Kidney Transplant : किडनी प्रत्यारोपण के एक बैठक में सर्वाधिक 5 प्रकरणों की स्वीकृति, गुजरात तक पहुंचेगा रतलाम का नाम
रतलाम,06 अगस्त (इ खबरटुडे)। अंगदान संभागीय प्राधिकार समिति द्वारा आयोजित बैठक में 5 प्रकरण रखे गए थे। समिति की अध्यक्षता कर रहे रतलाम मेडिकल कॉलेज डीन डॉ जितेंद्र गुप्ता, समिति सदस्य मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रभाकर नानावरे ,मेडिकल कॉलेज के मेडिसन विभाग प्रभारी डॉ महेंद्र चौहान, सर्जरी विभाग प्रभारी डॉक्टर नीलम चार्ल्स, स्वयंसेवी संस्था के समाजसेवी गोविंद काकानी, श्रीमती मनीषा ठक्कर द्वारा मरीज एवं मरीज के परिजनों द्वारा लाए गए सबूतों का परीक्षण कर व्यक्तिगत जानकारी ली और प्रकरण को स्वीकृति प्रदान की गई।
समिति सदस्यों ने मरीज नटवर सिंह उम्र 25 वर्ष पवन उम्र 27 वर्ष हेमंत उम्र 26 वर्ष सचिन उम्र 40 वर्ष एवं चंद्र प्रकाश उम्र 60 वर्ष को किडनी प्रत्यारोपण की पहले केस में 36 वर्षीय पुरुष को स्व परिवार द्वारा किडनी दिए जाने पर सहमति प्रदान करी एवं स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए कहां गया।
संभागीय प्राधिकार अंगदान समिति अध्यक्ष डीन डॉ जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि आज के 5 प्रकरणों मैं परिवार जनों द्वारा ही किडनी दिए जाने से प्रकरण स्वीकृत किए गए हैं। डॉ जितेंद्र गुप्ता ने कहा की समिति के सदस्यों की सक्रियता एवं डॉक्टरों के सराहनीय सहयोग से मेडिकल कॉलेज रतलाम का नाम रोशन हो रहा है।
समाजसेवी गोविंद काकानी सदस्य संभागीय प्राधिकार अंगदान समिति मेडिकल कॉलेज रतलाम* ने बताया कि आज स्वीकृत 5 प्रकरणों में 4 मरीजों का किडनी प्रत्यारोपण इंदौर अस्पतालों में और एक मरीज का किडनी प्रत्यारोपण नडियाद गुजरात में किया जाना है पांचो प्रकरणों में परिजनों को बुलाकर उनसे प्रति परीक्षण किया गया।
सभी मरीज के परिवार में स्वीकृति मिलने की खुशियां चेहरे पर नजर आ रही थी। पांचो मरीज के परिवार जनों ने कहा समिति के सभी सदस्यों का हम ह्रदय से धन्यवाद अर्पित करते हैं। उन्होंने बहुत कम समय में हमारी समस्या को समझ स्वीकृति प्रदान कर हमें चिंता मुक्त कर दिया।
संभागीय अंगदान समिति सदस्य समाजसेवी श्रीमती मनीषा ठक्कर ने सभी प्रकरण में परिवार जन द्वारा अंगदान किए जाने पर गंभीरता के साथ विचार विमर्श किया। नोडल अधिकारी डॉक्टर अतुल कुमार ने किडनी देने वाले सभी पांचों प्रकरण को कानूनी प्रक्रिया पूरी कर स्वीकृत पत्र बनवा कर परिवार जन को दिए। समिति सदस्यों ने शाजापुर, देवास, उज्जैन और मंदसौर से आए परिवारों से ऑपरेशन के बाद मरीज एव किडनी दानदाता का विशेष ध्यान रखने को कहा।