Exam in MP: मध्य प्रदेश में स्नातक एवं स्नातकोत्तर की परीक्षाएं ओपन बुक पद्धति से होंगी
भोपाल,28 मार्च (इ खबरटुडे)। प्रदेश में स्नातक एवं स्नात्कोत्तर की परीक्षाएं मई माह से शुरू होंगी। स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं नियमित एवं स्वाध्यायी परीक्षार्थियों की भौतिक रूप से परीक्षा केंद्रों में उपस्थिति के साथ ली जाएंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि अप्रैल माह में होने वाली सभी परीक्षाएं अब मई में लेने का फैसला लिया गया है।
कोरोना संकट को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। डॉ. यादव ने बताया कि स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं ओपन बुक पद्घति से जून 2021 में आयोजित की जाएंगी। इन परीक्षाओं में नियमित एवं स्वाध्यायी परीक्षार्थी अपने निवास पर ही रहकर परीक्षा देंगे तथा निकट के नि;घळर्-ऊि्झर्।ारित संग्रहण केंद्र में उत्तर पुस्तिकाएं जमा करेंगे।
परीक्षाओं का कार्यक्रम घोषित करने वाला मप्र पहला राज्य डॉ. यादव ने कहा कि कोरोना के इस कठिन काल में मध्य प्रदेश पहला राज्य है, जिसने परीक्षाओं का यह कार्यक्रम घोषित किया है। उन्होंने कहा कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर के लगभग 18 लाख विद्यार्थी इन परीक्षाओं में सम्मिलित होंगे। ऑफलाइन परीक्षाएं कोरोना की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए संपन्न कराई जाएंगी। लाखों परीक्षार्थी होंगे शामिल मालूम हो, स्नातक अंतिम वर्ष के 4.30 लाख एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के 1.72 लाख परीक्षार्थी प्रदेश के आठ विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल होंगे।
स्नातक प्रथम वर्ष में 5.33 लाख एवं स्नातक द्वितीय वर्ष में 5.25 लाख, स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के 1.35 लाख परीक्षार्थी आठ विश्वविद्यालयों में परीक्षा देंगे। वर्तमान में आठ शासकीय विश्वविद्यालयों में 665 परीक्षा केंद्र के साथ आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सह परीक्षा केंद्र बनाने को लेकर विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया गया है। परीक्षा केंद्रों में विद्यार्थी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बैठेंगे।
बताया गया है कि मध्य प्रदेश शासन के पूर्व में जारी आदेशों के मद्देनजर सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के लिए निर्देश जारी किए गए हैं कि कोरोना संक्रमण से बचाव की गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया जाए। मास्क पहनने की अनिवार्यता हो। साथ ही परीक्षा केंद्रों पर संक्रमण से बचाव के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएं।