पंजाब सीएम अमरिंदर ने किसानों से किया दिल्ली खाली करने का आग्रह, शरद पवार और AAP ने की घटना की निंदा
नई दिल्ली,26 जनवरी (इ खबरटुडे)। दिल्ली में आज किसान आंदोलन के नाम पर हुए हिंसक प्रदर्शन से देश चकित रह गया है। देशवासियों में इस घटिया हरकत को लेकर बहुत गुस्सा और आक्रोश है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इस करतूत की निंदा की है। उन्होंने कहा, दिल्ली में चौंकाने वाले दृश्य सामने आए हैं। यहां कुछ तत्वों द्वारा हिंसा अस्वीकार्य है। यह शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे किसानों द्वारा उत्पन्न सद्भावना को नकार देगा।
किसान नेताओं ने खुद को अलग कर लिया और ट्रेक्टर रैली को स्थगित कर दिया। मैं सभी वास्तविक किसानों से दिल्ली को खाली करने और सीमाओं पर लौटने का आग्रह करता हूं। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी ने किसानों की कड़ी निंंदा की है। पार्टी ने एक बयान जारी करके कहा, आज सरकार के विरोध में देखी गई हिंसा की हम कड़ी निंदा करते हैं।
यह खेदजनक है कि केंद्र सरकार ने इस हद तक स्थिति को बिगड़ने दिया। पिछले दो महीनों से आंदोलन शांतिपूर्ण है। किसान नेताओं ने कहा है कि जो लोग आज हिंसा में शामिल थे, वे आंदोलन का हिस्सा नहीं थे और बाहरी तत्व थे। वे जो भी थे, हिंसा ने निश्चित रूप से आंदोलन को कमजोर किया है जो इतने शांति से और अनुशासित तरीके से चल रहा था।
दिल्ली में ट्रैक्टर रैली की घटना पर राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने अनुशासित तरीके से विरोध किया, लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। संयम समाप्त होते ही, ट्रैक्टर मार्च निकाला गया।
सरकार की जिम्मेदारी कानून और व्यवस्था को नियंत्रण में रखने की थी, लेकिन वे विफल रहे। आज जो कुछ भी हुआ उसका कोई भी समर्थन नहीं करेगा लेकिन इसके पीछे के कारण को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। जो लोग शांति से बैठे हुए गुस्से में थे, केंद्र ने अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं की। सरकार को परिपक्वता से कार्य करना चाहिए और सही निर्णय लेना चाहिए।