Raag Ratlami Video Viral-बडे साहब के एक मिनट 51 सैकण्ड के विडीयो ने दिखाया कमाल,बन्द का मंसूबा हो गया ‘बन्द’
-तुषार कोठारी
रतलाम। यहां से ढाई हजार किमी दूर बसे छोटे से सीमावर्ती सूबे त्रिपुरा की एक झूठी अफवाह से पहले महाराष्ट्र के कई सारे शहरों को दंगों में झोंका गया और फिर यही सब कुछ रतलाम में भी करने की कोशिशें की जा रही थी। जालीदार गोल टोपी वाले कुछ शरारतियों ने इसके लिए सोशल मीडीया को अपना हथियार बनाया था। लेकिन जिला इंतजामिया के बडे साहब ने खुद को पुरुषो में उत्तम साबित करते हुए उसी तरीके से मामले को निपटा दिया। रतलाम बन्द करने की कोशिशें एक झटके में ‘बन्द’ कर दी गई। नतीजा यह है कि बडे साहब हर ओर छाये हुए है। जिस सोशल मीडीया पर बन्द की बातें चल रही थी,उसी सोशल मीडीया पर अब बडे साहब का विडीयो ट्रैण्ड कर रहा है। लोगों को यह सुनकर मजा आ गया कि कार्यवाही सिर्फ पुलिस वाली नहीं होगी,बल्कि तमाम काले धन्धे नेस्तनाबूद कर दिए जाएंगे।
बडे साहब का विडीयो वास्तव में बेहद शानदार है। उनके साथ वर्दी वालों के कप्तान का विडीयो भी असरदार है। लेकिन ज्यादा हिट बडे साहब की विडीयो हुआ। आमतौर पर जब भी मामला गोल टोपीवालों से जुडा होता है,सरकारी इंतजामिया ढीलाढाला नजर आता है। लेकिन यह शायद पहला मौका था,जब इंतजामियां ने ऐसी कठोर मुद्रा अपनाई कि शरारती तत्वों की हालत खराब हो गई।
कहानी सोशल मीडीया से ही शुरु हुई थी। सोशल मीडीया पर अचानक से ऐसे संदेश फैलने लगे,जिससे लगने लगा था कि अब रतलाम को भी महाराष्ट्र के शहरों की राह पर ले जाया जाएगा। सोशल मीडीया के संदेश जब फैलने लगे,तो जिला इंतजामिया ने फौरन सक्रियता दिखाई। बन्द करने मंसूबे पालने वालों को बुला कर साफ साफ लहजे में समझाया गया कि विरोध प्रदर्शन करना हो,तो सही तरीके से करो। उटपटांग हरकतों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इंतजामियां के बडे साहब और वर्दी वालों के कप्तान ने ‘शुद्ध हिन्दी’ में समझाईश दी कि अगर जरा भी गडबडी करने की कोशिश की गई,तो फिर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। ‘शुद्ध हिन्दी’ में दी गई समझाईश ने फौरन असर दिखाया और बन्द करने के मंसूबों से तौबा कर ली गई।
इसके बाद सोशल मीडीया के हथियार का प्रयोग किया गया। बडे साहब और कप्तान दोनो के विडीयों वायरल किए गए। बडे साहब के महज 1 मिनट 51 सेकण्ड के इस विडीयो ने सबकुछ ठीक कर दिया। बडे साहब का विडीयो देखकर रतलामी बाशिन्दों को मजा आ गया। साहब ने जिस अन्दाज में माफियाओं को ठीक करने की चेतावनी दी,उससे लोगों का भरोसा बढ गया। असर इतना हुआ कि शहर के गली चौराहों और नुक्कडों पर साहब के इस अन्दाज की तारीफें होने लगी। लोगों को मजा इस बात से भी आया कि पहले कभी साहब लोग खुद चलकर ऐसे लोगों को समझाने जाया करते थे,लेकिन इस बार वे गए नहीं,बल्कि उन्हे बुलाया गया और बुलाकर समझाया गया। कुल मिलाकर इंतजामियां का ये अंदाज हर ओर छाया हुआ है।
लाखों हुए खर्च फिर भी नतीजा कुछ नहीं
देश के तमाम शहरों की प्रतियोगिता में पडोसी शहर इन्दौर तो एक नम्बर पर ही टिका रहा,लेकिन रतलाम फिर से कोई खास मुकाम हासिल नहीं कर पाया। कहने को तो शहर सरकार के बडे साहब दिन भर खुद को इसी काम में जुटा हुआ बताते थे और इसी वजह से लोगों के कई सारे दूसरे काम अटके रह जाते थे। सफाई में जुटे साहब दफ्तर के दूसरे कामों के लिए वक्त ही नहीं निकाल पाते थे। शहर की जनता परेशान होती जा रही थी। लेकिन हर बात में सफाई का हवाला दे दिया जाता था। लोगं के तमाम छोटे बडे काम लम्बे समय से अटके हुए है। लोग सोच रहे थे कि साहब इतनी मेहनत कर रहे हैैं,तो शायद इस साल कोई कमाल तो हो ही जाएगा। सफाई पर लाखों रुपए खर्च भी किए जा रहे थे।
बडी उम्मीदंों से नतीजों पर नजर रखी जा रही थी। लेकिन जब नतीजे आए,तो सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। अब लोग कह रहे है कि साहब ने लोगों को टरकाने और कामों को अटकाने के लिए सफाई का दिखावा किया था। सफाई पर किए गए लाखों के खर्च को भी अब कमाई का नया जरिया माना जा रहा है। लोगों का कहना है कि अगर सचमुच में मेहनत की गई होती तो नतीजा जरुर अच्छा होता।
माफियाओं की जांच……
इंतजामिया के बडे साहब ने अब हर तरह के माफियाओं के खिलाफ जंग छेडने का एलान कर दिया है। उन्होने कहा है कि हर तरह के माफियाओं की जांच कर उनका इलाज किया जाएगा। इलाज भी ऐसा वैसा नहीं,जबर्दस्त तरीके से इलाज किया जाएगा। बडे साहब ने इसके लिए अपने मातहतों की एक कमेटी भी बना दी है। बडे साहब ने अपने मातहतों को साफ तौर पर समझाया है कि आमतौर पर माफियाओं के खिलाफ पुलिस कार्यवाही की जाती रही है। लेकिन अब केवल पुलिस कार्यवाही नहीं की जाएगी,बल्किमाफियाओं के काले कारनामों पर पुलिस कार्यवाही के साथ साथ दूसरे तमाम प्रावधानों के तहत भी कडी कार्यवाही की जाएगी,ताकि वे फिर से ना पनप पाए। कमेटी को हर पखवाडे में अपने कामों का लेखाजोखा भी देना होगा। बडे साहब के इस फरमान के बाद यह तय है कि आने वाले दिनों में जिले में अलग अलग तरीके के माफियाओं की दिलचस्प कहानियां और कडी कार्रवाईयां देखने को मिलेगी।