December 23, 2024

भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा का निधन: दिल्ली के मेदांता अस्पताल में ली अंतिम सांस, न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से जूझ रहे थे श्री झा

prabhat jha

नई दिल्ली,26 जुलाई (इ खबरटुडे)। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद प्रभात झा का शुक्रवार (26 जुलाई) को निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के एक मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। प्रभात झा मध्य प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष थे। प्रभात झा काफी समय से बीमार चल रहे थे। कुछ दिन पहले ही उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और 26 जुलाई की सुबह 5 बजे उनका निधन हो गया।

प्रभात झा मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिले के रहने वाले थे। हालांकि, उन्होंने मध्य प्रदेश में अपनी राजनीतिक जमीन तैयार की। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में उनकी गिनती होती थी। झा राजनीति में आने से पहले एक पत्रकार भी रह चुके थे। प्रभात झा ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं। उनके निधन के बाद मध्य प्रदेश भाजपा में शोक की लहर है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत भाजपा के बड़े नेताओं ने प्रभात झा के निधन पर शोक प्रकट किया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रहने के दौरान स्व.श्री झा एक बार टुडे कार्यालय पर भी आए थे। उन्होंने इ खबर टुडे कार्यालय पर आकर इ खबर टुडे टीम के सदस्यों से मुलाकात की थी और इ खबर टुडे द्वारा प्रसारित की जाने वाली खबरों की विश्वसनीयता की सराहना की थी। इस मौके पर इ खबर टुडे कार्यालय पर उनका स्वागत किया गया था।

प्रभात झा को न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के चलते एक महीने पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुरुआत में उन्हें भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली के मेदांता अस्पताल में एयरलिफ्ट कर लाया गया। पिछले चार हफ्तों से उनका वहां इलाज चल रहा था, लेकिन उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ।

प्रभात झा के निधन की पुष्टि भाजपा प्रवक्ता हितेश बाजपेई ने की। उनके निधन के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके जाने से पार्टी को बड़ी क्षति हुई है। उनके नेतृत्व और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। प्रभात झा का निधन भाजपा के लिए एक बड़ी क्षति है।

प्रभात झा का जन्म 4 जून 1957 को बिहार के सीतामढ़ी जिले के कोरियाही गांव में हुआ था। वह अपने परिवार के साथ ग्वालियर, मध्य प्रदेश आए थे। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने पीजीवी कॉलेज, ग्वालियर से बीएससी, माधव कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में एमए और एमएलबी कॉलेज से एलएलबी किया।

प्रभात अपने पीछे अपने दो बेटों, तुष्मुल और आयतन झा को छोड़ गए हैं। प्रभात झा की शादी रंजना झा से हुई थी। शादी के बाद प्रभात झा ने पत्रकारिता में करियर की शुरुआत की। लम्बे समय तक पत्रकारिता करने के बाद वे राजनीति में आए और भाजपा के सदस्य बने। प्रभात भाजपा के मुखपत्र ‘कमल संदेश’ के संपादक भी रहे। उन्होंने कई किताबें भी लिखीं हैं।

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