Pakistan kidnapped:पाकिस्तान ने अगवा किया अफगान राजदूत की बेटी को,घंटों बर्बरता बाद छोड़ दिया
नई दिल्ली,17 जुलाई(इ खबर टुडे)। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों में सबकुछ सामान्य नहीं है। पाकिस्तान भले ही लाख दावे कर ले, लेकिन वहां के हालात ऐसे हैं कि कोई भी सुरक्षित महसूस नहीं कर सकता। शनिवार को पाकिस्तान की तालिबानी करतूत सामने आई है। यहां अफगानिस्तान के राजदूत नजीबुल्ला अलीखिल की बेटी सिलसिला का अपहरण करने के बाद उनके साथ बर्बरता की गई। हालांकि अपहरण के कुछ घंटों बाद उन्हें छोड़ दिया गया। शनिवार को यह मामला सामने आया। बताया जाता है कि छोड़ने से पहले अपहरणकर्ताओं ने टॉर्चर भी किया था। इस अपहरण के पीछे कौन व्यक्ति या ग्रुप है इसके बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने रविवार को बयान जारी कर कहा, ‘पाकिस्तान में अफगान राजदूत नजीबुल्लाह अलीखील की बेटी सिलसिला अलीखील का 17 जुलाई (शनिवार) को इस्लामाबाद स्थित उनके घर लौटते वक्त अपहरण कर लिया गया। अगवा करने के बाद उसे कई घंटों तक बुरी तरह से टॉर्चर किया गया, हालांकि अपहरणकर्ताओं ने बाद में उसे जाने दिया। उसे एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।’
अफगानी विदेश मंत्रालय ने घटना की निंदा करते हुए पाकिस्तान सरकार से अपने राजनयिकों और उनके परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। विदेश मंत्रालय ने कहा,’हम इस जघन्य अपराध की निंदा करते हैं और पाकिस्तानी मिशन में तैनात अपने राजनयिकों, कर्मचारियों और उनके परिजनों की अंतरराष्ट्र्रीय कानूनों के तहत सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करते हैं।’
मंत्रालय ने आगे कहा, ‘हम पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के सामने इस मामलों को उठाने जा रहे हैं और पाक सरकार से जांच के बाद इस कृत्य में शामिल लोगों को सजा देने की मांग करते हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान पर अफगानिस्तान में हिंसा के जरिए सत्ता वापसी की कोशिशों में लगे तालिबान की लगातर मदद के आरोप लगते रहे हैं। अमेरिकी सेना की वापसी के बाद पाकिस्तान और उसकी एजेंसियों पर खुलेआम तालिबान को समर्थन की खबरें आती रहती हैं।
हाल ही में पाकिस्तानी वायु सेना ने तालिबान के ठिकानों पर हमले की तैयारी कर रहे अफगान एयरफोर्स के ए-29 लड़ाकू विमानों को चेतावनी देकर खदेड़ दिया था। अफगान वायु सेना यह हमला पाकिस्तान के बॉर्डर पर स्थित स्पिन बोल्डक में तालिबान आतंवादियों के ठिकानों पर करने जा रही थी। चेतावनी मिलने के बाद अफगानिस्तान के लड़ाकू विमान बिना हमला किए वापस अपनी बेस पर लौट आए थे।