Politics news: अशोक गहलोत बोले, सचिन पायलट ने गद्दारी की, किसी भी स्थिति में मुख्यमंत्री स्वीकार नहीं करूंगा
जयपुर, 24नवंबर(इ ख़बर टुडे)। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान आने से पहले कांग्रेस में एक बार फिर भारी खींचतान शुरू हो गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट को किसी भी स्थिति में मुख्यमंत्री स्वीकार नहीं करूंगा, वह गद्दार हैं। वीरवार को एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए अशोक गहलोत ने करौली में कहा कि सचिन पायलट ने भाजपा से दस करोड़ रुपये लिए थे। इस कारण सचिन पायलट समर्थक विधायक मेरे खिलाफ सक्रिय हुए।
गौरतलब है कि राजस्थान में सीएम पद को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट में तनातनी पिछले काफी समय से जारी है। उन्होंने कहा, एक गद्दार मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। हाईकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता, एक ऐसा शख्स, जिसके पास 10 विधायक भी नहीं हैं। ऐसा शख्स, जिसने विद्रोह किया। उन्होंने पार्टी को धोखा दिया, वह गद्दार हैं।
इंटरव्यू के दौरान अशोक गहलोत ने 2020 में हुई ‘बगावत’ के बारे में विस्तार से बताया, यह संभवतः हिन्दुस्तान में पहली बार हुआ होगा, जब एक पार्टी अध्यक्ष ने अपनी ही सरकार गिराने की कोशिश की। अशोक गहलोत ने कोई सबूत पेश नहीं किया, लेकिन कहा कि इस बगावत को ‘भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने फंड किया था’ और इसके पीछे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित BJP के वरिष्ठ नेता शामिल थे।
उस वक्त, दो साल तक राजस्थान के डिप्टी CM रह चुके सचिन पायलट 19 विधायकों को लेकर दिल्ली के निकट एक पांच-सितारा रिसॉर्ट में पहुंच गए थे। यह कांग्रेस को सीधी चुनौती थी – या उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए, या वह कांग्रेस छोड़कर चले जाएंगे, और इसी वजह से कुछ ही राज्यों में शासन कर रही पार्टी एक राज्य में टूट भी गई थी।
लेकिन यह चुनौती कतई नाकाम साबित हुई, क्योंकि 45-वर्षीय सचिन पायलट से 265 साल सीनियर अशोक गहलोत ने उन्हें आसानी से पटखनी दे दी थी, और उन्होंने भी एक पांच-सितारा रिसॉर्ट में ही 100 से भी ज़्यादा विधायकों को ले जाकर अपनी ताकत दिखाई थी। साफ हो गया कि दोनों नेताओं में कोई मुकाबला था ही नहीं।