अपनी कविता के पाठ से नाराज कवि पुष्यमित्र ने प्रियंका को लिया आड़े हाथ, कहा- आपकी घटिया राजनीति के लिए नहीं है मेरी कविता
नोएडा,19 नवंबर (इ ख़बर टुडे)। कई बार राजनेता अपने भाषणों और चर्चाओं के दौरान साहित्यकारों की रचनाओं का उपयोग नारो या जुमलों की तरह करते है। यह अलग बात है कि रचनाकार ने किसी और ही संदर्भ में अपनी रचनाएं रचीं हो। साहित्यिक रचनाओं की राजनैतिक चोरी अब बहुत आम बात हो गई है। अमूमन इतनी आम कि साहित्यकार अब उसपर आपत्ति जताने की जहमत तक नहीं उठाते। लेकिन कवि पुष्यमित्र इससे अलग है। कांग्रस नेता प्रियंका वाड्रा गाँधी द्वारा पुष्यमित्र की कविता का पथ उन्हें नागवार गुजरा है । चित्रकूट में प्रियंका ने अपने भाषण के दौरान कवि पुष्यमित्र उपाध्याय की कविता ‘उठो द्रौपदी शस्त्र संभालो’ के एक अंश का पाठ किया। इस पाठ पर रचनाकार ने आपत्ति जताई। उन्होंने प्रियंका गांधी को टैग करते हुए अपनी कविता का इस्तेमाल गलत संदर्भ में किए जाने का आरोप लगाया।
बता दें कि कवि पुष्यमित्र उपाध्याय ने अपने ट्वीट में प्रियंका गांधी को टैग करते हुए लिखा, ‘जी ये कविता मैंने देश की स्त्रियों के लिए लिखी थी, न कि आपकी घटिया राजनीति के लिए। न तो मैं आपकी विचारधारा का समर्थन करता हूं और न आपको यह अनुमति देता हूं कि आप मेरी साहित्यिक संपत्ति का राजनैतिक उपयोग करें। कविता भी चोरी कर लेने वालों से देश क्या उम्मीद रखेगा?’
याद रहे कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को चित्रकूट में मंदाकिनी नदी किनारे रामघाट पर महिलाओं से संवाद किया था। इस दौरान उन्होंने ‘उठो द्रौपदी शस्त्र संभालो’ काव्य की कुछ पंक्तियां पढ़ीं, इसी पर कवि पुष्यमित्र ने प्रियंका पर कविता चोरी करने का आरोप लगाया है। प्रियंका गांधी के समारोह को लेकर समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट किया था ‘#WATCH उत्तर प्रदेश: कांग्रेस नेता प्रियंका ने चित्रकूट में ‘शक्ति संवाद’ किया।
उन्होंने कहा, ”द्रौपदी अब शस्त्र उठा लो अब गोविंद ना आएंगे। कब तक आस लगाओगी तुम बिके हुए अख़बारों से। आपकी लड़ाई लड़ने के लिए कोई नहीं आएगा। कैसी रक्षा मांग रही हो दुश्शासन दरबारों से।”