बैंकर्स का सकारात्मक रूख प्रशसंनीय -कलेक्टर श्री शर्मा
जिले का साख जमा अनुपात 66 फीसदी रहा
रतलाम 14 जून (इ खबरटुडे)। कलेक्टर राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि जिले में कार्यरत ज्यादातर बैंकर्स का योजना यिान्वयन से लेकर विभिन्न बैंकिंग गतिविधियाें के प्रति सकारात्मक रवैया प्रशंसनीय है।बैंकर्स के सहयोग के चलते जिले में गरीबी उन्मूलन के लिए चलाई जा रही लगभग सभी योजनाआें में लक्ष्य हासिल किए गए हैैं। श्री शर्मा आज यहां जिला स्तरीय समन्वय एवं समीक्षा समिति की बैठक में बोल रहे थे। उन्हाेंने कहा कि कुछ बैंकाें के रूख में सुधार की भी जरूरत है।कलेक्टर ने उम्मीद जताई कि बैंकर्स और सरकारी अधिकारियाें के बीच और बेहतर ताल-मेल कारआमद साबित होगा तथा इसके अच्छे नतीजे सामने आएंगे। श्री शर्मा ने स्व-सहायता समूहाें के माध्यम से ऋण वितरण पर चर्चा के दौरान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक द्वारा अपेक्षित रूचि नहीं लिए जाने पर एतराज जताया।शत-प्रतिशत वित्तीय समावेशन पर चर्चा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बैंक जल्दी ही आंबटित ग्रामाें में अपने व्यावसायिक प्रतिनिधियाें की नियुक्ति करेंगे तथा अल्ट्रा स्माल ब्रांच शुरू करेंगे। इसके लिए बैंकाें को 15 अगस्त तक का समय दिया गया।
बैठक में बताया गया कि वर्ष 2011-12 में जिले का साख जमा अनुपात 66 प्रतिशत रहा जबकि रिजर्व बैंक द्वारा यह अनुपात 60प्रतिशत ही निर्धारित किया गया था। साख जमा अनुपात बेहतर बनाने में एचडीएफसी बैंक 255 प्रतिशत,इलाहाबाद बैंक 163प्रतिशत तथा सहकारी बैंक 158प्रतिशत के साथ अग्रणी रहें।इस मौके पर उक्त बैंकाें के प्रबंधकाें को कलेक्टर श्री शर्मा ने सम्मानित भी किया। बैंक आफ इण्डिया, बैंक आफ महाराष्ट्र,क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक तथा आईडीबीआई बैंकाें का साख जमा अनुपात ठीक न होने एवं पिछले वर्ष से भी कम होने को लेकर कलेक्टर ने असंतोष व्यक्त किया। प्राथमिकता क्षेत्र में ऋण वितरण में 75प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई जो रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित 40प्रतिशत से काफी अधिक है। इस क्षेत्र में 5 बैंकाें का प्रदर्शन ठीक नहीं पाया गया।लीड बैंक अधिकारी श्री हिम्मतलाल गेलडा ने बैठक में बताया कि वर्ष 2011-12की साख योजना में 894करोड़ रूपए की उपलब्धि हासिल की गई जो निर्धारित लक्ष्य का 102 प्रतिशत है। इस उपलब्धि में एचडीएफसी 603 प्रतिशत,पंजाब एंड सिंध बैंक 263 प्रतिशत तथा केनरा बैंक 161प्रतिशत का योगदान सराहनीय रहा। इन बैंकाें के प्रबंधकाें को भी कलेक्टर श्री शर्मा ने सम्मानित किया।
बैठक में लीड बैंक अधिकारी श्री गेलडा ने एलबीआर विवरणी कुछ बैंकाें द्वारा नहीं भेजे जाने के कारण पेश आने वाली दिक्कताें का जि किया। उन्हाेंने आग्रह किया कि इस वर्ष सभी बैंक नियमित रूप से विवरणी भेजें। बैठक में आरआरसी वसूली पर भी चर्चा हुई। बैंकर्स को निर्देश दिए गए कि वे ऑनलाईन जानकारियां दर्ज कराएं। कलेक्टर श्री शर्मा ने भी इसे जरूरी बताते हुए कहा कि जानकारी न होने पर राजस्व अधिकारियाें को वसूली में दिक्कतें आती हैं।उन्हाेंने कहा कि आरआरसी वसूली में बैंकर्स की स्वाभाविक रूचि होनी चाहिए। बैठक में बताया गया कि जिले में एक लाख 42 हजार 630 किसानाें को किसान ेडिट कार्ड वितरित कर दिए गए हैं। ग्रामीणाें को रोजगार प्रदान करने के मुफ्त प्रशिक्षण कार्यम में हासिल उपलब्धियाें का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया गया। बैठक में जानकारी दी गई कि सेवा क्षेत्र अब ग्राम की बजाय पंचायत स्तर पर होगा। इस निर्णय का बीएलसीसी में अनुमोदन कर दिया गया है। शैक्षणिक ऋण के लिए जिले को 537 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। प्रत्येक बैंक की हर शाखा को शहरी क्षेत्र में 8 अर्ध्द शहरी क्षेत्र में 5 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 2 का लक्ष्य बैंकाें को आंबटित किया गया है।
बैठक में गरीबी उन्मूलन के लिए संचालित विभिन्न योजनाआें की प्रगति पर भी चर्चा की गई। संबंधित अधिकारियाें ने स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में 106 प्रतिशत उपलब्धि की जानकारी दी । स्वर्ण जयंती शहरी स्वरोजगार योजना में भौतिक लक्ष्य पूरे होने किन्तु वित्तीय लक्ष्य हासिल नहीं कर पाने पर भी विचार-विमर्श किया गया। कलेक्टर श्री शर्मा ने निर्देश दिए कि वित्तीय और भौतिक दोनों लक्ष्य पूरे करने के लिए बैंकर्स से प्रयास अपेक्षित हैं। उन्हाेंने कहा कि गतवर्ष के लम्बित प्रकरणाें को चालू वर्ष के प्रकरण मानते हुए बैंकर्स उचित कार्यवाही करें। जो प्रकरण उपयुक्त नहीं है उन्हे छोड़कर शेष प्रकरणाें को एक माह में स्वीकृत करें। जुलाई अंत तक इस बारे में ब्यौरा प्रस्तुत किया जाए।
बैठक में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यम,अन्त्यावसायी स्वरोजगार योजना व कपिलधारा योजना तथा रानी दुर्गावती स्वरोजगार योजना में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही मत्स्य पालन व पशु पालन से संबंधित योजनाआें और मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना पर भी चर्चा की गई। इनमें से ज्यादातर योजनाआें में लक्ष्य हासिल कर लिए गए है। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन सहित एक-दो योजनाआें में ऋण वितरण की कार्यवाही शेष है। बैठक के दौरान जिला शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी भविष्य कुमार खोब्राग़ढे द्वारा ईशप योजना पर केन्द्रित प्रजेन्टेशन भी प्रस्तुत किया गया।
बैठक के दौरान नाबार्ड के के.पी.मिंज तथा अन्य बैंकर्स एवं सीईओ जिला पंचायत अर्जुनसिंह डावर सहित अन्य शासकीय अधिकारी उपस्थित थे।