October 12, 2024

Ratlam Foundation : रतलाम स्थापना दिवस सेवा कार्य के रूप में मनाया, 40 ठेला गाड़ी की गई वितरित,

रतलाम,05फरवरी(इ खबर टुडे)। रतलाम स्थापना उत्सव समिति ने रतलाम स्थापना दिवस, बसन्त पंचमी को सेवा कार्य के रूप में मनाते हुए, मेहनतकश हम्माल भाइयो को, जो कि किराये की ठेला गाड़ी से अपना कार्य करते थे, उन्हें ठेलागाड़ी, आतिशबाजी व मिठाई वितरण कर मनाया। श्री कुशाभाऊ ठाकरे के जन्म शताब्दी वर्ष में पहले 40 ठेला गाड़ी वितरित की गई थी और आज 40 और ठेला गाड़ी दी गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, विशेष अतिथि अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी थे।

सर्वप्रथम कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी व समिति संयोजक हिम्मत कोठारी द्वारा माँ कालिका की पूजा की गई। जय रतलाम गान के पश्चात अतिथिगण का स्वागत हिमत कोठारी व समिति के सदस्यों ने पुष्पमाला से किया। तत्पश्चात ठेला गाड़ी वितरण में सहयोग देने वाले दानदाता, इप्का के फाउंडेशन के विक्रम कोठारी, महेंद्र गदिया, सुभाष मंडवारिया, राजेश मूणत, विनोद मूणत, सुरेश गोरेचा, चंदन पिरोदिया, सुदर्शन पिरोदिया, सुदर्शन सियार परिवार के सुनील कोठारी का सम्मान हिम्मत कोठारी ने पुष्पमाला पहनाकर किया। कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर रतलाम प्रॉपर्टी एसोसीएशन ने 5, श्रीमती सुशीला यार्दे की स्मृति में यार्दे परिवार की ओर से 6, अरिहंत नवयुवक मंडल ने 3, विकास मित्र मंडल ने 3 गाड़ी का सहयोग देने की घोषणा की।

रतलाम स्थापना उत्सव समिति के संयोजक हिम्मत कोठारी ने कहा कि हमें राजनीति में लाने वाले ठाकरेजी कहते थे कि हमेशा मदद की प्रवृति रखना न कि मांगने की। हमने उनके इन्ही संस्कारो को अंगीकार करने का सदा प्रयास किया है। जब हमने यह देखा कि मेहनतकश हम्माल भाइयो को गाड़ी के लिए किराए के प्रतिदिन 20 रुपए देने पड़ते है। तब यह ख्याल आया कि क्यों न इन्हें इनकी खुद की गाड़ी मिले, तब कई लोग सहयोग के लिए आगे बढ़कर आये और पहले 40 और अब 40 गाड़ी हम भेंट कर पा रहे है। आज जब कोरोना में सबकी स्थिति दयनीय है, ऐसे में यदि सम्पन्न वर्ग इसी तरह आगे बढ़कर गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करे तो एक बेहतर समाज की स्थापना से कोई रोक नहीं सकता। रतलाम स्थापना दिवस और ठाकरेजी के जन्म शताब्दी वर्ष में हम इस तरह के कार्य कर अपने कर्तव्य का पालन करने का प्रयास कर रहे है। श्री कोठारी ने कलेक्टर के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि रतलाम के विकास के कई कार्यो में सक्रियता से प्रयास के परिणाम भी नजर आने लगे है।

नर सेवा ही नारायण सेवा है : कलेक्टर
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने अपने उद्बोधन में कहा कि रतलाम नगर के स्थापना गौरव को भी राज्य सरकार द्वारा भी प्रत्येक नगर के स्थापना दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया है। जरूरतमन्दो को हाथगाडी देने से बेहतर कार्यक्रम स्थापना दिवस पर नहीं हो सकता। शास्त्रों में भी लिखा है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है, कलयुग में दरिद्र को ही नारायण कहा गया है। आपने कहा कि मालवा की विशेषता दान देने की रही है, रतलाम में कोरोना महामारी काल में भी लोगों ने मदद की। रतलाम शहर की सांस्कृतिक परंपरा को जीवित रखते हुए संकट में कोई गरीब है तो सक्षम लोग मदद के लिए तत्काल आते हैं। हिम्मत कोठारी जिस प्रकार से सेवा कार्य करते है वो बहुत सराहनीय है ।

समाज तब ही बदलेगा, जब अभाव व असमानता का दौर खत्म होगा : पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने रतलाम नगर के दानदाताओं का आभार व्यक्त करता हूँ। समाज तब ही बदलेगा, जब असंतोष, अभाव व असमानता का दौर खत्म होगा। सभी को एक समान भावना से सोचना होगा।

कार्यक्रम में अशोक चौटाला, बजरंग पुरोहित, प्रदीप उपध्याय, महेंद्र गदिया, ललित कोठारी, चंदन पिरोदिया, सुरेश गोरेचा, गोपाल सोलंकी, बलविन्दर सोढ़ी, राजेन्द्र राठौर, श्रेणिक जैन, सुरेंद्र जोशी, झमक भरगट, विकास कोठारी, तोलिराम शर्मा, मधु शिरोडकर, प्रभु नेका, मनीष शर्मा, जयेश राठौर, यतेन्द्र भारद्वाज, दिलीप गांधी, तपन शर्मा, राम कल्याने, जगदीश वर्मा, धर्मेंद्र अग्रवाल, राजेन्द्र मौर्य, गौरव त्रिपाठी, राकेश पीपाड़ा, राजेश कटारिया, आशुतोष चौहान, महेश त्रिपाठी, योगेश सोनी, गोपाल राठी, आशीष डागा, अनार सिंह कुम्पावत, मसरूफ भाई, नीरज परमार, उमाकांत उपाध्याय, रणजीत राठौर, गोपाल सोनी, नारू, राजेश शर्मा, भाटी, अजय शर्मा, फ़क़ीरचंद राठौर आदि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत मे 40 हम्माल भाइयो को अतिथिगण ने माला पहनाकर, मुँह मीठा करवाकर ठेला गाड़ी दी गई। कार्यक्रम के पश्चात्य समिति के सदस्यों ने महाराजा रतनसिंहजी की प्रतिमा पर माल्यर्पण किया। कार्यक्रम का संचालन श्री अरुण चोरड़िया व आभार श्री यतेन्द्र भारद्वाज ने किया।

आईटीआई रतलाम में रोजगार मेला 11 फरवरी को
शासकीय आईटीआई परिसर रतलाम में आगामी 11 फरवरी को रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा जिसमें सुजुकी मोटर्स गुजरात द्वारा पात्रे युवाओं का चयन विभिन्न पदों के लिए किया जाएगा।

आईटीआई प्राचार्य श्री यू.पी. अहिरवार ने बताया कि रोजगार मेले में आईटीआई उत्तीर्ण 18 से 23 वर्ष आयु के केवल पुरुष उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। कंपनी प्रा वर्ष 2016 से 2021 की अवधि के 50 प्रतिशत अंकों के साथ कक्षा दसवीं तथा 60 प्रतिशत अंकों के साथ आईटीआई के उत्तीर्ण युवाओं का चयन किया जाएगा। कंपनी फीटर, टर्नर, मोटर मैकेनिक, वेल्डर, पेंट टूल एंड डाई मेकर, प्लास्टिक प्रोसेस, ऑपरेटर, मशीनिस्ट, ट्रैक्टर मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, डीजल मैकेनिक तथा ऑटोमोबाइल पदों के लिए भर्ती करेगी।

चयनीत युवाओं को 20100 रूपए प्रतिमाह वेतन मिलेगा। कैंटीन, डॉरमेट्री सुविधाएं, सब्सिडाइज्ड रेट पर मिलेंगी। रोजगार मेले का आयोजन प्रातः 11:00 बजे से होगा। इच्छुक युवा अपने आवेदन के साथ आधार कार्ड, पैन कार्ड, कक्षा दसवीं तथा आईटीआई उत्तीर्ण की मार्कशीट छायाप्रति साथ लावे।

मुख्‍यमंत्री चौहान स्व-सहायता समूहों को देंगे 300 करोड़ की सौगात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में गठित स्व-सहायता समूह के सदस्यों को 300 करोड़ रूपये के बैंक ऋण वितरित करेंगे। साथ ही कुछ जिलों के स्व-सहायता समूह सदस्‍यों से वर्चुअल संवाद भी करेंगे। कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में 8 फरवरी को प्रात: 10:30 बजे होने वाले इस वर्चुअल कार्यक्रम में सभी जिलों में ग्राम पंचायत स्‍तर पर समूह सदस्‍य विभिन्‍न वर्चुअल माध्‍यमों से जुड़ेंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्‍द्र सिंह सिसौदिया एवं राज्‍य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल भी उपस्थित रहेंगे।

प्रदेश में अब तक आजीविका मिशन से 40 लाख से अधिक ग्रामीण निर्धन परिवारों को लगभग 3 लाख 50 हजार स्व-सहायता समूहों से जोड़कर 2,762 करोड़ रुपये बैंक ऋण के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कोरोना काल में ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिये लॉकडाउन के समय से लगातार वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित कर हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाता रहा है। राशि मिलने से समूह सदस्य अपनी वर्तमान आजीविका को और सुदृढ़ करते हुए आय में वृद्धि करेंगे, जिससे उनकी समृद्धि के द्वार खुलेंगे और उनका आर्थिक एवं सामाजिक स्तर पहले से बेहतर हो सकेगा।

उल्लेखनीय है कि म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत निर्धन परिवारों की महिला सदस्यों को स्व-सहायता समूहों से जोड़कर सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण किया जा रहा है। आमतौर पर देखने में आता है कि ग्रामीण क्षेत्र में लोग बैंकिंग सेवा की प्रक्रियाओं में दस्तावेजीकरण और अन्य औपचारिकताओं की कठिनाई के कारण पात्र होने के बावजूद विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। राज्य सरकार द्वारा इस प्रक्रिया को सरल करने के उद्देश्य से बैंकों के साथ व्यापक स्तर पर समन्वय स्थापित कर स्व-सहायता समूहों के लिये पर्याप्त बैंक ऋण आसानी से उपलब्ध कराने का संकल्प लिया गया है।

स्व-सहायता समूहों के बैंक ऋण प्रकरण सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रस्तुत करने के साथ सघन निगरानी एवं पारदर्शी प्रक्रिया बनाई गई है। बैंकिंग सेवाओं को सुलभ बनाने के लिये मिशन द्वारा बैंक शाखाओं में बैंक सखियाँ भी चिन्हित की गई हैं, जो समूह सदस्‍यों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक संबंधी कार्यों में सहयोग कर रही हैं।

महिला-बाल विकास राज्य-स्तरीय पुरस्कार-2021 के आवेदन
महिलाओं के क्षेत्र में समाज-सेवा और महिला सुरक्षा के क्षेत्र में सामाजिक कार्यों को प्रोत्साहित करने 6 राज्य एवं जिला स्तरीय पुरस्कार घोषित हैं। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा यह पुरस्कार व्यक्तिगत और संस्थागत दिये जाते हैं। पुरस्कारों के लिये आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 फरवरी, 2022 निर्धारित की गई है।

राज्य स्तरीय पुरस्कारों में महिला वीरता के लिये रानी अवंतीबाई वीरता पुरस्कार में एक लाख रुपये की राशि और प्रशस्ति-पत्र, महिला समाज-सेवा के लिये राजमाता विजयाराजे सिंधिया समाज-सेवा पुरस्कार में एक लाख रुपये और प्रशस्ति-पत्र दिया जायेगा। समाज-सेवा के लिये किसी संस्था अथवा व्यक्ति को विष्णु कुमार समाज-सेवा पुरस्कार दिया जायेगा। पुरस्कृत व्यक्ति/संस्था को एक लाख रुपये और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जायेगा। इसके अतिरिक्त नारी सम्मान की रक्षा के लिये दिये जाने वाले मुख्यमंत्री नारी सम्मान रक्षा पुरस्कार में पुरुष/महिला को राज्य स्तर पर एक लाख रुपये तथा जिला स्तर पर 50 हजार रुपये की राशि एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जायेगा।

राज्य स्तरीय पुरस्कारों में साहसिक कार्य के लिये पुरुष/महिला को अरुणा शानबाग साहस पुरस्कार दिया जायेगा। इसमें एक लाख रुपये की राशि और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जायेगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिये किये गये साहसिक कार्य के लिये राष्ट्रमाता पद्मावती राज्य स्तरीय पुरस्कार दिया जायेगा। पुरस्कृत व्यक्ति को एक लाख रुपये और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जायेगा।

पुरस्कारों का विवरण और आवेदन का प्रारूप विभाग की वेबसाइट mpwcdmis.gov.in पर उपलब्ध है। आवेदक को अपना आवेदन सीधे विभागीय वेबसाइट पर अपलोड करते हुए एक प्रति अपने जिले के जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला-बाल विकास के कार्यालय में जमा करना होगा। प्रविष्टि भेजने और अधिक जानकारी के लिये जिला कार्यक्रम अधिकारी से सम्पर्क किया जा सकता है।

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