December 23, 2024

मोहन यादव के रूप में 52 वर्ष बाद उज्जैन को मिला प्रदेश का नेतृत्व, जानिए छात्र राजनीती से मुख्यमंत्री पद तक का पूरा सफर

mohan yadav

उज्जैन,12 दिसंबर(इ खबर टुडे)। मध्यप्रदेश में भाजपा संगठन ने सोमवार को नए मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव के नाम का ऐलान कर एक बार फिर राजनीतिक पंडितों को चौका दिया। डा यादव मंगलवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भोपाल पहुंचेंगे। इतिहास पर नज़र डाले तो 52 वर्ष उपरांत एक बार फिर उज्जैन से मुख्यमंत्री का चयन किया गया है। इससे पूर्व 1972 में प्रकाशचंद सेठी उज्जैन से मुख्यमंत्री रहे हैं।

विक्रम विश्व विद्यालय से पीएचडी तक शिक्षित डा. यादव अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति में आए और उसके बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए हैं। यादव की पृष्ठभूमि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से रही है। मालवा और उज्जैन संभाग के ही मंदसौर जिला से ही जगदीश देवड़ा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।

छत्तीसगढ में मुख्यमंत्री चयन के बाद यह साफ हो गया था कि मध्यप्रदेश में किसी पिछड़े वर्ग से आने वाले नेता को ही मुख्यमंत्री घोषित किया जाएगा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को लेकर सारे चर्चित नाम सिर्फ चर्चा में ही रहे और वास्तविकता की धरातल में महज तीन बार के विधायक डा. मोहन यादव प्रदेश की सत्ता के सरताज बन गए।

सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष। सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख, सन् 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री तथा सन् 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री। सन् 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खण्ड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह एवं 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह। सन् 1997 में भा।ज।यु।मो। की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य, सन् 1998 में पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य, सन् 1999 में भा।ज।यु।मो। के उज्जैन संभाग प्रभारी। सन् 2000-2003 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की कार्य परिषद के सदस्य सन् 2000-2003 में भा।ज।पा। के नगर जिला महामंत्री एवं सन् 2004 में भा।ज।पा। की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य, सन् 2004 में सिंहस्थ, मध्यप्रदेश की केन्द्रीय समिति के सदस्य, सन् 2004-2010 में उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा) सन् 2008 से भारत स्काउट एण्ड गाइड के जिलाध्यक्ष, सन् 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा)। भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य, सन् 2013-2016 में भाजपा के अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक, उज्जैन के समग्र विकास हेतु अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा।महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित। मध्यप्रदेश में पर्यटन के निरंतर विकास हेतु सन् 2011-2012 एवं 2012-2013 में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत। सन् 2013 में चौदहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित। वर्ष 2018 में पंद्रहवीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचन के साथ ही उच्च शिक्षा मंत्री मध्यप्रदेश रहे।

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