्ट डस्टर एमपी 13 CB 2595।
(कुल कीमती 2 करोड़)
सराहनीय भूमिका
नए तरीके से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के पर्दाफाश में निरीक्षक दिनेश कुमार भोजन थाना प्रभारी थाना स्टेशन रोड रतलाम उप निरीक्षक प्रेम सिंह हटीला प्रधाना आरक्षक राजू अमलियार आरक्षण राकेश निनामा आर लोकेंद्र सोनी आरक्षक प्रशांत लोधी आरक्षक हेमराज डामोर आरक्षक विजय निनामा आरक्षक ललित वर्मा आरक्षक राजेश सिंगाड और प्रधान आरक्षक हेमंत परमार आदि की सराहनीय भूमिका रही।