Father daughter love/जीवन में कभी भी न रोने वाला एक पिता ही होता है जो अपनी बेटी की बिदाई पर फूट-फूट कर रोता है :पूज्य गुरु देव श्री भीमाशंकर जी महाराज
सात दिवसीय भागवत कथा
रतलाम,,18फरवरी(इ खबर टुडे)। जीवन में कभी भी किसी भी परिस्थिति में न रोने वाला व्यक्ति अपनी बेटी की बिदाई पर फुट-फुट कर रो देता है। वास्तव में इतना प्रेम केवल एक पिता ही होता है जो वह अपनी बेटी से करता है। उक्त पंक्तिया नगर के बजंली गांव आयोजित भागवत कथा के दौरान पूज्य गुरु देव श्री भीमाशंकर जी महाराज ने कही। इस अवसर पर रतलाम के ग्रामीण क्षेत्रों समेत कई लोग कथा में उपस्थित थे।
आज सात दिवसीय भागवत कथा के पांचवे दिन गुरु देव श्री भीमाशंकर जी महाराज ने कथा पांडाल में मौजूद लोगो के बीच कथा के साथ पिता और बेटी के प्रेम की व्याख्या करते हुए बताया कि दुनिया में जो व्यक्ति कभी झुकता नहीं ,रोता नहीं लेकिन अपनी बेटी के लिए वह झुकता भी है और बिदाई पर फूट-फूट कर रोता भी है ,बेटी के 15 /16 की उम्र होते ही पिता उसके विवाह से ज्यादा उसकी बिदाई के बारे में सोच-सोच कर घबराता है मन ही मन रोता है। वही एक पिता के प्रेम को दर्शाता है जो वह अपनी बेटी से करता है और बेटी भी अपने पिता से उतना ही प्रेम करती है जो उस पिता के छत्रछाया में कभी अपने आप को असुरक्षित नहीं देखती है।
कथा में मौजूद लोगो को नशे दूर रहने का आग्रह किया
कथा के दौरान पूज्य श्री भीमाशंकर जी महाराज ने कथा में मौजूद लोगो से विशेषकर नौ जवानों को नशे से दूर रहने का आग्रह किया। गुरु देव ने कहा ये नशा धीरे धीरे आपके जीवन खोखला कर देगा और अंत में पछताने के लिए कुछ भी नहीं होगा। ये नशा आपको आर्थिक और शारीरिक रूप से कमजोर करता है। इस आज से प्रण ले की हम आज के किसी प्रकार का नशा नहीं करेंगे।