Chief Minister Shivraj/CM शिवराज का ऐलान:MP में तीसरी लहर की आशंका खत्म होने तक नहीं खुलेंगे स्कूल
भोपाल,06 जुलाई (इ खबर टुडे )।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है, कोरोना की तीसरी लहर से इनकार नहीं किया जा सकता। बच्चों की जिंदगी दांव पर नहीं लगा सकते, इसलिए तीसरी लहर की आशंका समाप्त होने के बाद ही स्कूल खुलेंगे। केवल पूर्व निर्धारित ट्यूशन फीस ली जा सकेगी। इसमें कोई वृद्धि नहीं होगी और न ही इसके अतिरिक्त कोई शुल्क वसूला जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, कोरोना के चलते स्कूल नहीं खुल पाने के कारण शिक्षकों की सैलरी खासकर प्राइवेट सकूलों में दिक्कत आ रही है। इसके साथ ही बच्चों के अभिभावकाें की अपनी समस्याएं हैं। उन्होंने कहा कि मुझे कई अभिभावकों ने बताया कि स्कूल बंद होने पर पढ़ाई नहीं हो रही है, लेकिन फीस बढ़ाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि कोई भी स्कूल टयूशन फीस के अतिरिक्त कोई शुल्क नहीं लेगा।
शिवराज ने कहा, चिंता इस बात की है कि लोग अब बिना मास्क के ही घूम रहे हैं। जनता भूल जाती है, कोरोना की दूसरी लहर में कितने कष्ट उठाना पड़े। उन्होंने कहा कि मंत्रालय के सामने बाजार में एक साथ 600 से ज्यादा लोग देखे गए। इसमें से 70% ने मास्क नहीं लगाया था। यह तीसरी लहर को न्योता है।
मुख्यमंत्री ने सोमवार देर शाम प्रदेश के सभी कोविड प्रभारी मंत्री, अधिकारी, कर्मचारी व क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों के सदस्यों को टीकाकरण और कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर के नियंत्रण को लेकर बैठक की। इसमें उन्होंने कहा, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों की जिम्मेदारी खत्म नहीं हुई है। सरकार जरूरी दवाइयाें का स्टॉक करके रख रही है। ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो रहे हैं। ऑक्सीजन टैंकर्स की व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने बताया, अस्पतालों में 75 हजार बैड तैयार कर लिए गए हैं। बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाए जा रहे हैं।
जुलाई में मिलेंगे 58 लाख डोज
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्पादन होने के कारण वैक्सीन की मांग पूरी नहीं हो पा रही है। मध्य प्रदेश को जुलाई में 58 लाख डोज मिलेंगे। उम्मीद है, अगस्त में जुलाई से ज्यादा डोज मिलेंगे। उन्होंने कहा कि वैक्सीन का 25% कोटा निजी अस्पताल का है। मंत्री, सांसद और विधायक प्राइवेट सेक्टर खासकर कंपनियों व उद्योगों से जुड़े लोगों से अपील करें कि वे प्राइवेट अस्पतालों में अपने कर्मचारियों का वैक्सीनेशन कराएं।
हर दिन 1 लाख तक होंगे सैंपल टेस्ट
सरकार का दावा है, वर्तमान में 60 से 70 हजार टेस्ट हर रोज किए जा रहे हैं, लेकिन तीसरी लहर को रोकने के लिए यह संख्या 1 लाख तक ले जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अफसरों को दिए हैं। उन्होंने कहा है, शहर और ग्रामीण इलाकों के हर हिस्से में सैंपलिंग की जाए।
हो रहे बड़े आयोजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले तीन-चार महीने संकट के हैं। शादियों में 50 की संख्या तय की गई है, लेकिन इसका उल्लघंन हो रहा है। बड़े-बड़े आयोजन हो रहे हैं। जो कोरोना की तीसरी लहर को न्योता दे रहे हैं। इसे लेकर सख्ती होना चाहिए। बाजारों में भीड़ हो रही है।