रतलाम / गर्भवती महिलाओं में हिमोग्लोबिन की जांच और उपचार के लिए टी 3 कैम्पेन का आयोजन
रतलाम,17नवंबर(इ खबर टुडे)। मातृ मृत्यु दर एवं एनीमिया में कमी लाने हेतु विभाग द्वारा सतत् प्रयास किए जा रहे है। एनीमिया अप्रत्यक्ष रूप से मातृ मृत्यु का एक बड़ा कारण है। गर्भावस्था के दौरान एनीमिया (खून की कमी) के कारण जन्म के समय कम वजन, जन्म से पूर्व मृत शिशु का जन्म, प्रीटर्म लेबर की संभावनाएं भी अधिक रहती है। गर्भवती महिलाओं में हिमोग्लोबिन की जांच और उपचार के लिये टी 3 (टेस्ट, ट्रीम एंड टॉक) कैम्पेन का आयोजन समुदाय तथा संस्था स्तर पर 30 नवम्बर तक ग्रामीण क्षेत्रों में तथा 15 दिसम्बर तक शहरी क्षेत्रों मे आयोजित किया रहा है।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि उल्लेखनीय है कि एन.एफ.एच.एस.- 4 (2015-16) की तुलना में एन.एफ.एच.एस.-5 (2020-21) में एनीमिया की दर मे 3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, परन्तु अभी भी अधिकांश गर्भवती महिलाएं एनीमिया से ग्रसित है, एनीमिया की सही जांच, उपचार और प्रबंधन तथा एनीमिया के कारण होने वाली मातृ मृत्यु को कम करने के उद्देश्य से विभाग द्वारा सभी गर्भवती महिलाओं मे हिमोग्लोबिन की सटीक जांच के लिए उपस्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर स्ट्रिप आधारित डिजीटल हिमोग्लोबिनोमीटर प्रदान किए गए है। सभी गर्भवती महिलाओं की जांच अनिवार्य रूप से डिजीटल हिमोग्लोबिनोमीटर द्वारा कैम्पेन मोड में की जावेगी, जिससे एनीमिया के कारण होने वाले दुष्प्रभावों को कम किया जा सके।