देश के 46 जिलों में महामारी का ज्यादा प्रकोप, PM मोदी की जिलाधिकारियों के साथ बैठक
नई दिल्ली,18 मई ( इ खबर टुडे)। देश में कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर धीरे-धीरे थमती नजर आ रही है। बीते कुछ दिनों से रोज ही नए संक्रमित मामलों में कमी देखी जा रही हैृ। इसके बावजूद देश के 46 जिलों में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा थम नहीं रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण के मद्देनजर 9 राज्यों के 46 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक की।
पीएम मोदी ने जिलाधिकारियों से किया संवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने आठ राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 46 जिलाधिकारियों से सीधा संवाद किया। पीएम मोदी ने कहा कि महामारी के दौरान कई अधिकारी कई दिनों से अपने घर नहीं जा पाए हैं।
इस वर्चुअल मीटिंग में पीएम मोदी ने अधिकारियों से कोविड-19 हैंडलिंग को लेकर उनके अनुभव जाने। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने पर जोर देते हुए कुछ टिप्स भी साझा किए। मोदी ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने जिले में कोविड पर कंट्रोल करें, देश में अपने-आप कोविड पर नियंत्रण हो जाएगा। मोदी ने अधिकारियों को ‘फील्ड कमांडर’ बताते हुए कहा कि आप सब भारत की इस लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं। इस बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी शिरकत की।
पीएम मोदी ने जिलाधिकारियों से बात करते हुए कहा कि अगर आपका जिला जीतेगी तो हमारा देश भी जीतेगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कालाबाजारी पर सख्ती करना जरूरी है। आपके जिले में अस्पतालों में कितने बेड खाली हैं और कहां खाली हैं, इसकी एक डिटेल सूचना जारी की जानी चाहिए।
अधिकारियों से कहा, जो करना पड़े वो कीजिए
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में कोविड संक्रमण को कम करने के लिए जो करना पड़े, वो कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि ‘मेरी तरफ से आपको पूरी छूट है। अगर आपके पास कोई ऐसा सुझाव है जो पूरे देश के काम आ सकता है तो मुझे जरूर बताएं, बिना हिचक के।’ पीएम ने कहा कि “कोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘ईज ऑफ लिविंग’ का भी ध्यान रखना है। हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी जरूरी सप्लाई को भी बेरोकटोक चलाना है।
केस कम होते देख लापरवाह न हो जाएं: पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि कम होते आंकड़े देख लापरवाही न करें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में ध्यान बढ़ाने का निर्देश देते हुए कहा कि “इस समय, कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े कम हो रहे हैं, कई राज्यों में बढ़ रहे हैं। कम होते आंकड़ों के बीच हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। बीते एक साल में करीब-करीब हर मीटिंग में मेरा यही आग्रह रहा है कि हमारी लड़ाई एक एक जीवन बचाने की है। टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट और कोविड अप्रॉप्रियेट बिहेवियर, इसपर लगातार बल देते रहना जरूरी है। कोरोना की इस दूसरी वेव में, अभी ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हमें बहुत ध्यान देना है।”