Ratlam news : मिड टाउन कॉलोनी के पीछे स्थित परिसंपत्ति की नीलामी, प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित, खेती की मिसाल कायम
रतलाम,11 फरवरी (इ खबरटुडे)। रतलाम स्थित मिडटाउन कॉलोनी के पीछे शीट नंबर 240 राजस्व विभाग की परिसंपत्ति 3000 वर्ग मीटर के विक्रय का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में मध्यप्रदेश लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग द्वारा विगत 21 जनवरी को संपत्ति के विक्रय के लिए निविदा जारी की गई है। निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 21 फरवरी निर्धारित है। शासन द्वारा उक्त संपत्ति का रिजर्व मूल्य 1 करोड़ 52 लाख रुपए निर्धारित किया गया है।
परिसंपत्ति के संबंध में प्री-बिड बैठक विगत 4 फरवरी को परिसंपत्ति स्थल पर आयोजित की गई। संपत्ति की नीलामी निविदा ई-आक्शन के माध्यम से आगामी 22 फरवरी को की जाना है। निविदा हेतु आवेदन एमपीईटेंडर पर किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए सहायक प्रबंधक लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग आगम श्रीवास्तव मोबाइल नंबर 91319 89643 से भी संपर्क किया जा सकता है।
जिला स्तरीय रोजगार मेला 22 फरवरी को
जिला प्रशासन द्वारा एवं रोजगार कार्यालय द्वारा 22 फरवरी को आईटीआई सैलाना रोड रतलाम में जिला स्तरीय रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें 15 से 20 निजी क्षेत्र की कम्पनियों के प्रतिनिधि नियमित पदों पर भर्ती करेंगे।
जिला रोजगार अधिकारी यू.पी. अहिरवार ने बताया कि रोजगार मेले में ख्यातिप्राप्त कम्पनियों द्वारा आपरेटर, सेल्स एक्जूक्टिव, वर्कर, हेल्पर, सुपरवाईजर एवं सेल्स मैनेनजर आदि पदों पर सीधी भर्ती की जाएगी। शैक्षणिक योग्यता 5 वीं उत्तीर्ण से स्नातक तथा आयु 18 से 30 वर्ष निर्धारित है।
इच्छुक आवेदक 22 फरवरी को प्रातः 11.00 से 3.00 बजे तक आईटीआई सैलाना रोड पर अपने फोटो, शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्र, रोजगार पंजीयन, दो पासपोर्ट साईज के फोटो एवं आधारकार्ड की छायाप्रति तथा बायोडाटा के साथ उपस्थित हो सकते हैं।
प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित की गई
शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, रतलाम में 10 फरवरी को वेकमेट इंडिया लिमिटेड धार द्वारा प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन बी.ए.,बी.कॉम एवं आई.टी.आई. फिटर के आवेदकों के लिये किया गया। कंपनी द्वारा 50 पदों के विरुद्ध भर्ती की जाना थी जिसमे 6 प्रतिभागी शामिल हुए। इनमें से 3 प्रतिभागी कैंपस के लिए पात्र पाए गए। इन सभी प्रतिभागियों की लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार लिया जाकर कंपनी प्रतिनिधि द्वारा 2 प्रतिभागियों को अंतिम रूप से चयनित किया गया।
इसी प्रकार 11 फरवरी को शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था,रतलाम में सुजुकी मोटर्स प्रा. लिमि. गुजरात द्वारा आई.टी.आई. के 13 ट्रेड्स के लिए प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया गया। कंपनी द्वारा 300 पदों के विरुद्ध भर्ती की जाना थी, जिसमे 174 प्रतिभागी शामिल हुए। इनमें से 136 प्रतिभागी कैंपस के लिए पात्र पाए गए। इन सभी प्रतिभागियों की लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार लिया गया। कंपनी प्रतिनिधि द्वारा अंतिम रूप से चयनित प्रतिभागियों की जानकारी 12 फरवरी को दी जावेगी।
खेती की मिसाल कायम की है सिमलावदा के बिहारीलाल पाटीदार ने
जिले के सिमलावदा के रहने वाले बिहारीलाल पाटीदार उन्नत खेती करने वाले किसानों में अग्रणी है, वे फायदे की उन्नत खेती की मिसाल है। खेती में वे नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। बिहारीलाल ने परंपरागत फसलों के अलावा वीएनआर अमरुद, पिंक अमरूद, तरबूज, खरबूज, आदि कई नई-नई फसलों को लेते हुए बेहतरीन मुनाफा अर्जित किया है। यह उनकी मेहनत, कृषि विभाग का मार्गदर्शन और खेती की नई तकनीकों को सीखने की ललक का परिणाम है।
युवा किसान बिहारी लाल पाटीदार ने उन्नत खेती की मिसाल कायम की है वे खेती में नए-नए प्रयोग करने के लिए जाने जाते हैं। हर साल कुछ न कुछ नया करते हैं। अपनी प्रगति शीलता और नवीनता से भरे कार्यों द्वारा बिहारीलाल पाटीदार एक संपन्न कृषक बन चुके हैं। आसपास के किसानों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत हैं। यहां तक कि उनकी खेती को देखने के लिए दूर जिलों से भी किसान आते रहते हैं।
बिहारीलाल पाटीदार ने बीकॉम किया है और नौकरी ढूंढने के बजाय अपने पैतृक खेती के कार्य को संभाला बिहारीलाल खेती में हमेशा नई चीजों को आगे लाते हैं और प्रयोग करने में झिझकते नहीं हैं। बिहारीलाल 6 बीघा में वीएनआर अमरूद और 7 बीघा में पिंक ताईवानी अमरूद की फसल ले रहे हैं। लाखों रुपए मात्र अमरुद बेचकर कमा चुके हैं। पॉलीहाउस में खीरा लगा रखा है हर 30 से 40 दिन में हजारों रुपए का खीरा बेच देते हैं। खेती की नई-नई तकनीकें सीखने के लिए बिहारीलाल इंटरनेट पर भी सक्रिय रहते हैं। रतलाम जिले के लिए एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत रतलामी नमकीन के साथ-साथ लहसुन भी चयनित है। बिहारीलाल ने 10 बीघा भूमि में ऊटी लहसुन लगाई है। अभी हाल ही में उनके द्वारा 60 क्विंटल लहसुन मंडी में बेची गई। इसके पूर्व बिहारीलाल स्ट्रॉबेरी एप्पल बेर भी लगा चुके हैं कट फ्लावर की खेती भी कर चुके हैं तथा अन्य फसलों में भी अग्रणी रहे हैं।
अपनी खेती से प्राप्त आय का बिहारीलाल सदुपयोग करते हुए और बेहतर खेती की ओर अग्रसर हुए हैं। अभी उन्होंने अपने खेतों में आधुनिक पाली हाउस बनवाया है जो स्वचालित तरीके से तापमान नियंत्रित करता है, यह करीब 29 लाख रुपए में निर्मित हुआ है। इसके अलावा पैकेजिंग और अन्य क्षेत्रों में भी उनके द्वारा काम किया जा रहा है।