इजराइल-फिलीस्तीन संघर्ष:हमास ने यरुशलम पर 7 रॉकेट दागे; जवाब में इजराइल की एयरस्ट्राइक, 20 लोगों की मौत
नई दिल्ली 11 मई (इ खबर टुडे) । इजराइल और फिलीस्तीन की झड़प सोमवार देर रात खूनी संघर्ष में बदल गई। फिलीस्तीन के संगठन हमास (इजराइल इसे आतंकी संगठन कहता आया है) ने अपने कब्जे वाले इलाके गाजा पट्टी से इजराइल के यरूशलम पर 7 रॉकेट दागे। इसमें इजराइल का सिर्फ एक सैनिक मामूली तौर पर घायल हुआ। बाकी रॉकेट इजराइल के डिफेंस सिस्टम ने बीच में रोक गिए। इसके बाद इजराइल ने जवाबी कार्रवाई की और महज 10 मिनट में गाजा पट्टी के कई इलाके तबाह कर दिए। हमास का दावा है कि इजराइल की एयरस्ट्राइक में उसके 20 सदस्यों की मौत हो गई, जबकि 170 से ज्यादा घायल हैं।
नेतन्याहू ने वॉर्निंग दी थी
यह मामला दो दिन से चल रहा था। फिलिस्तीन के कुछ लोग जो अल अक्सा मस्जिद आए थे, उन्होंने इजराइली सैनिकों पर पत्थरों से हमले किए थे। यह झड़प रविवार को हुई थी। इसमें 300 लोग घायल हुए थे। सोमवार शाम फिलिस्तीन के गुट हमास ने यरूशलम पर 7 रॉकेट दागे। इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम ने यरूशलम को तबाही से बचा लिया।
इस हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सामने आए। उन्होंने कहा- इस हमले का माकूल जवाब दिया जाएगा। करीब एक घंटे बाद इजराइली एयरफोर्स ने हमास के स्ट्रॉन्ग होल्ड गाजा पट्टी पर एयरस्ट्राइक की। इस दौरान 20 लोगों के मारे जाने की खबर है।
रविवार को क्या हुआ था
1967 के अरब-इजराइल युद्ध में जीत के बाद इजराइल यरूशलम डे, यानी उस जीत की वर्षगांठ मनाता रहा है। यरूशलम के शेख जर्राह इलाके को यहूदी और मुस्लिम दोनों ही पवित्र स्थल मानते हैं। यहां अल अक्सा मस्जिद के बाहर मौजूद फिलीस्तिनियों ने पवित्र दीवार के पास प्रार्थना कर रहे लोगों और उनकी सुरक्षा कर रहे जवानों पर पत्थरबाजी की। अल अक्सा मस्जिद पुराने यरूशलम में है। यहीं यहूदियों का टेम्पल माउंट भी है। यानी दोनों ही संप्रदाय इस जगह को अपना पवित्र धार्मिक स्थल मानते हैं और इस पर दावा करते हैं।
इजराइल झुकने को तैयार नहीं
इजराइल यरूशलम शहर के एक हिस्से को आधुनिक शहर के तौर पर तैयार कर रहा है। फिलिस्तीनियों को यह मंजूर नहीं। दुनिया के कई देश इजराइल से कंस्ट्रक्शन रोकने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इजराइल का कहना है कि वो इसे जारी रखेगा क्योंकि यह उसका क्षेत्र है।