November 15, 2024

Blast news : बड़वानी के कथित फल के विस्फोट की वास्तविकता उजागर-विस्फोट फ़ल से नहीं शिकार के लिये रखे बम से हुआ: पुलिस और वन विभाग

बड़वानी,1जून(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के पलसूद थाना क्षेत्र में कथित तौर पर फल से विस्फोट होने के मामले की वास्तविकता सामने आ गई है। वन विभाग एवं पुलिस ने इसे स्पष्‍ट कर दिया है। वृक्ष के कथित फल से घायल हुए युवक के मामले की बहुआयामी जांच में सामने आया है कि यह छोटे जानवरों के शिकार के लिए रखे गए बम थे।

पलसूद के थाना प्रभारी भवानी राम वर्मा ने बताया कि फुलज्वारी ग्राम का आदिवासी किसान शांतिलाल भायला ग्राम उमेदडा के समीप लकड़ी काटने के दौरान एक छोटे फल नुमा वस्तु के संपर्क में आने के बाद विस्फोट होने से घायल हो गया था। इस जानकारी के बाद पेड़ के फल से विस्फोट की जानकारी सार्वजनिक होने पर आश्चर्य मिश्रित सनसनी फैल गई थी। मौके से तीन छोटे फल के आकार की वस्तु जब्त तक कर थाने में लाई गई थी।

वन विभाग के दल ने भी मौके से एक फल नुमा वस्तु जब्त कर पुलिस को सौंपी ।एक फल को पानी में डाला गया तो प्याज के छिलके का आवरण निकला और उसके अंदर सुतली बम जैसी संरचना का विस्फोटक पाया गया। उन्होंने बताया कि दरअसल यह किसी भी वृक्ष का फल नहीं है बल्कि छोटे जानवरों का शिकार करने के लिए जंगल में बिखेरे गए मानव निर्मित बम है।

उन्होंने बताया कि किसान के घायल होने के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है । किसान द्वारा बताए जाने के उपरांत मौके पर गये पुलिस बल ने एक फल को सड़क पर पटक कर देखा था, जिसमें विस्फोट भी हुआ था। इस घटना के बाद खरगोन से बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है, जो आवश्यक जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।

बड़वानी के वन परिक्षेत्र अधिकारी असद खान के अनुसार क्षेत्र के वन अमले को भेजा गया था, लेकिन मामला स्पष्ट नहीं हो पाया था। आज फिर से जाकर देखा गया तो इस तरह का कोई वृक्ष या फल नहीं पाया गया। एक फल को पलसूद पुलिस को सौंप दिया गया था, जिन्होंने जांच में इसे विस्फोटक पाया है।

बड़वानी के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के अनुसार प्रारंभिक जांच से स्पष्ट है कि यह फल ना होकर मानव निर्मित बम है ,इस बात की जांच कराई जा रही है कि यह यहां किस प्रयोजन से रखे गए थे।

बड़वानी स्थित भीमा नायक स्नातकोत्तर महाविद्यालय की वनस्पति शास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ वीणा सत्य ने भी मौके का निरीक्षण कर पत्रकारों को बताया कि ऐसा कोई वृक्ष नहीं पाया गया जिसमें इस तरह का फल लगा हो। उन्होंने बताया कि जांच में स्पष्ट हो गया है कि यह मानव निर्मित विस्फोटक पदार्थ है। उन्होंने बताया कि फ़ल पात्र प्राकृतिक रूप से अपने आवरण को तोड़कर बीजों को बिखेरने की प्रक्रिया संपादित करते हैं लेकिन इस तरह से विस्फोट और धुएं के साथ फ़ल का फ़टना अजीबोगरीब था।

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