प्राथमिक दवाईयों की प्रत्येक गॉव में उपलब्धता सुनिश्चित करें
आपदा प्रभावितों को राहत पहुॅचाने शासकीय कर्मचारी हर समय तैयार रहे
रतलाम 27 जुलाई(इ खबरटुडे)।कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आपदा प्रबंधन के मद्देनजर आयोजित बैठक में प्रभारी कलेक्टर कैलाश वानखेड़े ने सभी अधिकारी, कर्मचारियों को निर्देशित किया हैं कि वे जिले में लगातार हो रही वर्षा के कारण पीड़ित लोगों को राहत पहुॅचाने के लिये हर समय तत्पर रहे। उन्होनें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया हैं कि वर्षाजनित बीमारियों को देखते हुए जिले के प्रत्येक गॉव में उल्टी, दस्त एवं बुखार से संबंधित दवाईयॉ प्रत्येक परिवार को उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में प्रभारी कलेक्टर ने आपदा के संबंध में सभी विभागों में बैहतर समन्वय बनाये रखने के लिये अधिकारी, कर्मचारियों को अपने दुरभाष न केवल चालु रखने अपितु उस पर त्वरित रूप से सम्पर्क स्थापित कर कार्यवाही करने के लिये तैयार रहने के निर्देश दिये है। उन्होनें अपेक्षा की हैं कि संकट के समय में सभी पीड़ित लोगों के प्रति मानवीयता का दृष्टिकोण रखते हुए पूर्ण संवेदनशीलता के साथ राहत पहुॅचाने का कार्य करेगें। उन्हें सौपीं गई जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करेगें। श्री वानखेड़े ने हिदायत दी हैं कि कार्य में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जावेगी और संबंधितों की जिम्मेदारी तय की जाकर कठोर कार्यवाही की जावेगी।
श्री वानखेड़े ने वर्षा के कारण प्रभावित लोगों के लिये राहत कैम्पों का इंतजाम करने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा हैं कि आवश्यकता अनुसार गॉव में स्कूल एवं आंगनवाडी भवन खुले रहेगे। लोगों को राहत पहुॅचाने के लिये भोजन तैयार किया जाकर वितरण सुनिश्चित कराया जाए। राहत कैम्पों में ठहरने के लिये पर्याप्त बंदोबस्त करने एवं शुध्द पेयजल की अपूर्ति करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिये। श्री वानखेड़े ने निर्देशित किया हैं कि राहत के इंतजाम में कोताही न बरती जाए। आवश्यकता अनुसार संबंधित अनुविभागीय अधिकारी से चर्चा कर आरबीसी 6(4) के तहत् राहत पहुॅचायी जाए।
पेयजल की शुध्दता एवं गुणवत्ता बनाये रखने के लिये घर-घर जाकर क्लोरीन की गोलियों के वितरण के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिये गये। श्री वानखेड़े ने कहा कि इससे बीमारियों के फैलाव को रोका जा सकेगा। उन्होनें पशु चिकित्सा विभाग को वर्षा के कारण बीमार होने वाले पशुओं की समुचित देखभाल के भी निर्देश दिये। बैठक में नदी-नाले के किनारे बसे गॉवों पर नियमित रूप से पर्याप्त निगरानी रखने के निर्देश देते हुए प्रभारी कलेक्टर ने कहा कि जो लोग हटना नहीं चाहते हैं उन्हें समझाईश देकर सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाया जाए।
सभी विभाग अपने दायित्वों को समझे – पुलिस अधीक्षक
बैठक में पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा ने सभी विभागों के अधिकारियों से अपने दायित्वों का निर्वहन सुचारू रूप से करने को कहा है। उन्होनें कहा कि समन्वय न होने एवं अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करने पर कानून व्यवस्था की स्थिति के बिगड़ने की सम्भावना रहती है। जिससे प्रशासनिक व्यवस्थाओं में अवरोध उत्पन्न होता है। आपदा के समय में यदि सभी विभाग भलीभांति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगें तो आपदा प्रभावितों को सही समय पर राहत मिल सकेगी। श्री शर्मा ने कतिपय विभागों के अधिकारियों के द्वारा मोबाईल फोन रिसिव न करने पर कड़ी आपत्ति जताई।
स्थल परीक्षण कर यातायात रोका जाए
वर्षा के कारण सड़कों, पुलियाओं, तालाबों, रपटों एवं बांधों की क्षतिग्रस्त होने के कारण कई मार्ग अवरूध्द होकर प्रभावित हुए है। बैठक में ऐसे स्थानों का स्थल निरीक्षण करने एवं क्षति का अवलोकन कर आवश्यकता अनुसार मरम्मत करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, सड़क विकास प्राधिकरण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जल संसाधन विभाग को दिये गये। ऐसे स्थानों को चिन्हित कर वहा पर संकेतक लगाने को निर्देशित किया गया। बैठक में निर्देश दिये गये कि स्थल परीक्षण उपरांत आवश्यकता अनुसार यातायात को तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए।
नगर निगम को सफाई व्यवस्था के निर्देश दिए गये
बैठक में वर्षा के कारण जल भराव की स्थिति उत्पन्न होने एवं उसके पश्चात शहर के विभिन्न स्थानों पर कचरा जमाव की स्थिति से निपटने के लिये पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिये। प्रभारी कलेक्टर कैलाश वानखेड़े ने कहा कि कचरा उठाकर सुरक्षित जगह पर पहुॅचाना नगर निगम की प्राथमिकता रहेगी। कचरे को सही जगह पर निस्तारित किया जाए ताकि लोगों के स्वास्थ्य को खतरा उत्पन्न न हो। नगर निगम आयुक्त को जीर्णशीर्ण मकानों से लोगों की जिन्दगी बचाने के लिये उपयुक्त कार्यवाही करने को निर्देशित किया गया। उन्होनें बारिश में गिरने की स्थिति में होने वाले पेड़ों को कटवाने एवं मार्ग से हटवाने के लिये भी आवश्यक निर्देश दिये।
जिले में गत 24 घंटे में 2 इंच (58.7 मि.मी) वर्षा दर्ज
अधीक्षक भू अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी अनुसार जिले में पिछले चौबीस घंटो में 2 इंच (58.7 मि.मी.)औसत वर्षा दर्ज हुई। इस दौरान आलोट में 1.75 इंच (43 मि.मी.), जावरा में 1.5 इंच (35 मि.मी), पिपलौदा में 2 इंच (59 मि.मी), बाजना में 2.7 इंच (69 मि.मी.), रतलाम में 2.5 इंच (69.2 मि.मी.) व सैलाना विकासखण्ड में 3 इंच (77 मि.मी.) वर्षा दर्ज की गई। एक जून 2015 से आज दिनांक तक जिले में कुल औसत वर्षा 34 इंच (849.9 मि.मी. )दर्ज की गई।
शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों के अवकाश पर प्रतिबंध
प्रभारी कलेक्टर कैलाश वानखेड़े ने विगत तीन दिन से हो रही अतिवृष्टि को दृष्टिगत रखते हुए शासकीय व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन के सुचारू संचालन हेतु शासकीय सेवकों के अवकाश पर जाने को प्रतिबंधित घोषित किया है।
श्री वानखेड़े ने बताया कि आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा एवं शासकीय सेवक बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ सकेगें। जिले में पदस्थ शैक्षणिक संस्थाओं के अधिकारी, कर्मचारी, जिला शिक्षा अधिकारी से अनुमति प्राप्त कर ही मुख्यालय छोड़ सकेगें। अन्य विभाग के शासकीय सेवक संबंधित अनुविभाग के राजस्व अधिकारी से अनुमति प्राप्त करके ही मुख्यालय छोड सकेगें।