दूसरी शादी के लिए करवाई थी पत्नी और 21 माह के बेटे की हत्या, आरोपी के दोस्त ने भी हत्या के बदले अपनी पत्नी की हत्या करवाने का बोल कर वारदात में साथ दिया
जयपुर,08 जनवरी (इ खबरटुडे)। राजस्थान की राजधानी जयपुर के जगतपुरा डबल मर्डर केस का एक साल पूरा हो गया है। सात जनवरी 2020 के दिन यूनिक टावर में श्वेता तिवारी और उसके 21 माह के बेटे श्रेयम की बर्बर हत्या के मामले ने शहर ही नहीं पूरे देश को झकझोर दिया था। हत्याकांड के बाद लोगों में रोष था कि इस वारदात के अपराधियों को पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।
पुलिस ने भी महज 48 घंटे के अंदर मामले का पर्दाफाश कर दिया कि श्वेता तिवारी की हत्या की योजना उसके पति ने ही बनाई थी क्योंकि वह दूसरी शादी करना चाहता था। उसने अपने 21 माह के बेटे का कत्ल भी इसलिए किया गया था क्योंकि वह अपनी शादी-शुदा जिंदगी की बात और याद को डिलीट करना चाहता था। रोहित तिवारी का परिवार दिल्ली में रहता है, जबकि श्वेता का मायका कानपुर में है। जबकि वारदात को जयपुर में अंजाम दिया गया।
श्वेता का शव सात जनवरी को अपार्टमेंट में ही मिला था, जबकि बेटा श्रेयम लापता था। रोहित ने पुलिस को बताया था कि उसके बेटे का अपहरण हो गया है और अपहर्ताओं ने 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी है। पुलिस किसी भी हाल में श्रेयम को सुरक्षित तरीके से बरामद करना चाहती थी। मगर, अगले ही दिन उसका शव अपार्टमेंट के पीछे जंगल की तरफ बरामद हुआ।
दोस्त के साथ मिलकर रचा षड्यंत्र
इस वारदात को अंजाम देने के लिए रोहित तिवारी ने अपने दोस्त सौरभ सिंह के साथ एक संजीन साजिश रची। दोनों के बीच सौदा हुआ कि वे एक दूसरे की पत्नियों की हत्या कर देंगे। श्वेता की हत्या के बदले में मामले के ठंडा होने के बाद रोहित तिवारी को सौरभ की छह महीने की गर्भवती पत्नी की हत्या करनी थी। इस बात की जानकारी होने के बाद जयपुर की जनता ने दोनों अपराधियों के लिए फांसी की मांग की थी। इस केस के आरोपियों को फांसी सजा देने की मुहिम एक बार फिर सोशल मीडिया में तेज हो गई है।
बेल की अपील हो चुकी है खारिज
जयपुर डबल मर्डर के आरोपित रोहित तिवारी ने जमानत लेने के लिए याचिका डाली थी। मगर, पुलिस की मजबूत चार्जशीट और मामले की गंभीरता को देखते हुए उसकी जमानत याचिका को सेशन कोर्ट और हाई कोर्ट दोनों जगहों से खारिज हो चुकी है। अब उसके पास सुप्रीम कोर्ट का रास्ता बचा है। वारदात को अंजाम देने वाले सौरभ सिंह ने भी बेल के लिए याचिका डाली है, जिस पर अभी सुनवाई नहीं हुई है।
दूसरी महिला से करना चाहता था शादी
जयपुर सांगानेर एयरपोर्ट स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में मैनेजर के पद पर कार्यरत रोहित तिवारी दूसरी शादी करना चाहता था। पत्नी और बच्चे की हत्या की साजिश में रोहित पूरी तरह से बच निकलने के लिए उसने छह महीने तक हर बात हर पहलू को ध्यान में रखकर पक्का प्लान बनाया था। उसने एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों का तार 23 दिसंबर को ही निकाल दिया था, ताकि हत्या की योजना बनाने के लिए जब-जब वह निकले तो उसके ऑफिस आने-जाने के बारे में किसी को जानकारी न मिल सके। वारदात वाले दिन उसने इंडियन ऑयल और एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ पूरे दिन मीटिंग्स का प्लान बनाया था, ताकि कोई न कोई यह गवाही दे कि वह हर वक्त ऑफिस में ही मौजूद था।
पहले से परिचित था सौरभ
पूछताछ में रोहित तिवारी ने पुलिस को बताया था कि उसने सौरभ और उसकी पत्नी को पहले अपने घर बुलाया था। इसके बाद सौरभ को अकेले भी एक दो बार घर बुलाया। इस वजह से श्वेता सौरभ से परिचित थी। सात जनवरी को सौरभ बहाने से रोहित तिवारी के घर पहुंचा। पहले से जान-पहचान होने की वजह से श्वेता ने उसके लिए चाय बनाई। चाय पीने के बाद मौका पाकर सौरभ ने अदरक कूटने वाली मूसली से श्वेता के सिर में कई वार करके उसकी हत्या कर दी। उसकी मौत हो गई है, यह पक्का करने के लिए बाद में चाकू से उसका गला भी काटा। इसके बाद श्रेयम की हत्या कर शव अपने साथ लेकर वहां से निकल गया। मगर, वहां से निकले वक्त एक सीसीटीवी कैमरे में उसके जूते कैद हो गए, जिसके आधार पर पुलिस ने सौरभ को खोज निकाला और इस पूरे मामले का राजफाश कर दिया।