Eco Tourism Park/उज्जैन के ईको टूरिज्म पार्क में 28 प्रकार की तितली एवं 36 प्रकार के पक्षी मिले
उज्जैन,27 अक्टूबर (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार )। उज्जैन के ईको टुरिज्म पार्क में किए गए प्रथम सर्वेक्षण में 28 प्रकार की तितलियां और 36 प्रकार के पक्षी पाए गए हैं। यह सर्वेक्षण वन्य प्राणी विशेषज्ञों एवं वन विभाग के दल ने संयुक्त रूप से पार्क के सम्पूर्ण क्षेत्र का भ्रमण/निरीक्षण करने पर सामने आया है।
रेंजर कौसंबी झा के अनुसार ईको टूरिज्म पार्क में प्रथम तितली सर्वेक्षण का कार्य 24 अक्टुबर को किया गया। इस प्रथम सर्वेक्षण में विशेषज्ञ के रूप में सेवानिवृत्त भारतीय वन सेवा के अधिकारी शामिल थे।एक दिवसीय सर्वेक्षण में सुबह के दो घंटे के समय में अलग अलग ग्रुप ने पार्क में अलग-अलग स्थान पर तितलियों और पक्षी को देखकर इंगित किया।
मुख्य वन संरक्षक वृत्त उज्जैन, और समस्त वन स्टाफ की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।वन्यप्राणी विशेषज्ञों तथा वन विभाग के दल द्वारा संयुक्त रूप से मनोरंजन पार्क के सम्पूर्ण क्षेत्र का भ्रमण/निरीक्षण किया गया। इस दौरान 28 प्रकार की तितलियां और 36 प्रकार के पक्षी पाये गये, जिनके संरक्षण के लिये वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मौके पर निर्देश दिये गये।
विशेष रूप से स्पाटेट पाईरोट,थ्री स्पाट ग्रास यलो,स्ट्रीप्ड टाईगर किस्म की तितलीयां देखी गई।इसी प्रकार पक्षियों मे व्हाईट आई बर्जड,शार्ट टोड स्नेक ईगल,ट्री पीप्ट,बे बेक्ड शी्रक देखे गए। उपस्थित विशेषज्ञों को सम्मान स्वरूप प्रमाण-पत्र वितरित किये जाकर उक्त कार्य में रूचिपूर्ण सहयोग व प्रचार-प्रसार करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।उज्जैन वन मण्डल के अन्तर्गत उज्जैन के आरक्षित वन खण्ड नौलखी कक्ष क्रमांक-24 में वन एवं वन्यप्राणी के अनुभव/संरक्षण एवं पर्यटकों के मनोरंजन के लिये ईको टूरिज्म पार्क सन 2018 से प्रारम्भ किया गया है।
उज्जैन शहर के चारों ओर लगभग 118 किलो मीटर का पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग नौलखी वनक्षेत्र के अन्दर से गुजरता है। ईको टूरिज्म पार्क में इंटरप्रीटेशन सेन्टर, नौकायन, पक्षी दर्शन, कैंपिंग, ट्रेकिंग और सायकलिंग की सुविधाएं उपलब्ध हैं। उक्त क्षेत्र में राशि वन, नक्षत्र वन, शोभादार एवं अन्य पौधों का रोपण कार्य किया गया है। इसका रख-रखाव सम्बन्धी कार्य वन विभाग द्वारा किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नौलखी ईको टूरिज्म पार्क शहर की चकाचौंध के बीच में स्थित होकर वन और वन्यजीव के प्रेमियों, बच्चों, फोटोग्राफर और पर्यटकों के लिये एक बहुत ही अच्छा केन्द्र है। यहां पर पार्क की सुन्दरता तथा पर्यटकों के आकर्षण के लिये कमल तालाब भी बनाया गया है। इसके अलावा इंटरप्रीटेशन सेन्टर में वन/वन्यप्राणियों से सम्बन्धित जानकारी संग्रहित है।