कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने जिला अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
मरीजों से चर्चा की, चार को किया निलंबित
रतलाम 12 मई(इ खबरटुडे)। कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने आज सुबह जिला चिकित्सालय रतलाम का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के जनरल ओपीडी, महिला इंजेक्शन कक्ष, महिला ओपीडी, परीक्षण कक्ष, प्रसूति वार्ड इत्यादि का निरीक्षण करते हुए वहां उपस्थित मरीजों के हाल जाने। मरीजों ने कलेक्टर को अस्पताल में होने वाली तकलीफों एवं व्याप्त अव्यवस्थाओं से अवगत कराया। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को अस्पताल की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश देते हुए लापरवाह कर्मचारियों में चार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने एवं शेष को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने प्रसूति वार्ड में भर्ती महिलाओं को समय पर भोजन एवं नाश्ता उपलब्ध न कराने पर जिम्मेदार अशोक डारसी को, जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसूता को दी जाने वाली राशि खाते में जमा करने के मामले में संतोष चौहान, सहायक ग्रेड-2 को, अस्पताल में लगे टीवी सेट के संचालन में सहयोगी संजय सोलंकी चतुर्थ श्रेणी को एवं महिला इंजेक्शन कक्ष की एक नर्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने जनरल ओपीड़ी के निरीक्षण में पाया कि वहां एक ही कक्ष में 4 डॉक्टर एक साथ मरीजों को देख रहे थे। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि एक अन्य कक्ष की व्यवस्था करें ताकि मरीजों की एक ही स्थान पर अत्याधिक भीड़ न हो और उनका व्यवस्थित रूप से परीक्षण किया जा सके। कलेक्टर ने महिला ओपीड़ी कक्ष का भी निरीक्षण किया और पाया कि डॉ डयूटी चार्ट पर मात्र एक ही चिकित्सक डॉ सुधा रजावत का नाम अंकित था अन्य उपस्थित डॉक्टर्स के नाम नहीं थे। उन्होंने सिविल सर्जन को प्रतिदिन समय पर नाम दर्ज किया जाना सुनिश्चित करने के लिए किसी एक कर्मचारी की जिम्मेदार तय करने के निर्देश दिए।
मरीजों को इंतजार कराने वाली नर्स निलंबित
कलेक्टर बी. चंद्रशेखर द्वारा महिला इन्जेक्शन कक्ष का निरीक्षण किया गया। सुबह 9.30 बजे तक कोई नर्स वहां पर मौजूद नहीं थी। कलेक्टर को वहां पर उपचार हेतु उपस्थित एक महिला मरीज द्वारा अवगत कराया गया कि वह एक घण्टे से नर्स का इंतजार कर रही है किन्तु नर्स का कोई पता नहीं है। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जिस नर्स की डयूटी थी उसको तत्काल निलंबित करें।
महिला चिकित्सक करेंगी सोनोग्राफी
महिला ओपीड़ी कक्ष के बाहर उपस्थित महिला मरीजों द्वारा कलेक्टर को शिकायत की गई कि उनकी सोनोग्राफी जिला चिकित्सालय में नहीं की जा रही है। कलेक्टर को सिविल सर्जन द्वारा अवगत कराया कि डॉ लहरी को सोनोग्राफी करने का दायित्व सौंपा गया था जो वर्तमान में निलंबित है। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को जिला अस्पताल में कार्यरत महिला चिकित्सा विशेषज्ञों से ही डयूटी लगाकर सोनोग्राफी करवाए जाने के निर्देश दिए।
ईशरथुनी की आशा कार्यकर्ता को कारण बताओ सूचना पत्र
कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने ईशरथुनी की आशा कार्यकर्ता को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्हें प्रसूति वार्ड में भरती शारदाबाई निवासी गोपालपुरा ईसरथुनी द्वारा अवगत कराया कि वह गांव से टेम्पो द्वारा जिला चिकित्सालय आई है जबकि आशा कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है कि वह प्रसूता को जननी एक्सप्रेस के माध्यम से जिला चिकित्सालय लाए।
टीवी संचालक के विरुध्द कार्रवाई के निर्देश
कलेक्टर ने प्रसूति वार्ड में लगी एलसीड़ी टीवी बंद होने पर अस्पताल प्रबंधन एवं मरीजों से पड़ताल की। उन्हें वार्ड में भरती महिलाओं द्वारा अवगत कराया गया कि तीन दिन से टीवी नहीं चल रहा है। कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने सिविल सर्जन को टीवी संचालक के विरुध्द तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
सिविल सर्जन एवं जिला कार्यम अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश
कलेक्टर के द्वारा जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान प्रसूति वार्ड में भरती पपीताबाई निवासी चौराना बिलपांक की केश सीट देखने पर परीलक्षित हुआ कि उसके द्वारा प्रायवेट में सोनोग्राफी करवाई थी। प्रसूता की चार जांचें होना थी किन्तु मात्र एक जांच हुई तथा पहली जांच भी 28वें सप्ताह बाद हुई। कलेक्टर ने इसे वहां कार्यरत एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाडी कार्यकता एवं सहायिका की नियमित रूप से परीक्षण की कार्यवाही में लापरवाही माना और उन्होंने सिविल सर्जन एवं जिला कार्यम अधिकारी को संबंधितों के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
दाइयों को निलंबित और नर्सों को एससीएन
कलेक्टर बी. चंद््रशेखर ने प्रसूति वार्ड में भर्ती प्रसूताओं की शिकायत पर संबंधित दाइयों को निलंबित और नर्सों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए। प्रसूति वार्ड में भर्ती प्रसूता फरनाज द्वारा अवगत कराया कि उसकी प्रसूति होने के उपरांत उसकी माताजी द्वारा 500 रू पए दिये तथा लेबर रूम से वार्ड में शिफ्ट करने वाली आया को 30 रूपए दिये गये। इसी प्रकार पपीताबाई द्वारा भी प्रसूती होने के पश्चात 800 रूपए दिये गये। पूजा कन्हैयालाल निवासी बाजना बस स्टेण्ड रतलाम द्वारा भी यही शिकायत की गई कि उसके द्वारा भी 700 रुपए दिये गये है। तेजकुंवरबाई के घरवालों द्वारा भी 500 रूपये दिये गये। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जिस शिकातयकर्ता की प्रसूति हुई है उस समय डयूटी पर मौजूद दाईयों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करें तथा उस समय कार्यरत नर्सो को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करें।
आशा-उषा कार्यकर्ताओं का लेबर रूम में प्रवेश वर्जित
कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया है कि वे आशा एवं उषा कार्यकर्ताओं का सख्ती से लेबर रुम में प्रवेश किया जाना प्रतिबंधित करे। कलेक्टर को लेबर रूम के गेट पर कार्यरत महिला सुरक्षा गार्ड द्वारा अवगत कराया कि लेबर रूम में आशा-उषा कार्यकर्ता आती है। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि लेबर रूम परिसर में किसी भी आशा-उषा कार्यकर्ता को अन्दर प्रवेश नहीं दिया जाए तथा निर्देशों का पालन न करने वाली आशा-उषा कार्यकर्ताओं के नाम सुरक्षा गार्ड द्वारा नोट किया जाएं तथा सिविल सर्जन द्वारा उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाए।
शिकायत पेटियां लगाई जाएं
कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि लेबर रूम के बाहर एवं प्रत्येक वार्ड में शिकायत पेटी लगवाई जाए। जिस स्थान पर शिकायत पेटी लगाई जाए उस स्थल पर एक बोर्ड भी लगाया जाए कि कोई भी व्यक्ति या मरीज जिसको अस्पताल प्रबंधन के संबंध में शिकायत करनी है, वह अपनी शिकायत इस पेटी में डाल सकता है। उक्त पेटी स्वयं कलेक्टर या उनके द्वारा नामांकित प्रतिनिधि द्वारा ही खोली जाएगी।