Ramdwara Patotsav : संतो के सत्संग से आध्यात्मिक सकारात्मक ऊर्जा का संचरण होता है – मंहत पुष्पराज रामस्नेही ; श्री बड़ा रामद्वारा में दो दिवसीय बरसी कार्यक्रम का समापन
रतलाम 06 मार्च (इ खबर टुडे)। रामस्नेही संप्रदाय बड़ा रामद्वारा रतलाम के आदि संस्थापक संत पीथोदास महाराज और ब्रह्मलीन संत गोपालदास महाराज की वार्षिक वरसी का दो दिवसीय कर्यक्रम रविवार को हुआ। दो दोवसीय आयोजन का आरम्भ जागरण शुक्रवार को रात्रि जागरण से हुआ। भजन संध्या से पूर्व रामस्नेही संप्रदाय परंपरानुसार सर्व प्रथम संध्या आरती, पंचवाणी पाठ , आदि आचार्यों के पंचवाणी भजन के साथ रात्रि जागरण का शुभारंभ हुआ।
रात्रि सत्संग में रामद्वारा मंहत पुष्पराज महाराज ने बताया कि समय समय जैसे लाईट के माध्यम से बेटरी को चार्ज किया जाता है उसी तरह इस मानव को भी समय समय पर अगर महापुरुषों की सत्संग मिल जाये तो कुसंग से बचाव कर के आध्यात्मिक सकारात्मक ऊर्जा संचरण होता है। जिसे अपने स्वयं के साथ में परिवार से नकारात्मक ऊर्जा हास होता है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन चरित्र से अगर एक बात अपने जीवन में उतार ले तो अधम से अधम व्यक्तित्व वाला इन्सान भी सदमार्ग पर आ जाता है ,जरुरत सिर्फ सत्संग की है।
रामद्वारा के युवा संत ध्यानदास रामस्नेही ने बताया कि वरसी महोत्सव का पाटोत्सव शनिवार व रविवार ब्रह्मलीन संत गोपालदास महाराज की चतुर्थ वरसी सत्संग के साथ हुआ। निज मन्दिर गुरुवाणी, देवालय समाधि चरण पादुका पूजन हुआ और निज मन्दिर आरती महाप्रसाद भोग के विधिवत आयोजन सम्पन्न हुए। वरसी महोत्सव में झूठावद रामद्वारा के मंहत सन्मुखराम महाराज, रामरतन महाराज रामधाम खेड़ापा , योगी मतंग बाबा , तुषार कोठारी, राजेन्द्र सिंह भाटी, अमित लामा , दशरथ पाटीदार दरबार सिंह भाटी , कुशाल सिंह, वीरेन्द्र भाटी, गोपाल कुमावत, राजेंद्र सांखला इत्यादि सम्मिलित हुए ।