बाजना में तहसील स्तरीय पत्रकार प्रशिक्षण
कार्यशाला संपन्न
रतलाम 24 जून (इ खबर टुडे)। मध्यप्रदेश शासन के जनसंपर्क विभाग के निर्देशाें के तारतम्य में आज जिले की बाजना एवं रावटी तहसील के पत्रकाराें के लिए बाजना में प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इस मौके पर उज्जैन संभाग के संयुक्त संचालक अर्जुन सिंह सोलंकी, उज्जैन के पत्रकार शैलेष व्यास तथा बृजेन्द्र परमार भी उपस्थित थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए संयुक्त संचालक श्री सोलंकी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्राें में पत्रकारिता का काम चुनौतीपूर्ण है। ग्रामीण क्षेत्राें में पत्रकाराें को विभिन्न कठिनाईयाें का सामना करना पडता है। उन्हाेंने कहा कि शहराें एवं ग्रामीण क्षेत्राें में पत्रकारिता के अलग अलग स्वरूप होते हैं। उन्होंने पत्रकाराें से आग्रह किया कि ग्रामीण क्षेत्राें में सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं, कार्यम एवं विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इनसे ग्रामीणाें का सीधा-सीधा वास्ता होता हैं। यदि ग्रामीणाें को समय पर योजनाआें आदि के बारे में पता चले तो वे लाभान्वित हो सकते हैं। यह कार्य स्थानीय स्तर पर पत्रकार ही कर सकते हैं। अतएव पत्रकार अपने समाचाराें के साथ सकारात्मक खबरें भी दें तो इससे आम लोगाें में जागरूकता आएगी। उज्जैन से आए पत्रकार श्री परमार ने कहा कि पत्रकार रोज इतिहास लिखता है। पत्रकार द्वारा लिखी गई बात आज नही तो कल सामने आती है। पत्रकारिता के क्षेत्र में वही व्यक्ति आता है जो समाजसेवा का उद्देश्य रखता है। समाज की सेवा का चिंतन ही पत्रकारिता है। आम आदमी परेशानी के दौर से गुजर रहा है ऐसे में पत्रकार यदि कलम के माध्यम से उसका हित करता है तो इससे बडी कोई सेवा नहीं है। इस मौके पर उज्जैन के पत्रकार श्री शैलेष व्यास ने कहा कि बुराईयाँ हर क्षेत्र में होती हैं किन्तु जरूरत इस बात की हम समाज की अच्छाईयाें को आगे लाने के लिए पहल करें। उन्होने कहा कि सच की हमेशा जीत होती है अतएव पत्रकार निर्भीक होकर कार्य करें। इस मौके बाजना के पत्रकार दिलीप सिंह देवडा ने संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में पत्रकारिता के दौरान अनेक प्रकार की समस्याएं आती हैं। सबसे बडी समस्या उन्हे जानकारी संग्रहण के दौरान आती है। अतएव ग्रामीण क्षेत्राें के पत्रकाराें को भी जानकारियाँ सुलभ हो इसके लिए प्रयास होना चाहिए। इस मौके पर बाजना के पत्रकार कैलाश टाँक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्राें के पत्रकाराें को भी वेतन आदि की सुविधा मिलना चाहिए।
इस मौके पर संचालन करते हुए जिला जनसंपर्क कार्यालय रतलाम के उप संचालक नीरज शर्मा ने कहा कि जनसंपर्क विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्राें के पत्रकाराें को तहसील स्तरीय मान्यता तथा बीमारी की स्थिति में आर्थिक सहायता के प्रावधान किए गए हैं। कार्यशाला के अंत में सहायक सूचना अधिकारी अनिल चन्देलकर ने आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर बाजना के पत्रकार देवेन्द्र कटारिया, डॉ.सुमन कपूर, पूनमचन्द्र जैन प्रशांत अग्रवाल,रावटी के पत्रकार हिम्मत मेहता सहित बडी संख्या में अन्य पत्रकार गण उपस्थित थे।