October 12, 2024

Russia Ukraine Attack: यूक्रेन के पहले शहर खेरसोन पर रूस का कब्‍जा, कीव में रातभर भीषण हमले, 10 लाख लोगों ने छोड़ा देश

कीव,03मार्च(इ खबर टुडे)। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में पुतिन की सेना को आठवें दिन बड़ी सफलता हाथ लगी। यूक्रेन के पहले बड़े शहर खेरसोन पर अब रूस की सेना का कब्‍जा हो गया है। खेरसोन के मेयर ने स्‍थानीय लोगों को आदेश दिया है कि वे रूसी सेना के आदेश को मानें। इस बीच रूसी सेना राजधानी कीव पर जोरदार हमले कर रही है और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। इस बीच अमेरिका ने चेतावनी दी है कि रूस धीरे-धीरे करके यूक्रेन पर कब्‍जा करने के मिशन पर बढ़ रहा है।

खेरसोन के मेयर इहोर कोलयखैइव ने स्‍थानीय लोगों से अनुरोध किया है कि वे शहर में आए हथियारबंद लोगों के आदेश का पालन करें। खेरसोन शहर की आबादी दो लाख 90 हजार है और यह राजधानी कीव से 480 किमी की दूरी पर स्थित है। यह शहर काला सागर के पास स्थित है और रणनीतिक रूप से अहम है। इसके करीब ही व‍िद्रोहियों का डोनेट्स्‍क इलाका है। मेयर ने इससे पहले पहले बुधवार को कहा था कि शहर अभी यूक्रेन के नियंत्रण में है।

अपने घरों में रहें कीव के लोग: मेयर
हालांकि अब मेयर ने मान लिया है कि खेरसोन पर रूसी सेना का नियंत्रण हो गया है। उधर, राजधानी कीव पर भी रूसी सेना ने अपना शिकंजा बहुत कस दिया है। कीव के मेयर ने स्थानीय निवासियों को चेताया है कि रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी में घुसपैठ कर रही है। मेयर ने लोगों से घर के अंदर रहने और शहर की रक्षा के लिए तैयार रहने का आग्रह किया है। मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा, ‘दुश्मन अपने सुरक्षा बलों को करीब और बेहद करीब ला रहा है।’ उन्होंने कहा कि अब राजधानी के बाहरी इलाके में लड़ाई चल रही है। मेयर ने आगे कहा, ‘हम तैयारी कर रहे हैं और कीव की रक्षा करेंगे! मैं सभी कीव निवासियों से अपना धैर्य नहीं खोने का आह्वान करता हूं।’

अब तक कीव ने रूसी घुसपैठ के प्रयासों का विरोध किया है और साथ ही उसके खिलाफ रक्षात्मक कार्रवाई भी की है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 64 किमी लंबा एक बख्तरबंद रूसी काफिला शहर के उत्तर से आगे बढ़ रहा है और विश्‍लेषकों का मानना है कि यह पश्चिम से आक्रमण के प्रयास के लिए सहायता प्रदान करने के लिए हो सकता है। सैन्य विशेषज्ञ डॉ. जैक वाटलिंग का कहना है कि कीव पर रूसी हमले का समय और तरीका महत्वपूर्ण है। रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट में भूमि युद्ध और सैन्य विज्ञान में एक रिसर्च फेलो वाटलिंग कहते हैं, ‘अगर रूसी (कीव में) एक बड़ा हमला करते हैं और उन्होंने प्रतिरोध की कमर नहीं तोड़ी है, तो यह बहुत खूनी होगा और उनके सैनिक टूट सकते हैं।’ वाटलिंग का कहना है कि अस्पष्टता के कारण रूसी सैनिकों के बीच मनोबल कम होने के सबूत हैं।

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