आमसभा : कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा दादा की सभा में जुटी हजारों की भीड़ – प्रत्याशी सकलेचा के अलावा युवक कांग्रस जिलाध्यक्ष मयंक जाट ने पूछे जिम्मेदारों से सवाल
रतलाम, 05 नवम्बर( खबर टुडे)। कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा दादा की धान मंडी में पहली आम सभा शनिवार को आयोजित हुई। सभा में कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा सहित पदाधिकारियों ने भाजपा की सरकार और उनकी पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ जमकर नाराजगी जाहिर की। भाजपा और रतलाम शहर विधायक की कथनी और करनी को लेकर सवाल खड़े करने के साथ, आम जनता पर विभिन्न टैक्स से थोपे जा रहे भार को लेकर जनता से अपना बहुमूल्य बहुमत 17 नवंबर को कांग्रेस के बटन पर दबाकर प्रत्याशी सकलेचा को विजय बनाने का आह्वान किया।
आम सभा में कांग्रेस विधायक प्रत्याशी पारस सकलेचा दादा ने कहा कि कहता है जोकर सारा जमाना, आधी हकीकत आधा फसाना। कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा ने आमसभा में कहा कि रतलाम में हकीकत कुछ भी नहीं है फसाना ही फसाना है। इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा सरकार और भाजपा प्रत्याशी पर हमला बोलते हुए कहा कि गब्बर का पहला पार्ट सुनाया। आमसभा में बड़ी संख्या में मौजूद दर्शकों ने तालियों से कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा की बातों का समर्थन किया। कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा ने कहा कि जब मैं बहन की बात करता हूं तो मुझे मामा की याद आती है। उन्होंने कहा कि दोस्तों इतिहास में एक ऐसा उदाहरण है की भगवान कृष्ण को जन्म देने वाली देवकी और उनको मारने की कोशिश करने वाला मामा। युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष मयंक जाट ने जनता से पूछा की आप बताएं कि इन 10 साल के अंदर उद्योगपति ने क्या किया ? एक भी उद्योग रतलाम शहर को दिया ? उन्होंने व्यापारियों से कहा कि मैं व्यापारियों को किसी भी प्रकार से कोई समस्या नहीं आने दूंगा। एक व्यापारी इंसान है वह भी टैक्स भरता है।
इनकम टैक्स की मार के साथ प्रोफेशनल टैक्स भी मार उठा रहा है। हमारे ऊपर अलग-अलग नाम से सैंकड़ों टैक्स थोप दिए गए। हमारी कांग्रेस ने इसका विरोध किया। व्यापारी भाइयों को भी अबकी बार हाथ के पंजे पर बटन दबाकर विजय बनाना होगा। तभी सर्व समाज का एक साथ विकास होगा। कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा ने भाजपा प्रत्याशी का नाम लिए बगैर हमला बोलते हुए कहा कि क्या वही है झूठ और फरेब। रतलाम विधायक के बार में कांग्रेस प्रत्याशी ने आमसभा में कहा कि उन्होंने उद्योग डलवाया बदनावर में, स्कूल खोला बदनावर में, नए उद्योग का एक्सटेंशन किया वापी में, अपना हेड ऑफिस बनाया मुंबई में, अपना स्टूडियो बनाया मुंबई में तो रतलाम को क्या दिया ठेंगा। चेतना अखबार चलाया और उसे भी बंद कर दिया। हम पूछेंगे आपसे आप राजनीति करने आए हो रतलाम को क्या दिया? आपने स्कूल वहां खोला कश्यप विद्यापीठ तो रतलाम को बच्चों की पढऩे की जरूरत नहीं है क्या? कांग्रेस की आमसभा के मंच पर रतलाम शहर अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, महिला अध्यक्ष कुसुम चाहर, प्रभु राठौड़ शांतिलाल वर्मा, जेवियर मईडा, रजनीकांत व्यास फैयाज मंसूरी सुजीत उपाध्याय आदि कांग्रेस के पदाधिकारी मंचासीन थे। वही आमसभा में रतलाम की जनता का सैलाब उमड़ पड़ा। लगभग आठ हजार लोग आमसभा को देखा और सुना।