October 12, 2024

Weather system : मध्य प्रदेश में बादल छाए, गरज–चमक के साथ बूंदाबांदी हुई, तीन शहरों में लू भी चली

भोपाल,2मई(इ खबर टुडे)। अलग–अलग स्थानों पर सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण हवाओं के साथ नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके चलते भोपाल सहित ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा संभाग के जिलों में मौसम का मिजाज बदल गया है। कुछ स्थानों पर गरज–चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही हैं।

इसी क्रम में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में छह मिलीमीटर बारिश हुई। राजगढ़ में बूंदाबांदी हुई। उधर मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 45 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। इन्हीं तीन शहरों में लू भी चली। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार को मानसून पूर्व की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि हवाओं के साथ नमी आने से दोपहर के बाद उत्तरी मध्य प्रदेश में कहीं–कहीं बादल छा गए थे। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट हुई। राजधानी में भी आंशिक बादल छा गए थे। हालांकि बादल होने के बाद भी अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री से. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से दो डिग्री से. अधिक रहा। यह शनिवार के अधिकतम तापमान 42 डिग्री से. की तुलना में 0.7 डिग्री से. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री से. रिकार्ड किया गया। जो शनिवार के न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री से. की तुलना में 1.8 डिग्री से. अधिक रहा।

मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तर–पश्चिमी राजस्थान से उत्तरी छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। पूर्वी विदर्भ से लेकर तमिलनाडु तक भी एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। दक्षिण– पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान और उसके आसपास बना हुआ है। इन चार मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में नमी बढ़ने से मप्र में मानसून पूर्व की गतिविधि होने लगी है। सोमवार को पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़कर उत्तर भारत को प्रभावित करने की संभावना है। इस वजह से अभी दो–तीन दिन तक अलग–अलग क्षेत्रों में गरज–चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।

You may have missed