November 20, 2024

रतलाम आये और रतलामी सेव नहीं खाई तो उसे रतलाम आना नहीं माना जाता – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी:देखिये वीडियो

रतलाम,04 नवम्बर(इ खबर टुडे)। आज रतलाम में देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री रतलाम में तीसरी बार आमसभा को संबोधित करने पहुंचे। संबोधन के दौरान मोदी सबसे पहले पूरी दुनिया में लोकप्रिय रतलाम की सेव को लेकर कहा कि रतलाम की पहचान स्वाद के लिए है। रतलाम आये और रतलामी सेव नहीं खाई तो उसे रतलाम आना नहीं माना जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के दो बड़े नेताओं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच चल रहे मनमुटाव पर तंज कसा। उन्होंने रतलाम की सभा में कहा कि यहां कांग्रेस के दो नेताओं के बीच कपड़े फाड़ने की कम्पीटिशन चल रही है। अभी तो यह फिल्म का ट्रेलर है। तीन दिसंबर को भाजपा की जीत के बाद यहां कांग्रेस की असली पिक्चर दिखेगी। कांग्रेस की असली सिर फुटव्वल होगी। अभी तो प्रैक्टिस चल रही है। यह दोनों कपड़ा फाड़ नेता तो अपने-अपने बेटों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। लड़ाई इस बात की है कि किसका बेटा मध्य प्रदेश कांग्रेस पर कब्जा करेगा।

मोदी का निशाना कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर था। पिछले दिनों दोनों के बीच मनमुटाव की खबरें आई थी। एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें कमलनाथ ने टिकट कटने पर असंतुष्टों से कहा था कि जाकर दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ो। जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ो। दिग्विजय सिंह भी सर्वे के आधार पर टिकटों के बंटवारे को लेकर सवाल उठा चुके हैं। अब भी दोनों को इस घटना पर सफाई देनी पड़ रही है। इसी मुद्दे को मोदी ने रतलाम में चुनावी सभा के दौरान उठाया। उन्होंने कहा कि विकास का रोडमैप क्या होगा, यह कांग्रेस को पता नहीं है। इतनी दूर की कांग्रेस सोच ही नहीं सकती। कांग्रेस के नेता फिल्मी हैं। कांग्रेसियों के डायलॉग भी फिल्मी है। कांग्रेस की घोषणाएं भी फिल्मी हैं। किरदार फिल्मी है तो सीन भी फिल्मी ही होगा। यहां कांग्रेस के दो नेताओं के बीच कपड़े फाड़ने की कम्पीटिशन चल रही है। अभी तो यह फिल्म का ट्रेलर है। यह अपने-अपने चेलों को बताते हैं कि एक बार मौका मिल गया तो उसके बाद वो खुद के भी कपड़े फाड़ेंगे, आपके भी फाड़ेंगे। यह याद रखिए कि जहां भी इन्हें मौका मिला है, उन्होंने जनता के कपड़े फाड़ दिए। उन्हें अवसर देना बहुत बड़ा संकट होता है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ का पांच राज्यों में क्या हाल कर दिया। कांग्रेस मतलब राज्य में हजारों करोड़ के घोटाले, अपराधियों का बोलबाला, गरीबों से विश्वासघात, दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों पर अत्याचार, राज्य को बीमार बनाने की गारंटी। यह उनके स्वभाव में है। उनके खून का हिस्सा है।

कांग्रेस की कर्जमाफी का फायदा किसानों को नहीं मिलता
मोदी ने आरोप लगाया कि देश में कोई ऐसा नहीं है, जिसे कांग्रेस ने ठगा नहीं है। कांग्रेस हर चुनाव में कर्जमाफी का झुनझुना लेकर आती है। कांग्रेस की कर्जमाफी का फायदा किसानों को नहीं, कांग्रेसियों के चेले-चपाटियों को होता है। भाजपा सरकार जो कहती है, वह करती है। हम किसानों के छोटे-बड़े खर्चों की चिंता कर रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देशभर के किसानों को पैसा दे रहे हैं।

वंशवाद को बढ़ावा देने का आरोप
मोदी ने कहा कि यहां के कांग्रेस के शीर्ष नेता आपस में क्यों लड़ रहे हैं? यह लड़ाई सीएम की कुर्सी के लिए नहीं है। उन्हें पता है यहां उनकी दाल नहीं गलने वाली है। वह लोग तो अपने-अपने बेटों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। लड़ाई इस बात की है कि किसका बेटा मध्य प्रदेश कांग्रेस पर कब्जा करेगा। कांग्रेस सिर्फ परिवारवाद का परचम लहरा सकती है। मध्य प्रदेश का परचम लहराना कांग्रेस के बस की बात नहीं है। भाजपा ही आपको आगे लेकर जाएगी। आपका सपना पूरा करना ही मोदी का संकल्प है।

रतलामी सेव नहीं खाई तो यहां आया नहीं मानते
मोदी ने रतलामी सेव का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि रतलाम आए और रतलामी सेव नहीं खाई तो उसे रतलाम आया, माना नहीं जाता है। सही बात है न? यही सच्चाई है। जब तीन दिसंबर को भाजपा सरकार की वापसी का जश्न मनेगा, तब लड्डू के साथ रतलामी सेव भी खूब खाई जाएगी। एक जिला एक उत्पाद के तहत यहां सेव को चुना गया है। नमकीन क्लस्टर बनाया गया है।

दिल्ली वालों का हिसाब-किताब बदल जाएगा


मोदी ने दिल्ली में सर्वे कर जीत-हार की भविष्यवाणी करने वालों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग दिल्ली में बैठकर गुणा-भाग करते रहते हैं, आज उनका हिसाब-किताब बदल जाएगा। अब चर्चा यह नहीं होगी कि कौन जीतेगा? चर्चा यह होगी भाजपा दो-तिहाई बहुमत लेगी या उससे कम रहेगी।

पांच साल और मिलेगा गरीबों को मुफ्त राशन


मोदी ने कहा कि 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली योजना दिसंबर में खत्म हो रही है। मोदी का निश्चय है कि आने वाले पांच साल के लिए इसे बढ़ाया जाएगा। 80 करोड़ देशवासियों का चूल्हा जलता रहे, यह मोदी की गारंटी है। गरीबों को मुफ्त राशन मिलता रहेगा। जो पैसे बचेंगे, गरीब जीवन की अन्य आवश्यकताओं पर खर्च कर सकेगा। मोदी जब गारंटी देता है तो उसे पूरी करने की गारंटी भी साथ देता है।

मामा को भी याद किया मोदी ने


मोदी ने कहा कि लोग कहते हैं कि एमपी के मन में मोदी है और मोदी के मन में एमपी है। बहनों की बात होती तो मामा (शिवराज) याद आ ही जाता है। मध्य प्रदेश में हजारों महिलाएं लखपति बनी हैं। उनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति हुई है। शहरों में रहने वाले मध्यम वर्ग के लोगों का अपने घऱ का सपना पूरा हो, इसके लिए गंभीरता से काम कर रही है। मोदी पहला प्रधानमंत्री है, जिसने शहरी मध्यम वर्ग के लिए घरों की योजना बनाई है।

घर-घर जाकर मेरा प्रणाम कहना
मोदी ने अनूठे अंदाज में जनसंपर्क अभियान भी शुरू कर दिया। उन्होंने सभा में आए लोगों से आग्रह किया कि सरकार तो बन ही जाएगी। शत-प्रतिशत बूथों पर कमल खिलना चाहिए। मेरा एक काम और करना होगा। यह चुनावी काम नहीं है। यह काम मेरे लिए करने को कह रहा हूं। यहां से घर-घर जाइए। घर जाकर कहिए कि मोदी जी रतलाम आए थे। उन्होंने आपको प्रणाम कहा है। हर परिवार को मेरा प्रणाम पहुंचेगा तो बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा। उनका आशीर्वाद मिलता है तो मेरे काम करने की ताकत अनेक गुना बढ़ जाती है।

रतलाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- कहा- ये कांग्रेस ही है जिसने आदिवासी राष्ट्रपति का विरोध किया था। भाजपा सरकार ने आदिवासी समुदाय को सम्मान दिलवाया। बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, रानी कमलापति के नाम पर अनेक संस्थानों के नाम हैं। भाजपा के शासन में 21 वीं सदी का मध्य प्रदेश आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस हो रहा है। यहां उद्योगों के लिए नया कारीडोर बनने जा रहा है। यहां के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनते जा रहे हैं।

मोदी ने कहा- इतनी बड़ी संख्या में यहां आए हैं,आप सभी का दर्शन लाभ मिला लेकिन आप सभी को मेरा एक काम करना होगा। यहां से घर-घर जाकर कहिए मोदी जी रतलाम आए थे उन्होेंने प्रणाम कहा है। घर परिवार के मुखिया,बुजुर्ग जब मुझे आशीर्वाद देते हैं तो मेरी काम करने की ताकत बढ़ जाती है। वो भाजपा सरकार ही है, जिसने भारत को विश्व में पांचवें नंबर की आर्थिक शक्ति बना दिया। वो भाजपा सरकार ही है, जिसने कोरोना के इतने बड़े महासंकट में भी देश को पिछड़ने नहीं दिया। वो भाजपा सरकार ही है, जिसके कार्यकाल में देश ने चंद्रमा पर अपना झंडा गाड़ा।

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