November 23, 2024

Health checkup : करीब 1000 गर्भवती महिलाओं का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की विशेष पहल

रतलाम,11मार्च(इ खबर टुडे)। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा जिले के बाजना, सैलाना आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों के लिए विशेष कार्य योजना आयुष्मति प्रोजेक्ट के तहत तैयार की गई है। उक्त क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के दृष्टिगत सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया गया है जिसमे महिलाओं के विशेष परीक्षण और उपचार किए जाने की पहल की गई है। जनजातीय समाज की गर्भवती महिलाओं की विशेष मॉनिटरिंग की आवश्यकता को देखते हुए खासतौर पर उनके स्थानीय क्षेत्र में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। अब तक बाजना तथा रावटी में शिविर आयोजित किए जा चुके हैं जहां लगभग एक हजार आदिवासी महिलाएं शिविरों से लाभान्वित हो चुकी है।

शिविरों में महिलाओं के जांच और उपचार हेतु शहरों जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए कंपलीट पैकेज उपलब्ध है जिसमें ब्लड टेस्ट, शुगर टेस्ट, बीपी जांच, हीमोग्लोबिन की जांच अन्य सुविधाएं शामिल है। इसमें खास बात यह भी है कि जिन ग्रामों में आवागमन की समुचित सुविधा उपलब्ध नहीं है उन ग्रामों से गर्भवती आदिवासी महिलाओं को शिविर स्थल तक लाने ले जाने के लिए वाहन भी उपलब्ध कराए गए हैं। प्रत्येक शिविर में पांच-पांच वाहनों ने अपनी सेवाएं दी हैं। इसमें परिवार नामक एनजीओ संस्था के तीन वाहन सम्मिलित हैं।

हीमोग्लोबिन की कमी गर्भवती महिलाओं की एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या होती है जिससे न केवल महिला को परेशानी होती है बल्कि बच्चा भी कुपोषित होता है। इसके लिए कलेक्टर के निर्देश पर विशेष पहल की जाकर शिविर में ही महिलाओं को आयरन सुक्रोज चढ़ाने की व्यवस्था की गई है। रावटी तथा बाजना के शिविरों में कुल 148 एनीमिक महिलाओं को आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया है। शिविरों में आयुष विभाग द्वारा आयुर्वेद उपचार की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। आयुष के 4 डॉक्टर शिविरों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

कलेक्टर के निर्देश पर शिविरों में पंजीकृत प्रत्येक महिला की पर्सनल प्रोफाइल तैयार की जा रही है जो उसके आगामी उपचार फॉलोअप में मददगार रहेगी। सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ शिशु के उद्देश्य से आयोजित अभियान में महिला बाल विकास की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य विभाग की आशा तथा एनएम कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान परिलक्षित हो रहा है। कार्यकर्ताओं द्वारा बड़ी मेहनत के साथ प्रत्येक महिला से संपर्क किया जाकर उसको परीक्षण के लिए शिविरों में लाया जा रहा है। शासन के आयुष्मान कार्ड की सुविधा पात्र परिवारों को उपलब्ध कराने के लिए खासतौर पर शिविरों में आयुष्मान कार्ड बनाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए स्टाल लगाया जाता है जहां पात्र व्यक्ति को आयुष्मान कार्ड बनाकर प्रदान किया जा रहा है।

शिविरों में आने वाली गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ उनको आयरन जिंक, मल्टी विटामिन सहित सभी आवश्यक टेबलेट और दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। बाजना तथा सैलाना क्षेत्रों की आदिवासी महिलाओं के लिए की गई सुरक्षित मातृत्व की अभिनव पहल निश्चित रूप से महिलाओं और उनके बच्चों के जीवन को प्रसन्नता से भर देगी।

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