October 11, 2024

‘हमारे कुछ कर्मचारी मानसिक रोगी, ईमानदारों को बताते हैं भ्रष्ट’, अधिकारी ने पागलखाने को लिखी चिट्ठी

ग्वालियर,22जुलाई(इ खबर टुडे)। मध्य प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे. यहां पावर जनरेटिंग कंपनी चंदेरी जिला अशोकनगर के अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार जैन ने ग्वालियर के पागल खाने को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में जैन ने अपने कुछ कर्मचारियों को मानसिक रोगी बताया है और कहा है कि ये कर्मचारी ईमानदार अधिकारी को भ्रष्ट बताते हैं. चिट्ठी में जैन ने पागखाने से पूछा है कि अगर रोगी को आपके चिकित्सालय में भर्ती कराना है तो वाहन की व्यवस्था आपकी तरफ से की जाएगी या हमारी तरफ से करनी होगी?

चिट्ठी में दिनेश कुमार जैन ने लिखा है, ”’राजघाट जल विद्युत संयंत्र में कुछ कर्मियों का कार्य स्थल पर आचरण लंबे समय से विचित्र और असामान्य देखा जा रहा है. जिनके कार्यस्थल पर व्यवहार मनोरोगी जैसे परिलक्षित हो रहे हैं. कुछ ईमानदारी पूर्वक काम रहे कर्मचारी और अधिकारियों को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से भ्रष्टाचारी बता रहे हैं और लोगों में भ्रांति फैला रहे हैं कि जो काम नहीं कर रहा, वह सबसे ईमानदार व्यक्ति होता है. कुछ कर्मचारी मनमानी तौर पर स्वयं को मानसिक रोग या अवसाद से ग्रसित होना बताकर आत्महत्या करने की लिखित शिकायतें करते हैं, लेकिन अवसाद को मानसिक रोग नहीं मानते और जानबूझकर संयंत्र के अंदर कारण यहां वहां घूमते हैं और खुद को डिप्रेशन से ठीक बताने लगते हैं.”

मानसिक परीक्षण और इलाज के लिए दें जानकारी- चिट्ठी में जैन
चिट्ठी में उन्होंने कहा, ”यह विभाग विद्युत उत्पादन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में संलग्न है और ऐसा व्यक्ति कभी भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न कर संयंत्र को क्षति पहुंचा सकता है. ऐसी स्थिति में किसी कर्मचारी का मानसिक परीक्षण और इलाज करने के लिए भर्ती कराना हो तो कृपया उसकी प्रक्रिया की जानकारी दें. साथ ही अगर रोगी को चिकित्सालय में भर्ती किया जाना है तो विशेष प्रकार के वाहन की व्यवस्था आपकी तरफ से होगी या विभाग की तरफ से? और इसके परीक्षण हेतु क्या-क्या औपचारिकताएं कार्यालय द्वारा आवश्यक है, कृपया मेल या फोन द्वारा अवगत कराएं.”

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