Crime news : साढे़ पांच करोड़ का सोना उड़ाने वाले गिरफ्तार, कर्ज बढ़ने के कारण शो-रूम को बनाया था निशाना
जबलपुर,31अगस्त(इ खबर टुडे)। जबलपुर के लार्डगंज थानांतर्गत स्थित ज्वेलर्स शो-रूम से साढ़े पांच करोड़ रुपये का सोना उड़ाने वाले तीन सदस्यीय गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कोरोना काल में व्यापार में घाटा होने तथा कर्ज बढ़ोतरी के कारण आरोपियों ने ज्वेलर्स शो-रूम में चोरी की योजना बनाई थी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन उमेश जोगा के अनुसार 15-16 अगस्त की दरम्यानी रात्रि सुपर मार्केट स्थित पायलवाला गोल्ड शो-रूम में कटर से ताला काटकर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। चोरों ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे व रिकॉर्डिग की डीवीआर भी निकाल ली थी। दुकान संचालक ने स्टॉक मिलान के बाद बताया कि चोर 10 किलो 252 ग्राम तथा 70 मिली ग्राम सोना उड़ा ले गए हैं। जिसका मूल्य लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपये है। घटना की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने आरोपियों पर तीस हजार तथा पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
पुलिस ने पड़ताल शुरू की। आसपास की वीडियो फुटेज की जांच करने पर दो संदिग्ध व्यक्ति दुकान के पीछे दिखाई दिए। इसके बाद वह एक इनोवा गाड़ा में जाते हुए दिखाई दिए। जिसका नंबर छिपा हुआ था। पुलिस ने प्राप्त फुटेज के आधार पर आरोपियों के संबंध में पतासाजी प्रारंभ की और वारदात को अंजाम देने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक गोपाल खांडेल ने बताया कि इस चोरी की योजना का मास्टर माइंड गोहलपुर निवासी गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफा उम्र 42 निवासी मोतीनाला था। वह वाहन खरीदने व बचने का काम करता था और इलेक्ट्रॉनिक आइटम बनाने का छोटा कारखाना भी संचालित करता था। लॉकडाउन के व्यापार ठप होने तथा कर्ज बढ़ने के कारण चोरी की योजना बनाई थी। उसने अपने 28 वर्षीय साथी आरिफ निवासी पसियाना को दुकान की रैकी करने का काम सौंपा था। इसके अलावा वह खुद भी दुकान की रैकी कर रहा था।
घटना दिनांक को उनसे अपनी इनोवा की नंबर प्लेट को ढंकने के लिए कपड़ा लगाकर टेप चिपका दिया था। इसके बाद अपने साथी बैजू उर्फ बैजुददीन उम्र 32 साल के साथ दत्त मंदिर पहुंचा। गाड़ी में रखे कटर, रॉड सहित अन्य उपकरणों के लेकर आरोपी दुकान के पीछे पहुंचे। उन्होंने करीब 10 तालों को काटकर दुकान के अंदर प्रवेश किया। उन्होंने दो घंटे दुकान में रहते हुए चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बाहर से आवाज आने पर दोनों चोरी का माल बोरी में भरकर पिछली शटर से वापस अपनी गाड़ा में आ गए।
आरोपी इतने शातिर थे कि वे तीन घंटों तक गाड़ी को शहर की सड़कों व गलियों में घुमाते रहे। इसके बाद गाड़ी से कोमसघाट गए। जहां उन्होंने ज्वेरात की बोरी को छुपा दिया। इसके बाद वे भेडाघाट पहुंचे और गाड़ी को पार्क करने के बाद घर लौट आए। इसके बाद मोटर साईकिल से कोसमघाम पहुंचकर जेवरात की बोरी लेकर गोपी के घर पहुंचे और आपस में बंटवारा कर लिया।
पुलिस ने बताया कि आसिफ ने अखबार में चोरी की खबर पढ़ी तो वह गोपी के पास पहुंचा और पुलिस को जानकारी देने की धमकी दी। गोपी ने उसे पचास ग्राम सोना देते हुए चुप रहने के लिए कहा। गोपी ने उसे और भी सोना देने का लालच दिया था। इस बीच इनोवा तथा संदिग्ध व्यक्ति की पहचान करते हुए पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी गए जेवरात बरामद कर लिए।