October 5, 2024

Mob Lynching : कपूरथला में हुई हत्या में नहीं मिला बेअदबी का कोई सबूत,मुख्यमंत्री चन्नी ने किया दावा,मॉब लिंचिंग के मामले में गुरुद्वारे का केयर टेकर गिरफ्तार

कपूरथला,24 दिसम्बर(इ खबर टुडे)। कपूरथला के निजामपुर मोड़ गुरुद्वारे में की गई युवक की हत्या असल में बेअदबी नहीं बल्कि मोब लिंचिंग थी। यह दावा पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किया है। उन्होंने शुक्रवार को चंडीगढ़ में कहा कि इस मामले में जल्द ही हत्या का केस दर्ज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चन्नी के ऐलान के बाद पंजाब पुलिस ने गुरुद्वारे के केयर टेकर अमरजीत सिंह को हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया है।

अमृतसर के बाद कपूरथला में इस तरह के मामले आने से पंजाब पुलिस और राज्य सरकार की खासी किरकिरी हुई थी। शुरुआत में कपूरथला की घटना को बेअदबी का रूप देने की कोशिश हुई, लेकिन अब मुख्यमंत्री के दावे के बाद साफ हो गया है कि वहां युवक की हत्या हुई थी और यह लिंचिंग का ही मामला है।

मुख्यमंत्री बोले- FIR में संशोधन होगा

चंडीगढ़ में CM चन्नी ने पत्रकारों से कहा, ‘कपूरथला मामले की जांच की गई है, वहां ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि बेअदबी हुई है। कपूरथला में एक व्यक्ति ने पहली मंजिल पर महाराज का स्वरूप रखा हुआ था। यह मामला कत्ल की तरफ गया है। इस मामले में जांच हो चुकी है। मामला भी ट्रेस हो चुका है। नए फैक्ट के बाद अब FIR को संशोधित कर दिया जाएगा।’ चन्नी के ऐलान के महज घंटेभर बाद गुरुद्वारा के केयर टेकर की गिरफ्तारी हो गई।

बेरहमी : युवक की गर्दन, सिर, छाती और जांघ पर थे तलवारों के 30 कट

कपूरथला में बेअदबी का झूठा आरोप लगाकर कत्ल किए युवक को तलवारों से काटकर बेरहमी से मारा गया। पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों को युवक के शरीर पर 30 कट मिले थे, जो तलवार से मारे गए थे। डॉक्टरों के 5 मेंबरी बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें युवक के गर्दन, सिर, छाती और दाईं जांघ पर गहरे जख्म मिले थे। घटना के बाद युवक का शव लेने के लिए कोई नहीं आया, इसके बाद पुलिस ने उसका संस्कार कर दिया।

SSP ने भी पहले यही कहा, बाद में मुकरे

कपूरथला के निजामपुर मोड़ गुरुद्वारे में एक युवक को बेअदबी के आरोप पकड़ा था। पहले उसे बेरहमी से पीटा गया। सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर भीड़ इकट्‌ठी की गई। इसके बाद पुलिस को उसे हिरासत में नहीं लेने दिया गया। गुरुद्वारे से अनाउंसमेंट कर युवक की हत्या कर दी गई।

इसके बाद मौके पर पहुंचे कपूरथला के SSP हरकमलप्रीत सिंह खख ने स्पष्ट कर दिया था कि युवक चोरी के इरादे से आया था, जिसने बेअदबी की कोई कोशिश नहीं की। भीड़ ने युवक को पीट-पीटकर मार डाला। हालांकि, इस मामले में केस दर्ज करने के बावजूद पुलिस को मुकरना पड़ा।

नए वीडियो ने खोली पूरी पोल

इस मामले में असली पोल तब खुली, जब एक जिम कर्मचारी ने उसका वीडियो वायरल किया। इसमें मारा गया युवक मंदबुद्धि लग रहा था। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस और सरकार पर सवाल खड़े होने लगे कि कपूरथला मामले को जानबूझकर बेअदबी का रंग दिया गया। वह असल में मॉब लिंचिंग ही थी।

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