November 23, 2024

महिलाएं आधुनिकता अपने विचारो में लाये ना कि अपने कपड़ो में :लेखिका एवं स्वतंत्र पत्रकार वैदेही कोठारी

रतलाम,10 फरवरी(इ खबरटुडे)। महिलाएं आधुनिकता अपने विचारो में लाये ना की कपड़ो में ……उक्त बात लेखिका एवं स्वतंत्र पत्रकार वैदेही कोठारी ने न्यू रोड स्थित एक होटल में सुर संगम द्वारा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह में कही। समारोह में मुख्य अतिथि वेदेही कोठारी, डॉक्टर प्रदीप कोठारी, सुषमा श्रीवास्तव रहे

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित लेखिका एवं स्वतंत्र पत्रकार वैदेही कोठारी ने अपने उद्बोधन के दौरान महिलाओ द्वारा हर क्षेत्र में प्रगति करने के साथ महिलाओ द्वारा वर्तमान में अपनाई जा रहे आधुनिक विचारो पर कई बाते कही। वैदेही कोठारी ने कहा कि आधुनिकता हमें अश्लीलता की ओर ले जा रही है लेकिन आधुनिकता विचारों में होना चाहिए कपड़ों में नहीं। संस्कारों की कमी के कारण आज की युवा पीढ़ी आत्महत्या की ओर बढ़ रही है । वैदेही कोठारी ने कहा कि बीती 3 वर्षो में छोटी बच्चियों और महिलाओ में विदेशी परम्परा की और काफी अधिक झुकाव देखने को मिल रहा है। जिसके कारण समाज में काफी नकारात्मक माहौल बनते जा रहे है।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर महिलाओ द्वारा बनाये जाने वाले आपत्तिजनक वीडियो,जोंक जैसे कई गंभीर मुद्दों पर कार्यक्रम में मौजूद लोगो का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया। वही टीवी पर दिखाये जाने वाले सास-बहु के झगड़े से जुड़े कई धारावाहिक पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम में मौजूद महिलाओ से पूछा क्या आज इन धारावाहिक के कारण हमारे घरो और रिश्तो पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है? जिस प्रकार इस धारावाहिको में आधुनिकता को फैशन के तौर पर प्रस्तुत किया जाता है क्या ये हमारी महिलाओ और परिवार के लिए सही है ?

संस्था अध्यक्ष इंदू सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहां की कि जिस दिन महिला अपने आप से प्यार करना सीख लेगी वहीं से महिला की पूजा होने लगेगी। आज भी 80% पुरुष दबंग महिला को ही पसंद नहीं करते उन्हें लाचार व अबला नारी ही पसंद है।

डॉक्टर प्रदीप कोठारी ने कहा कि पुरुष व महिला में महिला ही श्रेष्ठ है क्योंकि महिला अपने गर्भ में 6 से 8 माह के शिशु को पेट में लेकर वजन उठा कर 24 घंटे चलती है यह कार्य केवल महिला ही कर सकती है। महिलाओं से ही समाज है।

पूजा बैरागी ने कहा कि भ्रूण हत्या होने के बाद भी आज स्त्री आगे बढ़ रही है देश में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री बनकर भारत का गौरव बढ़ाया था।राजेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि म्यांमार में सैनिक आंदोलन को एक नन महिला ने चीनी सैनिकों को हथियार डालने पर मजबूर कर दिया।

इसके पूर्व मिश्री लाल सोलंकी, खुशबू जांगलवा, संध्या उपाध्याय ,अनिता चौरसिया, सत्यनाम सलूजा ,बलजीत गुरु दत्ता ने भी अपना अपना संबोधन दिया। इस अवसर पर डॉ संध्या उपाध्याय व चंदनमल धोटा का सम्मान पत्र देकर संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। चित्रकला में पीएचडी प्राप्त होने पर डॉक्टर खुशबू जांगलवा एवं मधु बैरागी का सम्मान किया गया ।

प्रारंभ में अतिथियों द्वारा सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व पूजन की गई तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया। श्री साईं योग केंद्र की संचालिका मधु बैरागी एवं योग साधिकाओं ने इंदू सिन्हा का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया। कार्यक्रम में प्रकाश हेमावत, जुझार सिंह भाटी ने अपनी कविताओं से दर्शकों का मन मोह लिया ।

कवियों की पत्नी सीमा हेमावत व सुशीला भाटी का भी सम्मान किया गया । श्रीमती इंदु सिन्हा ने प्रमुख महिला सर्वश्री आशा तोमर, श्रीमती भावना ,श्रीमती पुष्पा, आरती ,बबीता श्रीवास्तव ,साधना कदम, प्रियंका जैन का उपहार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मण पाठक ने किया तथा आभार मधु बैरागी ने माना।

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