October 6, 2024

झूठा निकला गैैंग रेप का प्रकरण, सीसीटीवी फुटेज से सच आया सामने, गैैंग रेप के आरोपियों को मिलेगी राहत, झूठी रिपोर्ट करने वाली महिला पर होगी कार्यवाही

रतलाम,29 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। करीब दो महीने पहले संज्ञान में आया एक गैैंग रेप का मामला पुलिस की गहन जांच के बाद झूठा निकला है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से घटना का सच सामने आया। रेप का झूठा आरोप लगाने वाली महिला ने बेवजह तीन लोगों को फंसा दिया था। पुलिस अब गैैंग रेप के आरोपियों को उन्मोचित करने के साथ साथ झूठी रिपोर्ट कराने वाली महिला के खिलाफ भी कार्यवाही करेगी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार,जिले के ताल पुलिस थाने पर विगत 26 अक्टूबर को महिला ने इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि तीन व्यक्तियों ने उसके साथ गैैंग रेप किया है। महिला ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि वह अपने भांजे के साथ बाईक पर ताल आ रही थी कि रास्ते में बाइक पंचर हो गई। महिला का भांजा बाइक का पंचर बनवाने गया और वह सडक पर उसका इंतजार कर रही थी। इसी दौरान एक सफेद रंग की कार आकर रुकी,जिसमें तीन व्यक्ति जुझार सिंह,राजेश सिंह डोडीया और कुलदीप सिंह बैठे थे। उन्होने महिला को घर छोडने का कह कर उसे गाडी में बैठा लिया और फिर एक अनजान जगह ले जाकर उसके साथ सामूहिकबलात्कार किया। महिला के साथ तीनो आरोपियों ने मारपीट की और उसे जान से मारने की धमकी भी दी। मारपीट से महिला बेहोश हो गई और अगले दिन जब होश में आई तो आरोपी गण उसे कार में बैठाकर आबूपुरा मगरे के पास छोडकर चले गए। जाते जाते आरोपियों ने महिला को धमकी दी कि अगर उसने किसी को बलात्कार की बात बताई तो वे उसे जान से मार देंगे।

महिला की रिपोर्ट पर ताल पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध गैैंग रेप का आपराधिक प्रकरण दर्ज किया था। गैैंग रेप जैसे गंभीर मामले को देखते हुए ताल पुलिस ने जल्दी ही दो आरोपियों राजेश पिता गोकुल सिंह डोडीया और जुझार सिंह पिता मांगूसिंह पंवार नि.टूटीयाखेडी उज्जैन को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया,जहां से उन्हे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। प्रकरण के एक फरार आरोपी कुलदीप सिंह की तलाश की जा रही थी।

जब ताल पुलिस ने इस मामले की जांच प्रारंभ की तो घटना की सत्यता का पता लगाने के लिए घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज चैक किए गए। सीसीटीवी फुटेज में घटना से सम्बन्धित किसी प्रकार से साक्ष्य नहीं मिले। इसके बाद पुलिस ने फरियादिया द्वारा बताई गई कार का पता लगाने के लिए जावरा शहर के सीसीटीवी फुटेज चैक किए तो पता चला कि घटना के समय उक्त वाहन घटनास्थल से 50 किमी दूर जावरा शहर में था।

इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों की घटना के समय उपस्थिति का पता लगाने के लिए तथ्यात्मक जांच की गई। इस दौरान आरोपी कुलदीप सिंह घटना के दिन घर से निकलने तथा रुपेटा गांव में शराब की दुकान पर जाने और इसके बाद रुपेटा से अपने एक दोस्त के साथ जावरा जाने के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिले। इसी के साथ कुलदीप सिंह की मोबाइल लोकेशन से भी यह स्पष्ट हुआ कि घटना के समय वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था।

ताल पुलिस ने इस मामले का गहन अनुसंधान करने पर पाया कि सीसीटीवी कैमरों के फुटेज,आरोपियों की मोबाईल लोकेशन,साक्षियों के कथन इत्यादि के विश्लेषण यह प्रमाणित करते है कि तीनो आरोपी कथित घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे और गैैंग रेप जैसी कोई घटना नहीं हुई है। फारियादिया महिला ने आरोपियों को झूठा फंसाने के लिए गैैंग रेप जैसा गंभीर आरोप लगाया है।

प्रकरण की परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस ने उक्त प्रकरण की विस्तृत खारजी रिपोर्ट न्यायालय में पेश की है। न्यायालय द्वारा पुलिस द्वारा प्रस्तुत तथ्यों के आधार पर प्रकरण को खारिज करते हुए पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों को उन्मोचित करने की कार्यवाही की जाएगी। गैैंग रेप की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने वाली महिला के खिलाफ धारा 182-211 के तहत आप्राधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।

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