सूची सामने आते ही कांग्रेस में बगावत,भाजपा को वाकओवर
कांग्रेस ने डॉ. कविता गोमे को टिकिट देकर रिझाया परंपरागत वोट बैंक, जिसको बी फार्म वहीं कांग्रेस का
उम्मीदवार, टिकट पर अब भी संशय
उज्जैन,30 जुलाई(इ खबरटुडे)। कांग्रेस की सूची देर से आई और इस सूची ने आते ही विस्फोटक का काम किया है। कल तक शांत कांग्रेस ने सूची के बाहर आते ही भूचाल की स्थिति आ गई है। बगावत के स्वर मुखरित हो गए हैं। हालात दोनों दलों के लिए एक से हैं। दोनों ही दलों में दिग्गजों को बागियों को मनाने के लिए घर-घर पहुंचना पड़ेगा।
जहां भारतीय जनता पार्टी ने नगर निगम चुनाव को लेकर मंगलवार को पूरी तरह स्थिति साफ कर दी थी और 18 नंबर वार्ड में प्रत्याशी भी बदल दिया था। वहीं कांग्रेस ने बुधवार को सूची जारी की है। जिसमें महापौर के लिये डॉ. कविता गोमे के नाम को हरी झण्डी दी गई है। हालांकि कांग्रेस में अब भी यह कहा जा रहा है कि दो से तीन नाम बदले जा सकते हैं। वहीं भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस में भी टिकट वितरण को लेकर असंतोष गहरा गया है। कईं बागी चुनाव परिणाम बिगाड़ सकते हैं। शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिता मालवीय, एनएसयुआई के प्रदेश महासचिव प्रितेश शर्मा, एनएसयुआई जिला अध्यक्ष अंबर माथुर, जिला महासचिव गोविंद गुर्जर, जिला सचिव कमलेश दांगी ने इस्तीफा देने की घोषणा की है। यह सब टिकट वितरण से नाराज है। वहीं आजाद यादव, रवि राय, राजेन्द्र वशिष्ठ, बीनू कुशवाह, गफ्फार पहलवान, माया त्रिवेदी जैसे दिग्गज भी पार्षद चुनाव मैदान में दिखाई देंगे। इस बार जितेन्द्र तिलकर, दिलीप परमार, अनंतनारायण मीणा, दीनू बड़ोदिया, ओम भारद्वाज जैसे नेताओं के घर से महिलाओं को टिकट दिया गया है। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष जयसिंह दरबार के छोटे भाई विजयसिंह दरबार भी इस बार चुनाव मैदान में हैं। अब मतदाताओं के सामने वार्डवार प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो गई है।
कांग्रेस ने जहां बुधवार को देरी से सूची जारी की और कईं अप्रत्याशित चेहरे इस सूची में शामिल थे। इस सूची के आते ही कांग्रेस में गदर की स्थिति निर्मित हो गई। इधर शहर कांग्रेस अध्यक्ष अनंतनारायण मीणा ने बताया कि जो सूची सोश्यल साईट पर चल रही है उसमें कईं नामों पर संशय है हम शुक्रवार को निर्वाचन कार्यालय में बी फार्म जमा करायेंगे। बी फार्म पर जिसका नाम होगा वहीं पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार माना जायेगा। अभी कोई भी घोषणा अधिकृत नहीं हैं। सिर्फ महापौर प्रत्याशी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव ने घोषणा की है और बैरवा समाज की पढ़ी लिखी तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की डॉ. कविता गोमे को पार्टी में उम्मीदवार बनाया है। इस प्रकार कांग्रेस भी महापौर प्रत्याशी को लेकर बैरवा वोट बैंक पर मेहरबान दिखाई दी है। हालांकि भाजपा ने भी बैरवा समाज से मिना जोनवाल को टिकट दिया है लेकिन मीना जोनवाल की विवाह पूर्व मूल जाति महार समाज की होने से कांग्रेस को यह उम्मीद है कि बैरवा समाज डा.कविता गोमे को समर्थन करेगा।
महापौर पद के उम्मीदवार
श्रीमती मीना जोनवाल (भाजपा)
डॉ. कविता गोमे (कांग्रेस)
ये होंगे आमने-सामने
वार्ड क्र. भाजपा कांग्रेस
1 संजय कोरट भास्कर लोट
2 सुश्री विनिता शर्मा सुषमा पांचाल
3 श्रीमती रेखा राजू विश्ववकर्मा गुलनाज खान
4 राजेश सेठी धर्मेन्द्र प्रजापत
5 श्रीमती निषा बुध्देसिंह सेंगर बबली परमार
6 श्रीमती सारिका रवि वाघेला मंजू सेन
7 श्रीमती कौशल्या राजू पटेल प्रमिला मीणा
8 श्रीमती निर्मला कनोदिया राखी गिरजे
9 श्रीमती रजनी उपाध्याय शशीकला
10 श्रीमती प्रेमलता गेहलोत सोनल गेहलोत
11 अमजद खान गफ्फार पहलवान
12 श्रीमती उषा गिरीश शास्त्री माया त्रिवेदी
13 श्रीमती जफर बानो नूरजहां कुरैशी
14 मुर्तजा अली बड़वाहवाला शब्बीर हुसैन
15 श्रीमती कलावती यादव माधुरी कौशल
16 श्रीमती करूणा आनंद जैन श्यामा बाई
17 मांगीलाल कड़ेल दिनेश टटावत
18 श्रीमती शैफाली राव अलका शर्मा
19 गब्बर योगेश भाटी आजाद यादव
20 श्रीमती संजय राव हेमा बैरागी
21 श्रीमती अनिता राठौर रचना पांचाल
22 सोनू गेहलोत पंकज चौरसिया
23 श्रीमती मीना नारायण बाथरी श्रीमती पुखराज
24 श्रीमती आरती जीवन तिवारी रेखा
25 डॉ. योगेश्वरी राठौर रवि राय
26 सत्यनारायण चौहान दीपक उपाध्याय
27 फुरकान सईद एहमद रहीम लाला
28 श्रीमती अनिता झालानी रेखा बेन गेहलोत
29 पुरूषोत्तम टेलर सावन यादव
30 मोहम्मद फारूक बड़ा राजू आरिफ अली
31 जावेद कुरैशी जफर एहमद
32 मुजफ्फर हुसैन अर्जुन यादव
33 श्रीमती लीला हुकुम वर्मा खौफसिंह गौड़
34 श्रीमती गीता राजेश चौधरी सोनम माली
35 श्रीमती नीलू रानी खत्री रेखा परिहार
36 श्रीमती दुर्गा शक्तिसिंह चौधरी अशोक शर्मा
37 श्रीमती प्रेमलता बैण्डवाल सीमा बड़ोदिया
38 श्रीमती राजश्री जोशी सोनिया भारद्वाज
39 श्रीमती ललिता दिनेश सिसौदिया मीना तिलकर
40 अशोक बगड़ावत उमेश चौहान
41 श्रीमती संगीता जितेन्द्र शेरे तारा बाई
42 राधेश्याम वर्मा विकास कपूर
43 राजकमल ललावत आनंद बागोरिया
44 बुध्दिप्रकाश सोनी कैलाश बिसेन
45 श्रीमती किरण मालवीय हेमलता कुवाल
46 रजनी कोटवानी आशा राठौर
47 बहादुरसिंह राठौर विजयसिंह दरबार
48 संतोष यादव अशोक प्रजापत
49 अनिल धर्मे ललित लुल्ला
50 मनीष टेलर गोपाल
51 दिलीप भार्गव शैलेन्द्र कुशवाह
52 श्रीमती बबीता चौहान राजेन्द्र वशिष्ठ
53 राजेश सोलंकी कमल चौहान
54 अशोक गोसर हिम्मतलाल देवड़ा
विरोध का दौर शुरू हुआ
कांग्रेस द्वारा वार्ड क्रमांक 3 में बाहरी प्रत्याशी घोषित किये जाने के विरोध में पदयात्रा निकाली गई। यह यात्रा वार्ड के क्षेत्रों से होती हुई आगर नाके पर पहुंची जहां बाहरी प्रत्याशी के विरोध में नारेबाजी हुई। वार्ड क्रमांक 3 में 20 साल से कांग्रेस पार्टी से जुड़े रामेश्वर मीणा ने पत्नी शांतिबाई के लिए टिकिट की मांग की थी, लेकिन कांग्रेस ने बाहरी प्रत्याशी गुलनाज खान पति नासिर खान निवासी हीरामिल की चाल को टिकिट दे दिया। गुलनाज को टिकिट दिये जाने के विरोध में वार्ड के कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे वार्ड में विरोध स्वरूप रैली निकाली तथा आगर नाके पर पहुंचकर नारेबाजी की। वहीं रामेश्वर मीणा के अनुसार यदि पार्टी ने अपना फैसला नहीं बदला तो उनकी पत्नी शांतिबाई निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ेगी। सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड मांक 44 में पिछड़े वर्ग तथा वार्ड के बाहरी प्रत्याशी बुध्दिप्रकाश सोनी को टिकिट दिये जाने के विरोध में वार्ड के 7 प्रत्याशियों ने वाहन रैली निकाली। 100 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता लोकशक्ति भवन पहुंचे और टिकिट सात में से किसी एक को देने का आग्रह किया नहीं दिये जाने पर चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी। बुधवार शाम 5.30 बजे तम्बाकू बाजार से वार्ड 44 के कार्यकर्ता रैली के रूप में लोकशक्ति कार्यालय पहुंचे।
भाजपा ने बुधवार को बदला वार्ड 7, 46 का टिकट
भाजपा ने वार्ड क्र. 7 व 46 से प्रत्याशी बदल दिया है। वार्ड क्र. 7 से मीना – कान्हा गेहलोत को टिकट देने का फैसला किया है। भाजपा के मीडिया प्रभारी जयप्रकाश जूनवाल ने पुष्टि करते हुए कहा है कि पार्टी में मंथन के बाद इस वार्ड से प्रत्याशी बदला है। वहीं वार्ड क्र. 46 से श्रीमती रिंकू दीपक बेलानी को टिकट दिये जाने पर निर्णय किया गया है। इस टिकट को लेकर रात तक वार्ड में भाजपा नेताओं ने सिंधी समुदाय के साथ बैठक कर विचार विमर्श किया था। भाजपा की चौथी सूची में इस वार्ड से रजनी कोटवानी को टिकट दिया गया था लेकिन विडम्बना यह रही कि रजनी कोटवानी ने वार्ड 46 से नामांकन ही जमा नहीं किया था। कोटवानी का नामांकन वार्ड क्र. 42 से जमा हुआ है। अत: सिंधी समुदाय के वोट बैंक को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। कोटवानी को वार्ड क्र. 42 से अधिकृत किया गया तो राधेश्याम वर्मा को चुनाव मैदान से हटना पड़ सकता है। अन्यथा कोटवानी को चुनाव मैदान से बाहर होना पड़ेगा।
जाँच में कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नहीं
नाम निर्देशन पत्रों की जाँच के दौरान देखने में आया कि कांग्रेस की ओर से आवेदक खुद ही और उनके साथी गण ही बैठे हुए थे। कांग्रेस के बड़े नेताओं में से कोई भी यहां देखने में नहीं आये। न ही किसी बड़े नेता की उपस्थिति ही इस दौरान रही है। सूत्र बता रहे हैं कि सभी बड़े नेता और संगठन स्तर के नेता भी भोपाल में डेरा डाले हुए थे, जिसके चलते उम्मीदवारों को यहां खुद ही स्थितियों से रूबरू होना पड़ा।
कांग्रेस नेत्रियों में नाराजगी, मालवीय का इस्तीफा
कांग्रेस में महापौर टिकट को लेकर जैसे ही उौन जानकारी पहुंची संगठन में काम करने वाली नेत्रियां गुस्से से फुट पड़ीं। उनके मुंह से एक ही बात निकली फर्श बिछाने के लिये हम हैं और अर्श पर बैठाने के लिये पैराशूट से उम्मीदवार भेजे जाते हैं। महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष श्रीमती अनिता मालवीय ने महापौर पद की दावेदारी को नजरअंदाज करने से नाराज होकर पद से त्याग पत्र दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा है कि वे शहर जिला महिला कांग्रेस की तीसरी पारी में सेवाएं दे रही हैं। 25 वर्षों से कांग्रेस हित में कार्य कर रही हैं। महापौर पद के लिए उन्होंने दावेदारी पुख्ता रुप से प्रस्तुत की थी। जमीनी तौर पर कार्य करते हुए उनके साथ हजारों महिलाओं का समूह आज भी है। सम्पूर्ण राजनीतिक जीवन निष्कलंक है। संगठन में घोर उपेक्षा किये जाने और आयातीत को महापौर पद का प्रत्याशी बनाये जाने पर उन्होंने सवाल उठाया कि जो सक्रिय कार्यकर्ता नहीं है उसे किस आधार पर प्रत्याशी बनाया गया। इस बता से उन्हें झटका लगा और वे व्यथित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2005, 2010 व 2015 के नगर निगम चुनाव में वे शहर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष होने के बावजूद एक भी महिला कार्यकर्ता को पार्षद तक का टिकट नहीं दिला सकी। इससे बड़ी विडंबना संगठन में उनकी क्या होगी? मनमाना निर्णय संगठन में चल रहा है, जिससे संगठन को गहरा आघात पहुंच रहा है। मेरी कार्य और सेवाओं को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है। इससे संगठन में पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं बचता है। इसके चलते अपने पद से त्यागपत्र दे रही हूं। इस्तीफा अ.भा. कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष को भेजा गया है। इधर माया मालवीय और अंजू जाटवा ने भी इस मुद्दे पर सीधे-सीधे बगावत कर दी है।
सक्रिय कांग्रेस नेत्रियां नहीं मांगेंगी वोट
कांग्रेस द्वारा घोषित महापौर पद की प्रत्याशी कविता गोमे को टिकिट दिये जाने के विरोध में कांग्रेस की महिला नेत्रियां एकजुट हो गई। कांग्रेस नेत्रियों के अनुसार एक ऐसी महिला को टिकिट दे दिया गया जिसका पार्टी में किसी प्रकार का कोई योगदान नहीं है जबकि कांग्रेस पार्टी का कहना था कि पार्टी के लिए काम करने वालों को टिकिट दिया जाएगा। वर्षों से कांग्रेस के लिए काम करने वाली ऐसी नेत्रियों ने कांग्रेस के इस फैसले के खिलाफ चुनाव में काम नहीं करने का फैसला लिया है। कांग्रेस की पूर्व प्रवक्ता राजश्री शर्मा ने बताया कि कांग्रेस ने महापौर पद का प्रत्याशी कविता गोमे को बनाया है। पार्टी की महिला नेत्री अंजू जाटवा, माया मालवीय, कल्पना टटवाल, वंदना मिमरोट, शकुंतला मेहर, राजश्री शर्मा, तृप्ती चैहान, संगीता, अनिता मालवीय, रेशम मालवीय, किरण आदि महिला नेत्रियों ने विरोध करते हुए कहा कि महापौर पद की प्रत्याशी गोमे राजनीतिक नहीं है और ना ही राजनीति में सक्रिय रही है।
ये हैं कांग्रेस महापौर प्रत्याशी
कांग्रेस की ओर से महापौर के लिए घोषित प्रत्याशी डॉ. कविता गोमे (धवन) एल.पी. भार्गव नगर निवासी हैं। बीडीएस डॉक्टर हैं। डॉ. कविता गोमे डेंटिस्ट हैं। इनके पिता कन्हैयालाल गोमे भारतीय खाद्य निगम की दुर्ग शाखा में प्रबंधक हैं। इनके ससुर साहित्यकार और नागदा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हरिमोहन धवन हैं। पति इंजीनियर हैं। वर्ष 2005 के चुनाव में डॉ. कविता की माता श्रीमती विद्या गोमे का नाम कांग्रेस से टिकट को लेकर चला था। तत्कालीन समय में सोनी मेहर को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया था। खास बात यह है कि कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने सर्वसम्मति से इनका नाम तय किया।